इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड के कक्षा 8 के अंग्रेजी Bihar Board Class 8th Radiance English Books Solution Notes के सभी पाठों को अर्थ सहित व्याख्या को पढ़ेंगें।
इसको पढ़ने से आपके किताब के सभी प्रश्न आसानी से हल हो जाऐंगे। इसमें चैप्टर वाइज सभी पाठ के नोट्स को उपलब्ध कराया गया है। सभी टॉपिक के बारे में आसान भाषा में बताया गया है।
यह नोट्स NCERT तथा SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर पूर्ण रूप से आधारित है। इसमें अंग्रेजी के प्रत्येक पाठ के बारे में व्याख्या किया गया है, जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट को पढ़कर आप बिहार बोर्ड कक्षा 8 के Radiance part 3 के किसी भी पाठ को आसानी से समझ सकते हैं और उस पाठ के प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं। जिस भी पाठ को पढ़ना है उस पर क्लिक कीजिएगा, तो वह पाठ खुल जाऐगा। उस पाठ के बारे में आपको वहाँ सम्पूर्ण जानकारी मिल जाऐगी।
Bihar Board Class 8th Radiance English Books Solution Notes
Bihar Board Radiance English Book Class 8 Solutions
आशा करता हुँ कि आप को Class 8 English (Radiance Part 3) के सभी पाठ को पढ़कर अच्छा लगेगा। इन सभी पाठ को पढ़कर आप निश्चित ही परीक्षा में काफी अच्छा स्कोर करेंगें। इन सभी पाठ को बहुत ही अच्छा तरीका से आसान भाषा में तैयार किया गया है ताकि आप सभी को आसानी से समझ में आए। इसमें Radiance Part 3 Class 8 English के सभी पाठ को समझाया गया है। यदि आप बिहार बोर्ड कक्षा 8 से संबंधित किसी भी पाठ के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेन्ट बॉक्स में क्लिक कर पूछ सकते हैं। यदि आप और विषय के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड के कक्षा 9 के अंग्रेजी Panorama Part 1 Bihar Board Class 9th English Solution Notes All Topics with Lecture के सभी पाठों को अर्थ सहित व्याख्या को पढ़ेंगें।
इसको पढ़ने से आपके किताब के सभी प्रश्न आसानी से हल हो जाऐंगे। इसमें चैप्टर वाइज सभी पाठ के नोट्स को उपलब्ध कराया गया है। सभी टॉपिक के बारे में आसान भाषा में बताया गया है।
यह नोट्स NCERT तथा SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर पूर्ण रूप से आधारित है। इसमें अंग्रेजी के प्रत्येक पाठ के बारे में व्याख्या किया गया है, जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट को पढ़कर आप बिहार बोर्ड कक्षा 9के English Panorama part 1 के किसी भी पाठ को आसानी से समझ सकते हैं और उस पाठ के प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं। जिस भी पाठ को पढ़ना है उस पर क्लिक कीजिएगा, तो वह पाठ खुल जाऐगा। उस पाठ के बारे में आपको वहाँ सम्पूर्ण जानकारी मिल जाऐगी।
Class 9th English Solution Rainbow Part 1 Notes अंग्रेजी के सम्पूर्ण पाठ का व्याख्या
Bihar Board Class 9th English Solution Notes Panorama Part 1 in Hindi
Class 9 Panorama Part 1 English Solutions Prose Section
आशा करता हुँ कि आप को Class 9 English (Panorama Part 1) के सभी पाठ को पढ़कर अच्छा लगेगा। इन सभी पाठ को पढ़कर आप निश्चित ही परीक्षा में काफी अच्छा स्कोर करेंगें। इन सभी पाठ को बहुत ही अच्छा तरीका से आसान भाषा में तैयार किया गया है ताकि आप सभी को आसानी से समझ में आए। इसमें Panorama Part 1 Class 9 English के सभी पाठ को समझाया गया है। यदि आप बिहार बोर्ड कक्षा 9से संबंधित किसी भी पाठ के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेन्ट बॉक्स में क्लिक कर पूछ सकते हैं। यदि आप और विषय के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड के कक्षा 10 के अंग्रेजी Panorama Part 2 Bihar Board Class 10th English Solution Notes All Topics with Lecture के सभी पाठों को अर्थ सहित व्याख्या को पढ़ेंगें।
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यह नोट्स NCERT तथा SCERT बिहार पाठ्यक्रम पर पूर्ण रूप से आधारित है। इसमें अंग्रेजी के प्रत्येक पाठ के बारे में व्याख्या किया गया है, जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस पोस्ट को पढ़कर आप बिहार बोर्ड कक्षा 10 के EnglishPanorama part 2 के किसी भी पाठ को आसानी से समझ सकते हैं और उस पाठ के प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं। जिस भी पाठ को पढ़ना है उस पर क्लिक कीजिएगा, तो वह पाठ खुल जाऐगा। उस पाठ के बारे में आपको वहाँ सम्पूर्ण जानकारी मिल जाऐगी।
Class 10th English Solution Rainbow Part 2 Notes अंग्रेजी के सम्पूर्ण पाठ का व्याख्या
Bihar Board Class 10th English Solution Notes Panorama Part 2 in Hindi
Class 10 Panorama Part 2 English Solutions Prose Section
आशा करता हुँ कि आप को Class 10 English (Panorama Part 2) के सभी पाठ को पढ़कर अच्छा लगेगा। इन सभी पाठ को पढ़कर आप निश्चित ही परीक्षा में काफी अच्छा स्कोर करेंगें। इन सभी पाठ को बहुत ही अच्छा तरीका से आसान भाषा में तैयार किया गया है ताकि आप सभी को आसानी से समझ में आए। इसमें Panorama Part 2 Class 10 English के सभी पाठ को समझाया गया है। यदि आप बिहार बोर्ड कक्षा 10 से संबंधित किसी भी पाठ के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेन्ट बॉक्स में क्लिक कर पूछ सकते हैं। यदि आप और विषय के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कविता पाठ सतरह‘ The Recycling Rap (पूनर्चक्रण गीत)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
THE RECYCLING RAP
पाठ का परिचय- ‘द रिसाइक्लिंग रैप’ पाठ पर्यावरण से संबंधित है। हमें अपने परिवेश, पर्यावरण, पृथ्वी तथा मानव पीढ़ी की सुरक्षा के लिए रही । का पुनर्चक्रण करने और उन्हें नहीं बिखराने का निर्देश दे रहा है। The Recycling Rap poem in Hindi
All: Listen to me children. Hear what I say. We’ve got to start recycling. It’s the only way To save this planet for future generation The name of the game is reclamation बच्चो सुनो। सुनो जो मैं कहता हूँ। हमने पुनर्चक्रण शुरू करवाया है। यही एक रास्ता है। इस ग्रह को भावी पीढ़ी के लिए बचाने का उस खेल का नाम है, फिर से नया करना । You’ve got to start recycling. You know it make sense. You’ve got to start recycling. Stop sitting on the fence. No more pussy footing. No more claptrap. Get yourself doing the recycling rap सदा का अर्थ : तुमने शुरू करवाया है पुनर्चक्रण । तुम जानते हो इसका मतलब तुमने पुनर्चक्रण शुरू करवाया है। तटस्थ बना रहना बन्द करो। और अधिक टिप्पणी नहीं। और अधिक बकवास नहीं । स्वयं से पुनःचक्रण गीत बनवाओ। Voice-1: Come on and start recycling. Start today By saving old newspapers, not throwing them away, Don’t just take them and dump them on the tin Tie them in a bundle and put them in the skip. आवाज-1 : आगे बढ़ो और पुनर्चक्रण शुरू करो। आज ही शुरू करो। पुराना समाचारपत्र बचाकर, उन्हें दूर फेंककर नहीं, उन्हें ऐसे ही उठाकर और कूड़े की जगह न फेंककर, उनका गट्ठर बनाओ और उन्हें कूड़ेदान में डालो। Voice-2: Get collecting, protecting the future’s up to you. Save all your old glass bottles and your jam jars too. Take them to the bottle bank, then at the factory The glass can be recycled, saving energy. आवाज-2 : जमा कराओ, बचत कराओ, भविष्य तुम्हारा है। अपना सब पुराना बोतल बचाओ और, अपने मुरब्बे का मर्तवान भी उन्हें बोतल बैंक में ले जाओ, तब कारखाने में ग्लास फिर बन सकता है, ऊर्जा की बचत होती है। Voice-3: Don’t chuck away that empty drink can. Remember what I said. Start recycling, man. Wash it, squash it, squeeze it, flat and thin. Take it to the Save-A-Can and post it in. आवाज-3 : शरबत के खली डब्बो को यूँ ही मत फेंक दो। ध्यान रखो मैने जो कहा । पुनर्चक्रण शुरू करो मनुष्य। । इसे धो लो पिचका दो चपटा और पतला । ले जाओ और बडे कुडेदान में रख दो । The Recycling Rap poem in Hindi
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कहानी पाठ सोलह‘ Harvesting Rain (वर्षाजल संग्रहण)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
HARVESTING RAIN
पाठ का परिचय–‘हार्वेस्टिंग रेन’ हमें जल समस्या का सामना कैसे किया जाय, यह बखान करता है। यह बताता है कि जल सबके लिए बहुत उपयोगी है, किन्तु यह सब जगह आसानी से उपलब्ध नहीं है। वर्षाजल संग्रहण हमें इस समस्या का सामना करने में मददगार हो सकता है। Have you ever collected rainwater? My family used to collect rainwater in buckets and the water was put to good use. Collecting water during the June showers, especially after facing severe water shortage all summer, was a thrilling experience. My adventure with rainwater never stopped there. While teaching at a school in the Maldives I saw rainwater harvesting. What is rainwater harvesting? It is a method of collecting rainwater for domestic purposes. The Maldives is an archipelago in southern Asia made up of a group of 1.190 islands. The islands receive rainfall from the North East Monsoon and the South West Monsoon. The rains are unpredictable and there is no fresh water available. It is difficult to get groundwater and it is not fit for drinking. The people have been taught to set up a good system of rainwater harvesting. वाक्यार्थ-क्या तुमने कभी वर्षाजल जमा किया है ? मेरा परिवार बाल्टी में नाक जमा किया करता था और उस पानी का अच्छा उपयोग होता था। जून की दाल दौरान, खासकर सारी गर्मी पानी की भारी कमी का सामना करने के बाद, रोमांस महसूस होता था। वहाँ वर्षाजल के साथ मेरा साहसिक कार्य कभी समाप्त नहीं होता था। माली में एक स्कूल में पढ़ाई का काम करने के समय मैंने वर्षाजल संग्रहण देखा। वर्णन संग्रहण क्या है ? यह घरेलू काम के लिए वर्षा जल जमा करने का तरीका है। मालदीव दक्षिणी एशिया में 1,190 द्वीपों के समूह से बना एक द्वीपसमूह है। ये द्वीप उत्तरी-पूर्वी मॉनसून और दक्षिण-पश्चिम मॉनसन से वर्षा पाता है। वर्षा बेठिकाना होता है और वहा साफ पानी नहीं मिलता है। भजल मिलना कठिन होता है और वह पीने योग्य नहीं होता। लोगों को वर्षाजल संग्रह करने का अच्छा तरीका सिखाया गया है। Harvesting Rain class 8 in Hindi Each newly built house is fitted with slopping roofs made of corrugated iron. This is ideal for collecting rainwater. Gutters are nailed to the base of the roof and the sealed off at one end. The other end of the gutter has a pipe that leads to a huge tank made of cement. The pipe is extended in such a way as to deliver the water into the tank. The tank has a tap at its base. Some houses have a system for locking the tap. Once the tank in the house where I lived ran dry, I didn’t have to worry. The school had plenty of water all through the year. Can you guess why? The area of the school roof being extremely large, the amount of water collected is greater. After a long dry spell one night there was a heavy downpour. वाक्यार्थ–हरेक नया बना घर लोहे के नलीदार ढालुआँ छत से युक्त रहता है। यह वर्षाजल जमा करने के लिए उपयुक्त होता है। छत की जड़ में नालियाँ ठोकी गई होती हैं और एक छोर पर अलग की गयी होती हैं। नाली के दूसरे छोर पर एक _पाइप रहता है जो सीमेण्ट की बनी बड़ी टंकी में जाती है। पाइप इस तरह बढ़ाया जाता है कि पानी टंकी में गिरे । टंकी के निचले भाग में एक नल लगा होता है। कुछ घड़ों । में नल को बन्द करने का तरीका होता है। एक बार उस घर की टंकी, जहाँ मैं रहता था, सूख गयी, मुझे कोई चिन्ता नहीं थी। उस स्कूल में सोलोभर काफी पानी रहता था। क्या तुम अन्दाज कर सकते हो क्यों ? स्कूल की छत का क्षेत्र अत्यधिक बड़ा होने के कारण जमा पानी की मात्रा बहुत अधिक होती थी। लंबे समय तक सूखा रहने के बाद भारी वर्षा हुई। I was delighted because that meant that my tank was filling up. But the next morning the tank was empty! The early rains of the season are allowed to flow to waste so as to clean the roof and the tank before the water is stored! I had never thought of that. People all over the world are harvesting rainwater. Yet in our country large amounts of rainwater are lost. Its use should be encouraged at the family and school level. We need rainwater. It is abundant, safe and very sweet and pleasant to drink. वाक्यार्थ-मैं प्रसन्न हुआ क्योंकि उसका मतलब था कि मेरी टंकी भर रही थी। – अगली सुबह टंकी खाली थी। मौसम के शुरुआत की वर्षा को बर्बाद होने के कोड दिया जाता है ताकि पानी जमा होने के पहले छत तथा टंकी साफ हो जाय । मैने ऐसा कभी नहीं सोचा था। संसार भर में लोग वर्षाजल संग्रह कर रहे हैं। फिर भी हमारे देश में पानी की ही मात्रा नष्ट हो जाती है । इसका उपयोग परिवार और स्कूल के स्तर पर उत्साहित जाना चाहिए। हमें वर्षाजल की आवश्यकता है। यह प्रचुर है, सरक्षित है और पीने में बहुत मीठा तथा आनन्ददायक है। Harvesting Rain class 8 in Hindi
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कविता पाठ पंद्रह‘ The Outsider (बाहरी व्यक्ति)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
THE OUTSIDER
पाठ का सारांश-‘द आउटसाइडर्स’ हम हमारे समाज के शारीति अक्षम व्यक्ति के जीवन से परिचित कराता है। यह बताता है कि अक्षम हमारे समाज के सदस्य हैं और इसलिए हमें उससे बाहरी व्यक्ति-सा व्यवहार नही करना चाहिए।
The Outsider class 8th in Hindi
I’m handicapped and wheelchair bound Expected to sit and not make a sound Just to smile and let the world go by With saintly patience and never sigh. मैं हूँ अक्षम और चलकुर्सी से बँधा । है ऐसा अपेक्षित कि बैठा रहूँ और आवाज न करूँ . केवल मुस्काऊँ और दुनिया को यूं ही जाने दूँ, साधु जैसे धैर्य के साथ बिना आहे भरे । Inside my head thoughts come and go Ideas are born which long to flow Flow from my lips and link me with others But words sound strange as no one bothers. मेरे दिमाग के अन्दर विचार आते और जाते हैं ऐसे विचार पनपते हैं जो बाहर निकलना चाहते हैं मेरे ओठों से बहते हैं और दूसरों से जोड़ते हैं किन्तु शब्द अजनबी लगते हैं क्योंकि कोई परवाह नहीं करता। My tongue and lips do not as I ask I cannot perform the simplest task But I have a mind and I’m still there Don’t lock me out in your ignorance there. मेरी जीभ और ओठ वैसा नहीं करते जैसा मैं कहता हूँ मैं पूरा नहीं कर सकता सबसे आसान काम भी किन्तु मुझे दिमाग है और मैं भी कुछ करना चाहता हूँ मुझे अपनी अज्ञानता में अलग न रखें। Talk though I seem not to understand Touch me, include me, hold my hand I am alive and I have time to give Let me share in the life I was given to live. (मुझसे) बात करें हालाँकि लगता है मैं नहीं समझता मुझे छूएँ, मुझे शामिल करें, मुझे सहारा दें मैं जीवित हूँ और मेरा समय है स्वीकारे जाने का मुझे जो जीवन दिया गया था उसमें भागीदार होने दें।
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कहानी पाठ चौदह‘ She lived her dream (उसने अपना सपना सच किया)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
SHE LIVED HER DREAM
पाठ का परिचय- ‘शी लव्ड हर ड्रीम’ पाठ हमें याद दिलाता है कि कैसे देश की एक महिला ने दुनिया में कुछ शानदार सफलता प्राप्त की । कल्पना चावला ।। में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रथम महिला वैज्ञानिक अभियन्ता बनी और अपने और अपने उत्साह के कारण वह बाद में एक अन्तरिक्षयात्री बनी । The whole world was excited as Kalpana Chawla was to return from the space. People were planning to celebrate her return on February 2003, but the return never happened, as the “Columbia Shuttle’ broke apart, just 16 minutes before it was to land in Florida. Many hoped for a miracle. Alas! Kalpana died after spending a month in the space, travelling over 6.5 million miles in space and in 252 orbits. She nonetheless lived her dream. Kalpana Chawla was born in a small town Karnal in Haryana, in a traditional middle class family. The youngest of four children, Kalpana studied at Tagore School, but was different from other children. Her love for the skies and space began when she was a little girl in Haryana. Her school projects and papers were about stars, planets and the outer space. Teachers often found her sketching airplanes instead of playing with her friends. While her businessman father supported her when she joined the flying club, he was shocked when she chose flying as a career. He wanted her to become a doctor. Kalpana managed to win over her father and her family to become Punjab Engineering College’s first woman aeronautical engineer in 1982. वाक्यार्थ—कल्पना चावला अन्तरिक्ष से वापस होनेवाली थी इसलिए सारी दुनिया उत्साहित थी। लोग फरवरी 2003 को उसकी वापसी का उत्सव मनाने की योजना बना रहे थे, किन्तु वह वापसी कभी नहीं हुई, क्योंकि फ्लोरिडा में उतरने के ठीक 16 मिनट पहले ‘कोलंबिया शटल टूट गया। बहुतों ने चमत्कार की आशा की थी। खेद है। अन्तरिक्ष में एक महीना बिताने, अन्तरिक्ष में 6.5 मिलियन माइल और 252 कक्षाओं में यात्रा करने के बाद कल्पना मर गयी। फिर भी उसने अपना सपना सच किया। कल्पना चावला हरियाणा के एक छोटे शहर करनाल में पारंपरिक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मी थीं। चार बच्चों में सबसे छोटी कल्पना ने टैगोर स्कूल में पढा, किन्तु वह दूसरे बच्चों से भिन्न थी। आकाश तथा अन्तरिक्ष के प्रति उसका प्रेम तब शुरू हुआ जब वह हरियाणा में एक छोटी बच्ची थी। उसके स्कूल की परियोजना तथा कागजात तारे, ग्रह और बाहरी अन्तरिक्ष के बारे में होते थे। अपने दोस्तों के साथ खेलने के . बदले शिक्षक उसे अक्सर हवाई जहाज के रेखाचित्र बनाते देखते थे। हालाँकि जब वह फ्लाइंग क्लब में शामिल हुई तब उसके व्यापारी पिता ने उसका सहयोग किया, जब उसने उड़ान को अपना भविष्य चुना तब वे दुखी हुए। वे उसे डॉक्टर बनाना चाहते थे। कल्पना ने अपने पिता तथा परिवार को 1982 में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज का प्रथम महिला विमानन इंजीनियर होने के लिए अपने पक्ष में कर लिया। She lived her dream in Hindi Her parents wanted her to get married and settle down. So, they strongly opposed her when she wanted to go to the US for postgraduate studies. Kalpana won again. She got her Master’s degree from the University of Texas, Arlington and a Doctorate from the University of Colorado. It was there that she met her husband, French flying instructor and aviation writer, Jean-Pierre Harrison. After doing her Ph.D. in Aerospace Engineering in 1988, she worked as a research scientist at NASA, Ames Research Centre, California. She became one of the 19 persons selected from 2062 applicants to become an astronaut. In March 1995, she reported to the Johnson Space Centre. वाक्यार्थ—उसके माता-पिता उसे शादी कर घर बसाना चाहते थे। इसलिए जब वह स्नातकोत्तर अध्ययन के लिए यू. एस. जाना चाही, उन्होंने उसका कठोर विरोध किया। कल्पना ने फिर जीत हासिल की। उसने मास्टर की डिग्री टेक्सास विश्वविद्यालय आरलिंगटन से तथा डॉक्टर की उपाधि कोलोरैडो विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वहीं उसे उसका पति फ्रांसीसी उड़ान प्रशिक्षक और विमानन संबंधी लेखक जीन-पाइरी हैरिसन मिला। 1988 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पी-एच.डी. करने के बाद उसने कैलिफोर्निया के एम्स रिसर्च सेंटर नासा में शोध विज्ञानी के रूप में काम किया। अन्तरिक्ष यात्री होने के लिए 2062 आवेदकों में वह 19वाँ चुमी हुई .व्यक्ति थीं। मार्च 1995 में उसने जॉनसन स्पेस सेंटर को रिपोर्ट किया। She lived her dream in Hindi On 19 November 1997, she made her first flight in an American space shuttle for fifteen days. It took her only 90 minutes to circle the earth! Kalpana and her husband loved aerial aerobatics, hiking, back packing and reading. Though she accepted American citizenship, Kalpana didn’t forget her home. Every year she paid for the trip of two talented children from her town to visit NASA. She paid for the education of many girls, too. The government of Tamil Nadu instituted the Kalpana Chawla Award to be given annually on the Independence Day for her bravery and service. Now Kalpana is no more but her achievements shall continue to inspire people to work hard to realise their dream. वाक्यार्थ-19 नवम्बर, 1997 को वह पन्द्रह दिनों के लिए अमेरिकी अतारक्ष शटल म अपनी पहली उडान भरी। उसे पथ्वी के चारों ओर घमने में मात्र 90 मिनट लामा व उसके पति को वायवीय कलाबाजी पैदल यात्रा तैयारी तथा अध्ययन अच्छा लगा। हालाकि उसने अमेरिकी नागरिकता ग्रहण की कल्पना अपने घर को नहीं भूली । हरक वर्ष वह अपने शहर में नासा घमने के लिए दो मेधावी बच्चों को यात्रा के लिए खर्च देती थी। उसने अनेक लडकियों की पढ़ाई के लिए भी खर्च दी। तमिलनाडु सरकार ने उसका बहादुरा और सेवा के नाम पर हरेक वर्ष कल्पना चावला अवार्ड स्वतंत्रता दिवस पर दना शुरू किया। अब कल्पना नहीं है, किन्त उसकी उपलब्धियाँ अपने सपनों को महसूस करने के लिए कठिन मेहनत करने को लोगों को प्रेरित करेगी । She lived her dream in Hindi
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कविता पाठ तेरह‘ My Shadow (मेरी छाया)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
MY SHADOW
पाठ का परिचय-माई शैडो’ अपनी छाया का व्यक्तिकरण है। हममें प्रलय अपनी छाया देखता है, पर शायद ही कोई इसकी उपस्थिति महसूस करता है। इसलि कवि हमारा ध्यान अपनी छाया की विशेषता अनुभव करने और समझने के लिए आकर्षित करता है। My Shadow class 8 in Hindi
I have a little shadow that goes in and out with me. And what can be the use of him is more than I can see. मेरी एक छोटी छाया है जो चलती है अन्दर और बाहर मेरे साथ । ‘ और जो हो सकता है उसका उपयोग मेरे जानने की अपेक्षा अधिक है। He is very, very like me from the heels up to the head; And I see him jump before me, when I jump into my bed. पद्य का अर्थ :वह है बहुत, बहुत मेरे समान एड़ी से चोटी तक, और मैं देखता हूँ उसे कूदते अपने से पहले जब मैं बिछावन पर कूदता हूँ। The funniest thing about him is the way he likes to grow Not at all like proper children, which is always very slow, अत्यधिक बात उसके बारे में है उसका तरीका वह बढ़ना पसन्द करता है वास्तविक बच्चे की तरह बिलकुल नहीं, जो होता है हमेशा बहुत धीमा, For he sometimes shoots up taller like an India- rubber ball, And he sometimes gets so little that there’s none of him at all. कभी-कभी वह, ऊपर, अधिक लंबा बढ़ता है, जैसी तेज उछलनेवाली गेंद, और वह कभी-कभी इतना छोटा हो जाता है कि उसके समान कोई है ही नहीं। One morning, very early, before the Sun I was up, I rose and found the shining dew on every buttercup, एक सुबह, खूब सवेरे, पहले ही सूरज से, मैं उठा था, मैं उठा और देखा चमकता ओस हरेक बटरकप पर । But my lazy little shadow, like an arrant sleepy head Had stayed at home behind me and was fast asleep in bed. किन्तु मेरी सुस्त छोटी छाया, जैसी पहले दरजे का ऊँघता हुआ सिर रुक गयी थी मेरे पीछे घर पर और थी गाढ़ी नींद में बिछावन पर। My Shadow class 8 in Hindi
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कहानी पाठ बारह‘ Beat the Clock (समय से आगे चलो)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
BEAT THE CLOCK
पाठ का परिचय – ‘बीट द क्लॉक’ वैसे छात्रों के लिए बहुत उपयोगी पाठ है जो अपने अध्ययन में रुचि रखते हैं। यह छात्रों को सलाह देता है कि अध्ययन के लिए समय बहुत कीमती चीज है । यह भी सलाह देता है कि बहुत-से समय अपव्ययी भी हैं जो उचित व्यवस्था तथा नियोजन और नियंत्रण से दूर किए जा सकते हैं। Rimjhim assured, “Don’t worry mom I just have two lessons to do, it’ll take no time. Tomorrow’s exam is a piece of cake.” It was just 6 pm and as she sat down to study the phone bell rang. After a marathon yapping sessions Rimjhim realised the time was 7.30 pm. Promising not to take any more calls, she sat down to study but couldn’t find her notepad. Another half an hour down the drain! By then it was dinner time. And by the time Rimjhim finally sat down to study it was already 9.00 pm, just an hour to go before bedtime. Are you too bitten by the time-wasting bug? Then may be it’s time to take charge of your time and not let time-wasters take over. To get the most from all you do, you need to be in control of your time. वाक्यार्थ—रिमझिम ने विश्वास दिलाया, “मॉम चिन्ता नहीं करो, मुझे केवल दो पाठ करना है, इसमें समय नहीं लगेगा। कल की परीक्षा पूए का टुकड़ा है।” यह ठीक छः बजे शाम का समय था और ज्यों ही वह पढ़ने बैठी फोन की घंटी बजी। लंबे समय तक जोर-जोर से बात करने के बाद रिमझिम ने महसूस किया कि शाम का 7.30 हो चुका था। और दूसरा कोई फोन नहीं लेने का वादा करते हुए, वह पढ़ने बैठ गयी किन्तु नोटपैड नहीं खोज सकी। दूसरा आधा घंटा भी नष्ट हो गया। तब तक खाने का समय हो गया। और जब तक रिमझिम अन्तिम रूप से पढ़ने बैठी तब तक का 9 हो चुका था, बिछावन पर जाने के ठीक एक घंटा पहले। क्या आप भी समय नष्ट करने की आदत से घिरे हैं? तो भले ही यह समय आपका अपने कार्यभार संभालने का हो, समय नष्ट करनेवाले को हावी नहीं होने दें। जो सब आप करते हैं उसमें अधिकतम पाने के लिए आवश्यकता है समय पर आपका नियंत्रण। The Proper organisation and planning can help avoid wasting time. Spend a few minutes daily to chart a system for your notes, homework, etc. Make sure you write notes in the right notebook to avoid wasting time in looking for them. If you keep your notes neatly and leave space for extra notes to be written later, you could avoid rewriting them, unless you use that as a form of revision. Telephone calls are another time-wasters. It will help if you set a particular time to speak over the phone. Request your friends to call you up only then. If you are in between a chore, request your folks and servants to tell the caller you’ll call later. But make sure you call up after the task, lest you have an upset friend the next day. वाक्यार्थ_उचित व्यवस्था और नियोजन समय की बर्बादी बचाने म मदद कर सकता है। रोज कछ मिनट अपने नोट गृहकार्य इत्यादि के लिए एक तराका विकासत करने में खर्च करें। यह पक्का कर लें कि आप उन्हें खोजने में अपना समय नष्ट होने से बचाने के लिए सही कॉपी में नोट लिख रहे हैं। यदि आप अपना नोट साफ रखते हैं और अतिरिक्त नोट बाद में लिखे जाने के लिए जगह रखते हैं तो आप उन्हें फिर लिखने से बच सकते हैं, बशर्ते कि आप उसको दुहराने के रूप में व्यवहार न करें। Beat the Clock class 8 in Hindi टेलीफोन का बुलावा अन्य समय-नष्टकर्ता है। अगर आप फोन पर बात करने के लिए खास समय तय करें तो यह आपका मददगार होगा। अपने दोस्तों से उसी समय फोन करने का आग्रह करें। यदि आप किसी दैनिक काम में लगे हैं तो अपने करीबी लोगों से कॉल करनेवाले की जानकारी देने का आग्रह करें, जिन्हें आप बाद में फोन करेंगे। लेकिन पक्का कर ले कि आप शाम के बाद फोन करेंगे, नहीं तो अगले दिन आपके दोस्त नाराज हो जाएंगे। Try to keep your study table clutter-free. Have a fixed place for your textbooks, notebooks, diary and stationery. Also keep clearing your desk off all rough notes, old magazines, etc. This way you won’t have to waste time rummaging through a debris before finding what you need. Be firm about not letting other things interrupt you – either stopping your train of thought, or distracting you. Learn to say “no” when needed.Find your own ways of being polite but firm – good friends will surely understand. Prioritise your tasks. While it is good to list out your tasks and make a to-do list, if you find you are not in the right mood to do a particular task, take up something else instead and then go back to it. Battling with a task when your mind is elsewhere just takes up time without getting the work! done. Do not spend too much time on trivial things; work with the larger picture in mind. Trivial detailing and tasks tend to be major time wasters. So get going, do your work but avoid these time wasters. वाक्यार्थ_अपने अध्ययन मेज को अस्त-व्यस्तता से दर रखे। अपनी व्यपस्तके, कॉपियाँ, डायरी और लेखन सामग्री को निश्चित स्थान रखें । रफ नोट पुरानी पत्रिकाएँ इत्यादि से भी अपनी मेज को साफ रखें। इस तरह आपको आवश्यक चीज पाने से पहले कचरे में भटकने की परेशानी नहीं होगी। / ___किसी दूसरी चीज को बाधा पैदा करने से रोकना पक्का कर ले-आपकी विचारधारा की गाड़ी को रोकते हुए या आपको भटकते हुए। जब आवश्यकता हो ‘नहीं’ कहना सीखें। नम्र किन्तु दृढ़ होने के अपने रास्ते बना लें-अच्छे दोस्त अवश्य समझेगे। ____ अपने कामों की प्राथमिकताएँ तय करें। जबकि अपने कामों को छाँटना और करनेवाले कामों की सूची बना लेना अच्छा है, यदि आप पाते हैं कि आप किसी खास * काम को करने के मिजाज में नहीं हैं, उसके बदले में कुछ और करें और तब वापस पिछला काम करें । जब आपका मन कहीं और हो तब किसी काम से भिड़ना काम सम्पन्न हुए बिना केवल समय लेता है। मामूली/तुच्छ चीजों पर अत्यधिक समय खर्च नहीं करें, मस्तिष्क में बड़ी तसवीर लेकर काम करें । तुच्छ विस्तार और काम प्रमुख समय-नाशक का रुझान रखते हैं। अतः चलना जारी रखें, अपना काम करें किन्तु इन समय-नष्टकर्ताओं को दूर रखें। Beat the Clock class 8 in Hindi
इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 8 अंग्रेजी के कहानी पाठ ग्यारह‘ My First Role in Life (जीवन में मेरा पहला अभिनय)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे।
MY FIRST ROLE IN LIFE
पाठ का परिचय- ‘माई फर्ट रोल इन लाइफ’ छात्रा को सांस्कृतिक क्रियाकलाप के लिए उत्साहित करने के खयाल से लिखा गया है । लेखक, बखान करता है, कि, कैसे उसके स्कूल के छात्रों ने उसके साथ-साथ सावधानीपूर्वक, ‘श्रवण कुमार’ नामक नाटक, खेला। I was in class IV when I gave my first stage performance in my school. The name of the play was ‘Shrawan Kumar’, and I was playing the character of Shrawan Kumar. The director was a student of class IX. The spectacles that he wore were enough to impress me with his capabilities. At his command, all of us, acting in the play, had brought dhotis and saris of our mothers and sisters in order to decorate the stage and give the effect of a flowing river. A bucket full of water was kept at the place where Shrawan Kumar went to fetch water for his old blind parents. Two boys played the role of the blind parents of Shrawan Kumar. They had been instructed to keep their eyes closed all the time and to sit together in the centre of the stage, facing the audience. One of them, Bodhraj, playing the role of the mother, wore his mother’s sari, the aanchal of which would slide down many a time. वाक्यार्थ— यह चौथी कक्षा थी जब मैंने अपने स्कूल में पहला नाटक खेला। खेल अवण कुमार’ था, और मैं श्रवण कुमार का चरित्र खेल रहा था। निर्देशक कक्षा IX का एक छात्र था। उसने जो चश्मा पहन रखा था वह मुझे उसकी क्षमता से प्रभावित करने में पूर्ण था। उसके आदेश पर, हम सबने, जो खेल म काम कर रह थे, अपनी धोती तथा अपनी माँ और बहनों की साड़ियाँ मंच को सजाने तथा बहता नदा का प्रभाव देने के लिए लाये थे। पानी से भरी एक बाल्टी उस जगह रखी थी जहाँ श्रवण कुमार अपने बूढे अन्धे माता-पिता के लिए पानी लाने गया था। दो लड़कों ने श्रवण कुमार के अन्धे मातापिता का काम (अभिनय) किया था। उन लोगों को हमेशा अपनी आँखें बन्द किए रहने तथा मंच के केन्द्र में दर्शकों की ओर होकर बैठे रहने का निर्देश दिया गया था। उनमें एक बोधराज, जो माँ का अभिनय कर रहा था। अपनी माँ की साड़ी पहने हुए था, जिसका आँचल कई बार खिसक जाता था। The curtain rose. On hearing the command of the blind parents – “Beta Shrawan Kumar, we are very thirsty” – I took a lota, touched their feet and walked towards the river. King Dasharath, entered the stage from behind the curtain. He moved about and twisted his moustache. On hearing some sound, he took out an arrow from the quiver on his back and exclaimed “Which animal is polluting the river water?” I saw the arrow going straight towards the roof and I fell flat on the stage and started crying:
O cruel! what harm had I done to you? Why did you strike the arrow in my bosom? What wrong after all had I done to you? Wretched! You shot me while fetching water.
वाक्यार्थ—पर्दा उठा। अन्धे मातापिता का आदेश सुनकर- “बेटा श्रवण कुमार हमलोग बहुत प्यासे हैं”-मैंने एक लोटा लिया, उनके पाँव छुए और नदी की और चल दिया। राजा दशरथ पर्दे के पीछे से प्रवेश करता है। वह मुड़ा और अपनी मल को मरोड़ा। कुछ आवाज सुनकर उसने अपने पीठ के तरकश से एक तीर निकाला और भावावेश में बोला, “कौन पशु नदी के पानी को गन्दा कर रहा है?” – मैंने तीर सीधे छत की ओर जाते देखा और मैं मंच पर गिर पड़ा तथा चिल्लाने लगा:
My First Role in Life in Hindi
अरे निर्देयी मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा? तुमने मेरी छाती में तीर दिया मारा? सब कुछ के बावजूद मेरी क्या गलती है? दष्ट! तुम मुझे तब मारा जब मैं पानी ले रहा था।
The high pitch of my voice stunned the audience in the hall. I kept singing uninterruptedly but the song was so long that it seemed there was no end. Meanwhile, king Dasharath stood still like a statue with one leg in front and another at the back. He was waiting for me to complete my song, his bow facing me. If he had shot another arrow from his quiver, it would have corrected his earlier mistake but the director had instructed him to shoot only one arrow which he had already done. I had hardly sung half the song when my voice went hoarse. I could see the audience laughing. वाक्यार्थ—मेरी आवाज की तेजी ने कमरे में दर्शकों को स्तब्ध कर दिया। मैं बिना बाधा के गाना जारी रखा किन्तु गीत इतना लम्बा था कि उसका अन्त नहीं मालूम पड़ता था। इसी बीच, राजा दशरथ एक पैर आगे और दूसरा पीछे मूर्ति की तरह स्थिर खड़ा था। उसका धनुष मेरी ओर था और वह मेरा गीत समाप्त होने की प्रतीक्षा में था। यदि वह अपने तरकश से दूसरा तीर छोड़ता तो यह उसकी पहली भूल सुधार दिया होता किन्तु निर्देशक ने उसे केवल एक तीर छोड़ने का निर्देश दिया था जो वह पहले ही छोड़ चुका था। मैंने मुश्किल से आधा गीत गाया होगा कि मेरी आवाज भर्रा गयी। मैंने दर्शकों को हँसते देखा My First Role in Life in Hindi The blind parents of Shrawan Kumar were finding it difficult to keep their eyes closed. Sometimes one and sometimes the other would open their eyes. On seeing this, the audience started giggling and remarked, “See, he has again opened his eyes.” Suddenly the audience burst out laughing when they saw the “Pallu” of the saree falling down from the head of Bodhraj who was playing the role of Shrawan Kumar’s blind mother. The shaven head of Bodhraj became visible. After a while when one of the parents of Shrawan Kumar was seen opening his eyes, somebody in the audience shouted:”Look, look again, he can see”. वाक्यार्थ___श्रवण कुमार के अन्धे माता-पिता को अपनी आँखें बन्द रखने में कठिनाई हो रही थी। कभी-कभी एक और कभी-कभी दूसरा अपने आँखे खोल लेता। यह देखकर, दर्शक भद्दी हँसी हँसने लगे और मजाक उड़ाये, “देखो, उसने फिर अपनी आँखें खोल ली हैं।” ___अचानक दर्शक हँसी में फूट पड़े, जब उन्होंने देखा कि बोधराज जो श्रवण कुमार की अन्धी माता का अभिनय खेल रहा था उसके सिर से साड़ी का पल्लू’ गिर रहा था। ___बोधराज का बालकटा सिर दिखाई पड़ गया। कुछ देर बाद जब श्रवण कुमार के माता-पिता में एक अपनी आँखें-खोलता दिखा तब दर्शकों में कोई चिल्लाया : “देखो, देखो फिर, वह देख सकता है।” My First Role in Life in Hindi Time and again laughter arose in the hall and noise of clapping could be heard. Then I stopped singing and acted as if dying in pain. The hall applauded with clapping. One teacher of my class who was part of the audience told my brother Bal Raj “Look, what your brother is doing?”.. After my death as Shrawan Kumar, a few more dialogues had to follow, King Dasharath speaking to my old parents and the old parents cursing the king. But I forgot everything and at once got up. The audience burst into peels of laughter. Somebody taunted, “Keep lying, keep lying.” But I got so confused that I didn’t know what to do. I again lay down. This led to clapping which didn’t seem to end. Whistling, clapping and laughter and different sorts of sounds continued for long time to come. This was my first role in life. वाक्यार्थ-बार-बार कमरे में हँसी उठती थी और ताली की आवाज सुनाई पड़ती थी। तब मैने गाना छोड़ दिया और ऐसा अभिनय किया मानो दर्द से मर रहा था। कमरा तालियों से गूंज उठा। मेरी कक्षा का एक शिक्षक जो दर्शकों का अग था, मेरे भाई बलराज से बोला, “देखो तुम्हारा भाई क्या कर रहा है ?” ___ श्रवण कुमार के रूप में मेरे मरने के बाद, कुछ और बातचीत होना था, राजा | दशरथ मेरे बूढ़े माता-पिता से बोल रहे थे और बूढ़े माता-पिता राजा को शाप दे रहे थे। किन्तु मैं सबकुछ भूल गया और तुरंत उठ गया। दर्शक हँसी में फूट पड़े। किसी ने ताना मारा, “पड़े रहो, पड़े रहो।’ My First Role in Life in Hindi किन्तु मैं इतना घबरा गया कि क्या करूँ, सो नहीं समझ सका । मैं फिर लेट गया। इसने ऐसी हँसी पैदा की जो रुकती नहीं मालूम पड़ी । सीटी, ताली और हँसी तथा विभिन्न प्रकार की आवाज बहुत देर तक आती रही । यह जीवन का मेरा पहला अभिनय था। My First Role in Life in Hindi