BSEB Bihar Board Social Science Book Solutions Chapter 1. Bhartiya Samvidhan Notes Class 8th Solutions, BSEB Class 8th Political Science Ch 1 Bhartiya Samvidhan mcq questions.
1. भारतीय संविधान
पाठ के अन्दर आए हुए प्रश्न तथा उनके उत्तर
प्रश्न 1. आप अपने विद्यालय में जिन नियमों का पालन करते हैं, उनकी एक सूची तैयार कीजिए । (पृष्ठ – 1)
उत्तर – (i) मैं नित्य समय पर विद्यालया पहुँचता हूँ ।
(ii) प्रार्थना में सम्मिलित होता हूँ ।
(iii) अपने नियत स्थान पर बैठता हूँ ।
(iv) उपस्थिति के बाबत नाम पुकारे जाने पर ‘उपस्थित श्रीमान’ बोलता हूँ ।
(v) जो विषय या पाठ पढ़ाया जाता हैं, उसे ध्यान से सुनता हूँ और उसे पुनः घर पर दुहराता हूँ ।
(vi) विद्यालय से जो गृहकार्य (home work) मिला रहता है, उसे पूरा करता हूँ।
(vii) में विद्यालय के सभी नियमों का पालन करता हूँ ।
प्रश्न 2. आपकी शिक्षिका विद्यालय में किन नियमों का पालन करती हैं? उनकी चर्चा कीजिए और सूची तैयार कीजिए ।
उत्तर – (i) मेरी अध्यापिका समय पर विद्यालय पहुँचती हैं।
(ii) विद्यार्थियों के पहुँचने के पहले वे पहुँची रहती हैं।
(iii) प्रार्थना में भी वे शामिल होती हैं ।
(iv) विद्यार्थियों के वर्ग में बैठ जाने के बाद वे वर्ग में पहुँचती हैं और उपस्थिति पुस्तिका में विद्यारियों की उपस्थिति दर्ज करती हैं । (v) इसके बाद वे निश्चित विषय का पाठ पढ़ाने लगती हैं ।
(vi) मध्याह्न भोजन के समय में छात्रों को खिलाने पर निगरानी रखती हैं ।
(vii) फिर कोई पाठ पढ़ाने लगती हैं। छुट्टी होने के बाद वे भी अपने घर चली जाती हैं ।
प्रश्न 3. जरा सोच कर बताइए कि आपके विद्यालय के प्रधानाध्यापक को विद्यालय चलाने के लिए किन -किन समस्याओं का सामना करना पड़ता होगा ?
उत्तर – मेरे प्रधानाध्यापक महोदय को इस बात की चिंता सताती है कि सभी शिक्षक समय पर विद्यालय पहुँचें। सभी वर्गो में ढंग से पढ़ाई चलती रहे । विद्यालय भवन की मरम्मती की भी उन्हें चिंता रहती है। मध्याह्न भोजन का अन्न आदि समय पर पहुँचे और उनको सुरक्षित रखा जाय । अध्यापकों को वेतन देने -दिलाने की भी उन्हें चिंता रहती है ।
(पृष्ठ –3 )
प्रश्न 1. दिए गए उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आप नहरवाल इलाके के लिए कौन -से कानून बनाएँगे ?
उत्तर – दिए गए उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जिलाधीश से मिलकर
ग्राम -पंचायत कानून के तहत नहरवाल में ग्राम पंचायत की स्थापना कराऊँगा । मुखिया, सदस्य और सरपंच का चुनाव करवाऊँगा ।
प्रश्न 2. यह तो हुई कानून बनाने की बात । अब यह तय कैसे करेंगे कि इन कानूनों को कैसे लागू किया जाय ?
उत्तर – मुखिया जी वार्ड सदस्यों के साथ मिलकर यह निर्णय करेंगे कि गाँव में कैसे अमन -चैन कायम रह सके। गाँव की सड़कों तथा गलियों की साफ -सफाई पर ध्यान दिया जाए । यह ध्यान रखा जाएगा कि 14 वर्ष से कम
के गाँव के सभी बच्चे विद्यालय जायँ ।
(पृष्ठ –4 )
प्रश्न 1. सरला बहन ने मुन्नी को काम पर क्यों नहीं जाने दिया ?
उत्तर- सरला बहन ने मुन्नी को काम पर इसलिए नहीं जाने दिया क्योंकि उसकी आयु 14 वर्ष से कम है। यह आयु बच्चों के पढ़ने की है। इतने कम आयु के बच्चों से काम करवाना गैरकानूनी है ।
प्रश्न 2. अपने घर के बुजुर्गों से चर्चा कीजिए कि क्या उन्होंने कभी ऐसी घटना देखी है ?
उत्तर- पूछने पर बुजुर्गों ने बताया कि उनके जमाने में ऐसी बात नहीं थी। छोटे -छोटे बच्चों को चाय की दुकानों पर, घरेलू नौकर के रूप में काम करते देखा है । यह बात उनके अभिभावकों की मर्जी से होती थी। कारण कि वे उन्हें ही सोचना था कि वे अपने बच्चों को पढ़ाएँगे या नौकरी कराएँगे । सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं था ।
प्रश्न 3. आपके विचार में छोटी उम्र में बच्चों को काम पर क्यों नहीं लगाना चाहिए ?
उत्तर – मेरे विचार से छोटी उम्र से बच्चों को काम पर नहीं लगाना चाहिए। कारण कि यह उनके पढ़ने की उम्र होती है।
(पृष्ठ –5 )
प्रश्न 1. संविधान किसे कहते हैं?
उत्तर – जिन नियमों और कानूनों के अनुसार किसी देश का शासन संचालन होता है, उन निमयों कानूनों के संग्रह को संविधान कहते हैं ।
प्रश्न 2. बुनियादी नियम क्या होते हैं?
उत्तर – जिन नियमों के तहत नागरिकों को मौलिक अधिकार प्राप्त होते हैं, वे बुनियादी नियम हैं ।
प्रश्न 3. किसी स्वास्थ्य केन्द्र से पता लगाइए कि सरकार द्वारा लोगों को कौन -कौन सी बुनियादी सुविधाएँ दी जाती हैं ?
उत्तर – स्वास्थ्य केन्द्र से पता लगा कि वहाँ लोगों को जो बुनियादी
सुविधाएँ दी जाती हैं, वे हैं:
(i) प्राथमिक विद्यालय,
(ii) जच्चा -बच्चा स्वास्थ्य जाँच,
(iii) बच्चों की सभी प्राथमिक टीकाएँ लगवाना ।
(iv) टी. बी. तथा कुष्ठ रोग की मुफ्त दवा वितरण,
(v) सन्तान निरोधक दवाएँ तथा उपकरण देना ।
प्रश्न 4. आपके विद्यालय में दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं की सूची बनाइए ।
उत्तर- विद्यालय में दी जानेवाली सरकारी सुविधाएँ हैं :
(i) विद्यालय भवन की मरम्मती,
(ii) प्रधानाध्यापक सहित सभी अध्यापकों का वेतन,
(iii) छात्रों को मुफ्त पुस्तकें,
(iv) पोशाक तथा
(v) मध्याह्न भोजन आदि ।
( पृष्ठ –6 )
प्रश्न 1. पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 6 के चित्रों को देखकर अंग्रेजी शासन पद्धति के बारे में आपकी क्या सोच बनती है ?
उत्तर- पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 6 के चित्रों को देखकर मेरी सोच बनती है कि अंग्रेजी शासन पद्धति बर्बर और जोर-जबरदस्ती वाली पद्धति थी ।
प्रश्न 2. क्या आपको लगता है कि अंग्रेजी हुकूमत ने हम भारतीयों के अधिकारों का हनन किया है? कैसे?
उत्तर – निश्चित तौर पर हम कह सकते हैं कि अंग्रेजी हुकूमत ने हमारे अधिकारों का हनन किया था । वे हमारी इच्छा के विरुद्ध हमसे जबरदस्ती काम करवाते थे। अपनी धाक जमाने के लिए वे अकारण बन्दूकों का सहारा लेते थे । जालियाँवाला बाग में यही हुआ था ।
प्रश्न 3. किस चीज की खेती के लिए किसानों को मजबूर किया जा रहा था ?
उत्तर – नील की खेती के लिए किसानों को मजबूर किया जा रहा था । ( पृष्ठ -7 )
प्रश्न 4. अगर हमारा देश आजाद रहता तो क्या इस तरह लोगों को उनकी इच्छाओं के विरुद्ध मजबूर किया जाता ?
उत्तर – नहीं, यदि हमारा देश आजाद होता तो इस तरह लोगों को उनकी इच्छाओं के विरुद्ध कोई काम करने के लिए मजबूर नहीं किया जाता ।
प्रश्न 5. यदि उस समय भारत आजाद होता और उसका अपना संविधान होता तो क्या इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था ?
उत्तर – हाँ, निश्चित ही इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था ।
( पृष्ठ –7 )
प्रश्न 1. भारत के संविधान को बनाने के लिए काँग्रेस ने सबसे स्पष्ट माँग कब पेश की ?
उत्तर -1920 में |
प्रश्न 2. अँग्रेज सरकार भारत के लोगों को स्वतंत्र संविधान सभा की माँग को क्यों नहीं मानना चाहती थी ?
उत्तर – अँग्रेज सरकार भारत के लोगों की स्वतंत्र संविधान सभा की माँग इसलिए नहीं मानना चाहती थी, क्योंकि उसे डर था कि तब भारत के लोग शीघ्र आजादी की माँग शुरू कर देंगे ।
प्रश्न 3. भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में क्या -क्या माँगें रखीं ?
उत्तर – भारत के लोगों ने शुरुआती दौर में निम्नलिखित माँगें रखी थीं :
(i) सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार,
(ii) स्वतंत्रता और समानता का अधिकार,
(iii) संसदीय एवं उत्तरदायी सरकार तथा
(iv) अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा ।
( पृष्ठ –9 )
प्रश्न 1. किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर किस तरह के मूल्यों को शामिल किया जाता है ?
उत्तर – किसी भी देश के संविधान में आम तौर पर जिस तरह के मूल्यों को शामिल किया जाता है उन मूल्यों को बुनियादी मूल्य कहा जाता है । वे मूल्य ऐसे होते हैं जो उस देश के समाजों के आदर्श रहे हों और उन लोगों की जिन्दगियों को खुशहाल बनाने में सहायक हो ।
प्रश्न 2. भारत के संविधान के बुनियादी मूल्य कौन -कौन से हैं?
उत्तर – भारत के संविधान में बुनियादी मूल्यों में प्रमुख हैं :
(i) लोकतंत्र,
(ii) स्वतंत्रता,
(iii) समानता,
(iv) न्याय तथा
(v) धर्मनिरपेक्षता ।
( पृष्ठ – 11 )
प्रश्न 1. संविधान की उद्देशिका को ध्यान से पढ़ें और बताएँ कि संविधान में कौन -कौन सी समानताओं का उल्लेख किया गया है ?
उत्तर – संविधान की उद्देशिका को ध्यान से पढ़ने पर हमें ज्ञात हुआ कि सभी देशवासियों को अवसर की समानता प्राप्त हो । किसी भी कार्य में जाति, लिंग, धन और अन्य किसी भी कारण से किसी को कहीं से छाँटा नहीं जाय ।
प्रश्न 2. नीचे दिए गए उदाहरणों में कौन -कौन सी असमानताएँ दिखाई दे रही हैं ?
(क) अपहरण के मामले में चार लड़के गिरफ्तार होते हैं । उनमें से श्याम एक धनी परिवार का इकलौता लड़का है । मजिस्ट्रेट है । सभी को एक ही सजा सुनाता
(ख) एक गाँव में स्थित मंदिर में कुछ खास समुदाय के लोगों को नहीं जाने दिया जाता ।
(ग) आपके पड़ोस के स्कूल में आपके छोटे भाई का नामांकन नहीं किया जाता क्योंकि आपके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है ।
(घ) किसी निजी नौकरी के लिए आपको इसलिए नहीं लिया जाता क्योंकि आप किसी खास समुदाय के हैं ।
उत्तर – बिन्दु (क) में असमानता दिखाई नहीं देती लेकिन बिन्दु (ख), (ग) तथा (घ) में असमानता दिखाई देती है ।
( पृष्ठ –12 )
प्रश्न 1. अनुसूचित जातियों और जनजातियों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति समानता के सिद्धांत के विरुद्ध क्यों नहीं मानी जाती? अपनी शिक्षिका की सहायता से इस पर चर्चा कीजिए ।
उत्तर – चूँकि अनुसूचित जनजाति तथा जनजातियों को आरक्षण प्राप्त है, इसलिए उनको दी जानेवाली छात्रवृत्ति समानता के सिद्धांत के विरुद्ध नहीं है ।
प्रश्न 2. अपने स्कूल में चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी एकत्र कीजिए। ये योजनाएँ क्या हैं और क्यों चलाई जाती हैं समूह में चर्चा कीजिए ।
संकेत : छात्र और शिक्षक मिलकर स्वयं चर्चा करें।
अभ्यास : प्रश्न तथा उनके उत्तर
प्रश्न 1. एक नागरिक के रूप में देश के लोगों के लिए संविधान महत्वपूर्ण क्यों है ?
उत्तर – एक नागरिक के रूप में देश के लोगों को संविधान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे घर के अन्दर या घर के बाहर जो भी कार्यकलाप होता है, वह संविधान के आदेशों के अनुकूल ही होता है। जन्म लेने के साथ ही बच्चों के लिए संविधान ने उन्हें अधिकार दिया है कि माता -पिता उसकी देख -भाल, पालन -पोषण शिक्षा -दीक्षा उचित तरीके से करेंगे। वही बच्चा जव सयाना होता है तो उसका कर्त्तव्य बन जाता है कि वह अपने अभिभावकों की बात माने। संविधान ने उसे जो अधिकार दिए हैं, उनका उपभोग करे और साथ ही उसमें जो कर्त्तव्यों का उल्लेख है, उन कर्त्तव्यों का भी पालन करे । लोगों के जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जिसका संविधान में उल्लेख न हो । हमारे सभी कार्यकलाप संविधान सम्मत होने चाहिए । इसके लिए हमारा कर्त्तव्य है कि हम संविधान की बातों को जानें और समझें ।
प्रश्न 2. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाने की माँग क्यों रखी होगी ?
उत्तर – स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाने की माँग इसलिए रखी होगी, ताकि लोग समझ सकें कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश की सरकार कैसे चलेगी। सरकार में लोगों की क्या भागीदारी होगी । उनको कौन -से अधिकार मिलेंगे और उनका कर्त्तव्य क्या होगा ।
प्रश्न 3. भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में से आपको कौन – से मूल्य सबसे महत्वपूर्ण लगते हैं और क्यों?
उत्तर-भारत के संविधान में दिए गए मूल्यों में मुझे समानता का अधिकार तथा धर्मनिरपेक्षता के मूल्य महत्वपूर्ण लगते हैं । वह इसलिए कि समानता के अधिकार से कानून के समक्ष सबको बराबर समझा जाता है । इस क्षेत्र में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता । धर्मनिरपेक्षता अर्थात पंथनिरपेक्षता के अधिकार से सभी धर्म के लोगों को अपने -अपने ढंग से उपासना और धार्मिक त्योहार मनाने की छूट है। सरकार न किसी धर्मवालों को कोई आर्थिक मदद देगी और न उनके अनुष्ठानों में कोई अड़ंगा ही लगाएगी।
प्रश्न 4. संविधान में दिए गए समता और सामाजिक न्याय को लागू करने के लिए सरकार द्वारा जो योजनाएँ चलाई जा रही हैं, उन्हें निम्न तालिका में भरिए ।
प्रश्न 5. नीचे दिए गद्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
संविधान सभा की बैठक नई दिल्ली के संविधान सभा भवन में 8.30 बजे शुरू हुई। माननीय डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने सभा की अध्यक्षता की। इस सभा में माननीय सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपने विचार प्रस्तुत किए, “समिति
जो बहुत में दो विचार – धाराएँ थीं। बड़ी तादाद में विख्यात वकील थे, बारीकी से हर वाक्य, हर शब्द, यहाँ तक की विराम और अल्प विराम की जाँच कर रहे थे। ये दोनों विचार धाराएँ दो अलग -अलग दृष्टिकोणों से मामले को देखती थीं। एक विचारधारा यह मानती थी कि अधिकारों के इस प्रतिवेदन में जितने अधिक से अधिक संभव हों, अधिकार शामिल करने चाहिए जो अदालत में सीधे लागू किए जा सकें। इन अधिकारों को लेकर कोई भी नागरिक बिना किसी कठिनाई के सीधे अदालत जा सके और अपने अधिकार प्राप्त कर सके। दूसरी विचारधारा का मत था कि मूल अधिकारों को कुछ ऐसी बहुत अनिवार्य बातों तक सीमित रखा जाना चाहिए जिन्हें आधारभूत माना जा सके। दोनों विचारधाराओं में काफी बहस हुई और अन्त में एक बीच का रास्ता निकाला गया, जिसे एक अच्छा मध्यम मार्ग माना गया। दोनों विचारधाराओं के लोगों ने सिर्फ एक देश के मूल अधिकारों का अध्ययन नहीं किया बल्कि दुनिया के लगभग हर देश के मूल अधिकारों का अध्ययन किया । वे इस नतीजे पर पहुँचे कि हमें इस प्रतिवेदन में जहाँ तक संभव हो, उन अधिकारों को शामिल करना चाहिए, जिन्हें उचित माना जा सके। इन बातों पर इस सदन में मतभेद हो सकता है, सदन को हर धारा पर आलोचनात्मक तरीके से विचार करने, विकल्प सुझाने, संशोधन के सुझाव देने और निरस्त करने का अधिकार है।”
प्रश्न 1. संविधान सभा के मूल अधिकारों की समिति में कौन -कौन से विचार प्रमुख रूप से उभर रहे थे ?
उत्तर – संविधान के मूल अधिकारों की समिति में पहला विचार व्यक्त किए गए कि लोगों को अधिक -से -अधिक अधिकार दिए जाएँ ताकि वे सीधे अदालत जा सकें । उन अधिकारों पर अदालते सीधी कारवाई कर सकें। दूसरा विचार यह था कि लोगों को अत्यंत आवश्यक अधिकार तक ही सीमित रखा जाय । लोगों को बहुत कम संख्या में मूल अधिकार दिए जाएँ ।
प्रश्न 2. आप इनमें से किस विचार के साथ सहमत हैं। और क्यों ?
उत्तर – मैं पहले विचार से सहमत हूँ। क्योंकि इससे मूल अधिकार का दायरा कुछ बड़ा होगा। इससे नागरिक अधिक -से -अधिक स्वच्छन्द रूप से जीवन व्यतीत कर सकते हैं ।
प्रश्न 3. संविधान सभा में सदस्य किस तरह किसी निर्णय पर पहुँचते थे, गद्यांश के आधार पर अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर – संविधान सभा के सदस्य काफी विचार -विमर्श के बाद ही किसी निर्णय पर पहुँचते थे। यहाँ तक कि कॉमा, पूर्ण विराम तक पर बहस होती थी। काफी बहस के बाद ही किसी बिन्दु को स्वीकृत किया जाता था ।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर
प्रश्न 1. संविधान क्या है?
उत्तर – संविधान नियमों का एक ऐसा दस्तावेज है, जिसको एक देश के सभी लोग अपने देश के शासन संचालन की पद्धति के रूप में अपनाते हैं।
प्रश्न 2. संविधान का एक मुख्य उद्देश्य क्या होता है ?
उत्तर – संविधान का एक मुख्य उद्देश्य यह होता है अपने देश की राजनीतिक व्यवस्था को तय करना ।
प्रश्न 3. संविधान में दिए ‘समानता के अधिकार‘ का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर – संविधान में दिए समानता के अधिकार का तात्पर्य है कि धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, रंग, जन्म -स्थान आदि के आधार पर किसी नागरिक से कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। संविधान की नजरों में सभी समान समझे जाएँगे ।
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