Class 7th Science Text Book Solutions
5.पदार्थ में रासायनिक परिवर्तन
अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर
प्रश्न 1. निम्नलिखित कथनों में रिक्त स्थानों को भरिए :
(क) …… गैस सुलगती हुई दियासलाई के जलने में मदद देती है ।
(ख) …… परिवर्तन में, नए पदार्थ का निर्माण होता है ।
(ग) खाने के सोडे का रासायनिक नाम …….. है ।
(घ) जब कार्बन डाइऑक्साइड को चूने के पानी में प्रवाहित किया जाता है, तो यह …… के बनने के कारण दुधिया हो जाता है ।
उत्तर— (क) ऑक्सीजन, (ख) रासायनिक, (ग) सोडियम बाइकार्बोनेट, (घ) कैल्सियम कार्बोनिट ।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रक्रिया के अंतर्गत होनेवाले परिवर्तन को भौतिक अथवा रासायनिक परिवर्तन के रूप में वर्गीकृत कीजिए :
(क) चॉक को चॉक-चूर्ण में बदलना
(ख) मोम का पिघलना
(ग) भोजन का पंचना
(a) प्रकाशसंश्लेषण
(च) ऐलुमिनियम के टुकड़े को पीटकर उसका पतला पत्र (फॉइल) बनाना
(छ) जल में शक्कर को बोलना
(ज) कोयले को जलाना
(झ) रवाकरण द्वारा शुद्ध पदार्थ प्राप्त करना ।
उत्तर : (क), (ख), (च) और (झ) भौतिक परिवर्तन हैं।
(ग), (च), (छ) और (ज) रासायनिक परिवर्तन हैं ।
प्रश्न 3. बताइए कि निम्नलिखित कथन सत्य हैं अथवा असत्य । यदि कथन असत्य हो तो, उसे सही करके लिखिए ।
(क) लकड़ी के लठ्ठे को टुकड़ों में काटना एक रासायनिक परिवर्तन है ।
उत्तर—सत्य है (क्योंकि उसे पुनः पहलेवाले रूप में नहीं लाया जा सकता ।)
(ख) पत्तियों से खाद का बनना एक भौतिक परिवर्तन है ।
उत्तर- असत्य है । यह एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि पत्तियों को पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता।
(ग) जस्ता लेपित लोहे के पाइपों में आसानी से जंग नहीं लगती है ।
उत्तर— सत्य है । क्योंकि जस्ता के लेप के कारण ऑक्सीजन एवं जल की प्रतिक्रिया से लोहे का बचाव हो जाता है।
(घ) मैग्नीशियम के फीते को मोमबत्ती की लौ के पास ले जाने पर यह चमकदार श्वेत प्रकाश के साथ जलने लगती है ।
उत्तर– सत्य है ।
(च) मैग्नीशियम ऑक्साइड का जलीय विलयन अम्लीय होता है ।
उत्तर-असत्य है । सत्य है कि मैग्नीशियम ऑक्साइड का जलीय विलयन क्षारीय होता है ।
प्रश्न 4. क्या होता है जब :
(क) सिरका में इनो डालते हैं ।
(ख) नीला थोथा के विलयन में ब्लेड डालते हैं ।
(ग) लोहे के तवा को नमीयुक्त वायु में रखते हैं ।
(घ) पोटैशियम परमैंगनेट को गर्म करते हैं।
उत्तर : (क) बुलबुले निकलते हैं ।
(ख) ब्लेड का रंग ताँबे के रंग में बदल जाता है ।
(ग) तवा पर जंग लग जाता है ।
(घ) तब ऑक्सीजन बनता है ।
प्रश्न 5. भौतिक परिवर्तन और रासायनिक परिवर्तन में अंतर बताइए । प्रत्येक के लिये एक-एक उदाहरण दीजिए ।
उत्तर— भौतिक परिवर्तन में पदार्थों के भौतिक गुणों में कुछ परिवर्तन तो होते हैं, लेकिन इन परिवर्तनों में कोई नया पदार्थ नहीं बनता । जैसे :
फिटकरी से उसके रवा बनाना ।
रासायनिक परिवर्तन से एक पदार्थ से काई नया पदार्थ बन जाता है । जैसे : दूध से दही का जमना ।
प्रश्न 6. जंग लगने के लिये आवश्यक कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर—जंग लगने के लिये आवश्यक कारक हैं :
(क) जल या जलवाष्प तथा (ख) ऑक्सीजन या हवा |
प्रश्न 7. जंग लगने से कैसे रोका जा सकता है ?
उत्तर—जंग लगने से रोकने के लिये निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं :
(i) यशद् लेपन अर्थात जिंक की परत चढ़ाना ।
(ii) पैट करना तथा
(iii) ग्रीज लगाना ।
प्रश्न 8. कार्बन डाइऑक्साइड गैस कैसे उत्पन्न होती है ? किन्हीं तीन विधियों का वर्णन कीजिए ।
उत्तर— कार्बन डाइऑक्साइड गैस निम्नलिखित विधियों द्वारा उत्पन्न होती है :
(i) किसी बंद पात्र में यदि चारकोल को जलाया जाय तो उसके जलने के बाद पात्र में कार्बन डाइऑक्साइड गैस बची रह जाएगी ।
(ii) यदि किसी छोटे बन्द कमरे में अधिक लोग एकत्र हो जायें तो कुछ समय व्यतीत होने पर कमरे में कार्बन डाइऑक्साइड गैस उत्पन्न हो जाएगी।
(iii) सूक्ष्म जीवों द्वारा किण्वन की प्रक्रिया होने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस बन जाती है ।
प्रश्न 9. रवाकरण से क्या समझते हैं? कॉपर सल्फेट (तुतिया) का रवा कैसे प्राप्त किया जाता है ?
उत्तर— नमक, फिटकरी आदि से शुद्ध और साफ नमक या फिटकरी प्राप्त करने की प्रक्रिया को रवाकरण कहते हैं। इसके लिए वस्तु- विशेष को पानी में घोल कर घोल को गर्म कर पानी को वाप्प बनाकर उड़ा देने तक बचा पदार्थ ‘रवा’ होता है
कॉपर सल्फेट (तुतिया) का रवा बनाना – किसी बीकर में लगभग एक कप जल लीजिए और उसमें तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की कुछ बूँदें मिलाइए। जल को गर्म कीजिए । जब जल उबलना आरंभ कर दे तो इसमें धीरे-धीरे कॉपर सल्फेट का चूर्ण निरंतर चलाते हुए मिलाते जाइए। कॉपर सल्फेट का चूर्ण मिलाना तब तक जारी रखिए. जब तक कि उसमें और कॉपर सल्फेट घोलना संभव न हो। विलयन को फिल्टर पेपर की सहायता से छान लीजिए। इसे ठंडा होने दीजिए। जब विलयन ठंडा हो रहा हो, तो उसे हिला-डुलाकर या किसी अन्य प्रकार से न छेड़िये । कुछ समय बाद विलयन को देखिए । अब आप कॉपर सल्फेट के रवे प्राप्त कर लेंगे ।
प्रश्न 10. ऑक्सीजन गैस बनाने की विधि का वर्णन करें तथा इसके गुणों को बताएँ ।
उत्तर—एक शीशी को पानी से पूरा भर लेंगे और उसके मुँह को अँगूठे से दबाकर उल्टा कर लेंगे। उसी अवस्था में उसे पानी से भरे एक बेसिन में उल्टा खड़ा डुबाकर अँगूठा हटा लेंगे। अँगूठा हटाने पर शीशी का लगभग आधा पानी बेसिन में गिर जाएगा ।
एक दूसरी शीशी लेंगे जिसे स्टैंड में तिरछे कस देंगे । इस शीशी में पोटैशियम परमैंगनेट डाल देंगे । इस शीशी में छेद किया हुआ काग लगा देंगे। काग में चित्रानुसार रबर का पाइप घुसा देंगे। पाइप का दूसरा छोर बेसिन में उल्टी रखी शीशी में डाल देंगे । अब पोटैशियम परमैंगनेट वाली शीशी को मोमबत्ती जलाकर गर्म करेंगे। गर्म करते ही पोटैशियम परमैंगनेट से ऑक्सीजन गैस निकलने लगेगी और पानी को धकेलकर बेसिन वाली शीशी मे एकत्र होने लगेगी। पूरा पोटैशियम परमैंगनेट के जल जाने पर बेसिन वाली शीशी में पानी के अन्दर ही काग लगाकर बाहर निकाल लेंगे। उस शीशी में ऑक्सीजन गैस एकत्र हो जाएगी ।
प्रश्न 11. यूरिया के रवे कैसे प्राप्त किया जा सकते हैं? वर्णन करें ।
उत्तर- संकेत : इसी पृष्ठ पर प्रश्नोत्तर 9 का दूसरा भाग देखें। जिस विधि से कॉपर सल्फेट के रवे प्राप्त किये जाते हैं, उसी विधि से यूरिया के रवे भी प्राप्त किये जा सकते हैं।
प्रश्न 12. समझाइए कि रेगिस्तानी क्षेत्रों की अपेक्षा समुद्रतटीय क्षेत्रों में लोहे की वस्तुओं में जंग अधिक क्यों लगती है ?
उत्तर – रेगिस्तानी क्षेत्रों की हवा शुष्क होती है एवं वहाँ ऑक्सीजन की मात्रा कम रहती है। इसके विपरीत समुद्रतटीय क्षेत्रों में जलवाष्प की मात्रा काफी होती है और हवा में नमी के कारण ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिकता से पाई जाती है, इसी कारण रेगिस्तानी क्षेत्रों की अपेक्षा समुद्रतटीय क्षेत्रों में लोहे की वस्तुओं में जंग अधिक लगती है।
प्रश्न 13. आप यह कैसे दिखाएँगे कि दही का जमना एक रासायनिक परिवर्तन है ?
उत्तर – दूध से दही जमाते हैं। यदि हम चाहें भी तो किसी प्रकार पुनः उससे दूध नहीं बना सकते। इससे स्पष्ट कि दही का जमना एक रासायनिक परिवर्तन है ।
क्रियाकलाप एवं परियोजना कार्य :
प्रश्न 1. ऐसे पदार्थों की सूची बनाइए। जिनका रवाकरण किया जा सकता है । उन सभी पदार्थों का रवाकरण बनाकर अपने अभ्यास पुस्तिका में लिखिए ।
उत्तर – तूतिया, नमक, फिटकरी, यूरिया आदि के रवाकरण किया जा सकता है । शेष कार्य छात्र स्वयं करें, कारण कि यह परियोजना कार्य है ।
प्रश्न 2. ऐसे परिवर्तनों की सूची बनाइए जो हानिकारक हो । वर्णन कीजिये कि ये परिवर्तन क्यों हानिकारक हैं ।
उत्तर— जंग लगना और भोजन का सड़ना दोनों परिवर्तन हानिकारक हैं ।
जंग लगना इसलिए हानिकारक है क्योंकि लोहे का क्षय होता है और वह वस्तु काम के लायक नहीं रह जाती। दूसरी हानि यह है कि यदि जंग लगी लोहे की वस्तुओं से शरीर कहीं कट- छील जाय तो टेटनस रोग के होने की आशंका रहती है ।
भोजन का सड़ना इस अर्थ में हानिकारक है क्योंकि यदि भूखा व्यक्ति खा ले तो वह बीमार पड़ सकता है । विश्व खाद्य वस्तुओं की कमी से बेहाल है । अत:, भोजन सड़कर बर्बाद हो जाता है, किसी काम का नहीं रहता । हर हालत में भोजन को सड़ने से बचाना चाहिए ।
कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. जब नींबू के रस में खाने का सोडा मिलाया जाता है, तो बुलबुले बनते हैं और गैस निकलती है । यह किस प्रकार का परिवर्तन है ? समझाइए ।
उत्तर— यह एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि खानेवाला सोडा जब नींबू के साथ अभिक्रिया करता है, तो कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है । इसके फलस्वरूप एक प्रकार का लवण निर्मुक्त होता है ।
प्रश्न 2. जब कोई मोमबत्ती जलती है, तो भौतिक और रासायनिक परिवर्तन दोनों होते हैं। इन परिवर्तनों की पहचान कीजिए। ऐसे ही किसी ज्ञात प्रक्रम का एक और उदाहरण दीजिए, जिसमें भौतिक और रासायनिक दोनों परिवर्तन होते हैं ।
उत्तर — मोमबत्ती के जलने में रासायनिक और भौतिक दोनों परिवर्तन साथ-साथ चलते रहते हैं। पहले मोमबत्ती का मोम पिघलता है और बाद में जलता है । मोम का पिघलना एक भौतिक परिवर्तन है, कारण कि पिघले मोम को प्राप्त कर पुनः ठोस मोम बनाया जा सकता है। मोम पिघलकर जल जाता है । वह धुआँ देता है और कार्बन डाइऑक्साइड बनाता है, जिससे हम पुनः मोम प्राप्त नहीं कर सकते हैं । इससे सिद्ध होता है कि यह रासायनिक परिवर्तन है ।
इसी प्रकार का दूसरा उदाहरण हम दे सकते हैं, जिसमें रासायनिक और भौतिक परिवर्तन साथ-साथ होते हैं । वह है टॉर्च का जलना। टॉर्च के जलने पर बल्ब में तो परिवर्तन नहीं होता किन्तु सेल में रासायनिक परिवर्तन होते रहता है। अत:, बल्ब का जलना भौतिक परिवर्तन है तथा बैटरी का क्षय होते जाना रासायनिक परिवर्तन है ।
प्रश्न 3. समझाइए कि लकड़ी के जलने और उसे छोटे टुकड़ों में काटने को दो भिन्न प्रकार के परिवर्तन क्यों माना जाता है ।
उत्तर – अध्याय के अनुसार रासायनिक परिवर्तन वह है जिसमें वस्तुओं की अवस्था में सदा के लिए परिवर्तन होना निश्चित है । जलना और कटना वस्तुओं में दो तरह के परिवर्तन दर्शाए गए हैं, लेकिन दोनों परिवर्तन पुनः परिवर्तित कर पूर्व की स्थिति में नहीं लाये जा सकते हैं । अतः, दोनों प्रकार के परिवर्तन रासायनिक परिवर्तन ही हैं । लेकिन लकड़ी के टुकड़ों को एक हद तक भौतिक परिवर्तन कह सकते हैं, क्योंकि वे टुकड़ों में बँट कर भी लकड़ी ही बने रहते हैं, राख नहीं बनते ।
प्रश्न 4. फिटकरी के क्रिस्टल बनाइए ।
उत्तर – एक बीकर लीजिए और उसमें चार-पाँच चम्मच पानी डालिए और उसे गर्म कीजिए । गर्म करने के पूर्व उसमें कुछ बूँदें तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की डाल दीजिए। जब जल उबलने लगे तो उसमें फिटकरी के चूर्ण डालिए। चूर्ण तब तक डालिए जब तक उसमें और चूर्ण नहीं डाला जा सके । अब विलयन को ठंडा होने दीजिए। ठंडा होने पर आपको फिटकरी के क्रिस्टल प्राप्त हो जाएँगे ।
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