Class 6th Hindi Text Book Solutions
18. शेरशाह का मकबरा (पा॰ पु॰ वि॰ स॰ )
पाठ का सारांस- प्रस्तुत पाठ ‘शेरशाह का मकबरा‘ एक यात्रा-वृत्तांत है। इसमें एक स्कूल के छात्रों एवं शिक्षकों की सैर का वर्णन है। यह मकबरा बिहार के सासाराम शहर के समीप स्थित है। लाल पत्थर से निर्मित यह मकबरा अपनी स्थापत्य कला एवं सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है। इस मकबरा को देखने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। शेरशाह अपने अल्प शासनकाल में जितने कल्याणकारी कार्य किए इसके लिए जनता युगपर्यंत उनको याद करती रहेगी। शेरशाह की गणना महान विजेताओं मंे की जाती हैं। क्योंकि हुमायूँ जैसे मुगलशासक को पराजित कर दिल्ली की गद्दी पर कब्जा जमाया था। कहानी का आरंभ बस आते ही शुरू हो जाते हैं।
प्रधानाध्यापक सारे छात्रों तथा शिक्षक-शिक्षकाओं से सासाराम की यात्रा पर निकल पड़ने का आदेश देते हैं। बच्चे पंक्ति में खड़ा होकर बस पर सवार होते हैं। उनके साथ प्रधानाध्यापक के अतिरिक्त आशा मैडम, महिमा, मैडल तथा इतिहास शिक्षक पूर्णनाथ सर बस पर सवार होते हैं।
अक्टूबर का कहीना था। दिन के दस बजे थे। मौसम अति खुशनुमा था। बस मुख्य मार्ग पर आकर तेजी से आगे बढ़ने लगी। उत्सुकतावश बच्चे उस स्थान के विषय में जानकारी लेने के लिए इतिहास शिक्षक से तरह-तरह के प्रश्न पूछना प्रारंभ करते हैं तथा शिक्षक उसका समीचीन उत्तर देकर जिज्ञासा की पूर्ति करते हैं। सर्वप्रथम सूरज ने इतिहास शिक्षक पूर्णनाथ सर से शेरशाह के बारे में पूछा। शिक्षक ने कहा-‘‘शेरशाह भारत के महान् शासकांे में से एक हैं। इसका जन्म 1472 ई॰ में हुआ था। इसके पिता हसन खाँ एक बड़े जागीरदार थे। शेरशाह के बचपन का नाम फरीद खाँ था। बचपन में इसने एक शेर को मार दिया था, उस दिन से लोग इसे शेर खाँ कहने लगे। शेरशाह विद्वान, कुशल प्रशासक, बहादुर तथा लोकप्रिय व्यक्ति था। इसने हुमायूँ को पराजित कर दिल्ली की गद्दी पर बैठा तथा सूरी वश की स्थापना की। इसने 1540 ई॰ के आसपास 68 वर्ष की उम्र में कन्नौज में हुमायूँ को पराजित किया था। इसकी सेना में अधिकांश बिहारी सिपाही थे।‘‘
शेरशाह पाँच वर्ष ही शासन कर सका, फिर भी जानता के कल्याण का कार्य जितना इसने किया, वह अपने-आप में एक मिसाल है। इसने सड़कें बनाई, पीने के पानी के लिए कुएँ खुदवाए, सड़कों के किनारे वृक्ष लगवाए, संचार-व्यवस्था को सुदृ़ढ़ किया, राजस्व एवं लगान की व्यवस्था में सुधार लाकर उसे किसानों के लिए उपयोगी एवं लाभकारी बनाया तथा कोलकात्तर से पेशवार तक जी॰ टी॰ रोड की मरम्मत करवाई, जिसे ग्रैण्ड टंªक के नाम से जाना जाता है। इसी बातचीत के क्रम में बस सासाराम पहुँच गई। शहर से गुजरती हुई बस एक तालाब के किनारे आकर रूक गई। इतिहास शिक्षक ने कहा-‘‘लो आ गया शेरशाह का मकबरा।‘‘
बच्चे मकबरे की सुन्दरता देख चकित हो गए। जमाली नाम के लड़के ने कहा-‘बाप रे बाप‘ ‘इतना बड़ा और इतना सुन्दर।‘ सभी बच्चे बस से उतरकर एक जगह जमा हो गए। इतिहास शिक्षक ने कहा-‘यह मकबरा तक जाने का मुख्य मार्ग है।‘ इसके दोनों ओर मस्जिद है। पानी के बीच भवन देखकर बच्चे आश्चर्यचकित हो रहे थे। एक विद्यार्थी ने पूछा-मकबरे का निर्माण किसने करवाया। शिक्षक ने कहा कि शेरशाह की मृत्यु के बाद उसका बेटा इस्लामशाह सुरी उसका उत्तराधिकारी बनने के बाद इस भवन का निर्माण करवाया। मकबरे की सुन्दरता बढा़ने के लिए उसे एक तलाब के बीच बने एक ऊँचे चौकोर चबूतरे पर बनाया गया है। इस मकबरे को अद्वितीय स्थापत्य कला का नमूना के रूप में प्रस्तुत करने के लिए इस तालाब को खुदवाया गया था जो आज भी मौजूद है। तब शिक्षक ने बच्चों से पूछा-‘‘मकबरा किस चीज से बना है ? बच्चों ने कहा-‘पत्थर से‘। इसकी कितनी मंजिलें हैं ? बच्चो ने उत्तर दिया-‘तीन‘। शिक्षक ने बताया। यह मकबरा 45 मीटर ऊँचा है। इसका गुंबद बहुत बड़ा है। यह गुंबद ताजमहल के गुंबद से तेरह फीट बड़ा है तथा अफगान शैली का बेहतरीन नमूना है। इसमें शेरशाह सूरी के अतिरिक्त उनके चौबीस साथी दफन है। इस ऐतिहासिक इमारत पर लिखे गए नमों एवं वाक्यों पर शिक्षक ने कहा कि जो ऐतिहासिक धरोहर के महत्त्व को नहीं समझते हैं, वे लोग ही ऐसी गंदी हरकतें करते हैं। यह मकबरा अब देश की संरक्षित ऐतिहासिक धरोहरो की सूची में आ गया है। राज्य सरकार भी इसके रख-रखाव पर लाखों रूपये खर्च करती है। फिर शिक्षक ने बच्चों से पूछा-इसे साफ रखने का दायित्व किस पर है ? बच्चों ने एक स्वर में उत्तर दिया-‘‘हम सभी नागरिकों पर।‘‘ घुमते-घुमते दिन के ढाई बज गए। सबको भूख लगी थी। सबने एक साथ खाना खाया और वापसी के लिए बस पर सवार हो गए।
अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर
पाठ से:
प्रश्न 1. शेरशाह ने जनहित के लिए कौन-कौन से कार्य किए ?
उत्तर- शेरशाह ने अपने अल्प-शासन काल में अनेक जनहित के कार्य किए। इसने अपने शासनकाल में सड़के बनवाई, सड़कों के किनारे यात्रियों के ठहरने के लिए सराय (धर्मशाला) बनवाई, जगह-जगह कुएँ खुदवए। सड़कों के किनारे वृक्ष लगवाए, डाक और संचार की व्यवस्था में सुधार किए। राजस्व एवं लगान में सुधार करने से किसानों को लाभ हुआ। किसानों को आसानी से ऋण दिया जाता था। कोलकत्ता से पेशावर (पकिस्तान) तक का रोड की मरम्मत करवाई। इसे ग्रैण्ड टंªक के नाम से जाना जाता है। शेरशाह अति न्यायप्रिय शासक था।
प्रश्न 2. शेरशाह के मकबरे की क्या विशेषता है ?
उत्तर- शेरशाह के मकबरे की सबसे बड़ी विशेषता इसकी सुन्दरता है। इसका गुंबद 45 फीट ऊँचा है। ताजमहल का गुंबद इसके इसके गुंबद से 13 फीट छोटा है। तालाब के बीच एक चौकोर चबूतरे पर स्थित होने के कारण दूर से ही इसका सौंर्दय आकृष्ट करता है। अफगान स्थापत्य कला का यह बेहतरीन नमूना है।
प्रश्न 3. शेरशाह का बिहार से क्या संबंध है?
उत्तर- शेरशाह के पिता हसन खाँ बिहार के जगीरदार थे। शेरशाह का बचपन सासाराम में बीता था। सासाराम बिहार के अन्तर्गत है। हुमायूँ को पराजित करने वाले शेरशाह के सिपाही बिहार के ही वीर बाँकुड़े थे। बिहार ने ही इसे दिल्ली की गद्दी पर बैठाया था। इसीलिए इसके मरणोपरान्त बिहार में ही इसका मकबरा बनवाया गया।
प्रश्न 4. स्तम्भ ‘क‘ तथा स्तम्भ ‘ख‘ से मिलान कीजिए।
स्तम्भ- क स्तम्भ-ख
शेरशाह का जन्म इसलाम शाह सूरी
शेरशाह के पिता 1545
कन्नौज में हूमायूँ से युद्ध 1472
शेरशाह की मृत्यु हसन खाँ सूरी
शेरशाह का पुत्र 1540
उत्तर: स्तम्भ- क स्तम्भ-ख
शेरशा का जन्म 1472
शेरशाह के पिता हसन खाँ सूरी
कन्नौज में हूमायूँ से युद्ध 1540
शेरशाह की मृत्यु 1545
शेरशाह का पुत्र इसलाम शाह सूरी
प्रश्न 5. रिक्त स्थान को भरें।
(क) ग्रैंड टंªक रोड ……….. से………… तक जाती है।
(ख) हुमायुँ से युद्ध के समय शेरशाह की उम्र …………. थी।
(ग) शेरशाह का मकबरा …………… में है।
(घ) शेरशाह के बचपन का नाम ……………… था।
(ङ) यह मकबरा ………….. शैली का बेहतरीन नमूना है।
उत्तर- कोलकाता, पेशावर, (ख) 68 वर्ष, (ग) सासाराम, (घ) फरीद खाँ, (ङ) अफगान।
पाठ से आगे:
प्रश्न 1. अगर आपकों कहीं का राजा बना दिया जाए तो आप आम जानता के लिए क्या करना चाहेंगे?
उत्तर- यदि मुझे कहीं का राजा बना दिया जाए तो मैं आप जानता के स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, सराय, पीने के पानी तथा सुरक्षा की व्यवस्था पहले करने का प्रयास करूँगा।
प्रश्न 2. केवल पाँच वर्षो के शासन काल में शेरशाह ने बहुत सारे कार्य किए। कैसे ? सोचकर करना चाहेंगे ?
उत्तर- केवल पाँच साल के शासन काल में शेरशाह ने बहुत सारे कार्य किए। इसका मुख्य कारण यह था कि उन्हें जनता की चिन्ता थी। वे चाहते थे कि हमारे देश की जनता खुशहाल एवं शक्ति सम्पन्न बने। इसीलिए उन्होंने सड़कें बनवाई, सड़क के किनारे वृक्ष लगवाए, यात्रियों के ठहरने के लिए सराय बनवाई। डाक तथा संचार व्यवस्था सुधार किए। राजस्व तथा लगान की व्यवस्था में सुधार किए। किसानों के विकास के लिए ऋण की व्यवस्था की।
प्रश्न 3. अधिक उम्र होने के बावजूद शेरशाह ने हुमायूँ को पराजित किया। सोचिए वह ऐसा कैसे कर पाया?
उत्तर- अधिक उम्र होने के बावजूद शेरशाह ने हुमायूँ को पराजित किया था। इसका मुख्य कारण था कि उनमें जीतने की हिम्मत और साहस था। साथ ही, उनकी सेना में ज्यादार सिपाही बिहारी थे, जिन्होंने पूर्ण निष्ठा एवं बहादुरी से युद्ध किया था। शेरशाह अनुभावी व्यक्ति के साथ-साथ विद्वान, बहादुर तथा बुद्धिमान व्यक्ति थे।
प्रश्न 4. ऐतिहासिक धरोंहरों को सुरक्षित रखने के लिए आप क्या सुझाव दना चाहेंगे ?
उत्तर- ऐतिहासिक धरोंहरों को सुरक्षित रखने के संबंध में मेरा सुझाव होगा कि ऐसे ऐतिहासिक धरोहरों को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित की जाय तथा सरकार उसकी देखभाल की समुचित व्यवस्था करें।
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