Prem Ayni Shree Radhika VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 प्रेम अयनि श्री राधिका

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ दो ‘प्रेम अयनि श्री राधिका (Prem Ayni Shree Radhika VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Prem Ayni Shree Radhika VVI Subjective Questions

Prem Ayni Shree Radhika VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 2 (क) प्रेम अयनि श्री राधिका
(ख) करील के कंजन ऊपर वारौं
कवि- रसखान

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)—–दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कवि ने स्वयं को बेमन का क्यों कहा है? (2018C)
उत्तर- कवि रसखान का मन मोहन की छवि में डूब गया है। उस नंद के चहेते वे रसखान के मन का मणि यानी चित हर लिया है, इसलिए कवि अब बिना मन का यानी बेमन हो गया है।

प्रश्न 2. कृष्ण को चोर क्यों कहा गया है? (पाठ्य पुस्तक, 2018A)
उत्तर- कवि कृष्ण और राधा के प्रेम में मनमुग्ध हो गये हैं। उनकी मनमोहक छवि को देखकर मन पूर्णतः उस युगल में रम जाता है। इसलिए इन्हें लगता है इस देह से मनरूपी मणि को कृष्ण ने चुरा लिया है।

प्रश्न 3.कवि ने माली-मालिन किन्हें और क्यों कहा है?           
अथवा, रसखान ने माली-मलिन किन्हें और क्यों कहा है? (Text Book 2012A, 2015A, 2015C, 2014C)
उत्तर- कवि ने माली-मालिन कृष्ण और राधा को कहा है। क्योंकि, कवि राधा-कृष्ण के प्रेममय युगल को प्रेम-भरे नेत्र से देखा है। यहाँ प्रेम को वाटिका मानते हैं और उस प्रेम-वाटिका के माली-मालिन कृष्ण-राधा को मानते हैं।

प्रश्न 4. रसखान रचित सवैये का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें। (पाठ्य पुस्तक, 2012A, 2014C)
उत्तर- रसखान रचित सवैये में ब्रजभूमि के प्रति उनका हार्दिक प्रेम प्रकट होता है। सवैये में उन्होंने कहा है कि ब्रजभूमि की एक-एक वस्तु, स्थान, सरोवर, कँटीली झाड़ियाँ सुखदायक हैं क्योंकि यहाँ ब्रह्म के अवतार श्रीकृष्ण अवतरित हुए।

प्रश्न 5. रसखान के द्वितीय दोहे का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट करें? (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- प्रस्तुत दोहे में सवैये छन्द में भाव के अनुसार भाषा का प्रयोग अत्यन्त मार्मिक है। सम्पूर्ण छन्द में ब्रजभाषा की सरलता, सहजता और मोहकता देखी जा सकती है। कहीं-कहीं तद्भव और तत्सम के सामासिक रूप भी मिल रहे हैं।

Ati Sudho Saneh Ko Marag Hai VVI Subjective Questions

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ तीन ‘अति सूधो सनेह को मारग है (Ati Sudho Saneh Ko Marag Hai VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Ati Sudho Saneh Ko Marag Hai VVI Subjective Questions

Ati Sudho Saneh Ko Marag Hai VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 3 (क) अति सूधो सनेह को मारग है
(ख) मो अँसुवानिहि लै बरसौ
कव- घनानंद

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय

प्रश्न 1. “मन लेह पै देहु छटाँक नहीं“ से कवि का क्या अभिप्राय है?

                                                  (Text Book 2017A)

उत्तर- कवि कहते हैं कि प्रेमी में देने की भावना होती है लेने की नहीं। प्रेम में प्रेमी अपनी इष्ट को सर्वस्व न्योछावर करके अपने को धन्य मानते हैं। इसमें संपूर्ण समर्पण की भावना उजागर किया गया है।

प्रश्न 2. कवि प्रेममार्ग को ’अति सूधो’ क्यों कहता है? इस मार्ग को विशेषता क्या है?                                             (पाठ्य पुस्तक, 2013A)

उत्तर- कवि प्रेम की भावना को अमृत के समान पवित्र एवं मधुर बताते है। ये कहते हैं कि प्रेममार्ग पर चलना सरल है। इसपर चलने के लिए बहुत अधिक छल-कपट की आवश्यकता नहीं है।

प्रश्न 3. घनानन्द के द्वितीय छंद किसे संबोधित है. और क्यों ?      (Text Book)

उत्तर- द्वितीय छंद बादल को संबोधित है। इसमें मेघ की अन्योक्ति के माध्यम से विरह-वेदना की अभिव्यक्ति है। मेघ का वर्णन इसलिए किया गया है कि मेघ विरह-वेदना में आँसु की धारा प्रवाहित करने का जीवंत उदाहरण है।

प्रश्न 4. परहित के लिए ही देह कौन धारण करता है ? स्पष्ट कीजिए।

अथवा, घनानंद के अनुसार पर-हित के लिए ही देह कौन धारण करता है? स्पष्ट कीजिए।

                                     (पाठ्य पुस्तक, 2016A, 2016C)

उत्तर- परहित के लिए ही देह बादल धारण करता है। बादल जल की वर्षा करके सभी प्राणियों को जीवन देता है, प्राणियों में सुख-चैन स्थापित करता है। उसके विरह के आँसू, अमृत की वर्षा कर जीवनदाता हो जाता है।

प्रश्न 5. कवि कहाँ अपने आँसुओं को पहुंचाना चाहता है, और क्यों ?       (पाठ्य पुस्तक)

उत्तर- कवि अपनी प्रेमिका सुजान के लिए विरह-वेदना को प्रकट करते हुए बादल से अपने प्रेम रूपी आँसुओं को पहुंचाने के लिए कहता है। वह अपने आँसुओं को सुजान के आँगन में पहुँचाना चाहता है, क्योंकि वह उसकी याद में पीड़ित है और अपनी व्यथा के आँसुओं से प्रेमिका को भिगो देना चाहता है।

Swadeshi VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 स्वदेशी

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ चार ‘स्वदेशी (Swadeshi VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Swadeshi VVI Subjective Questions

Swadeshi VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 4 स्वदेशी
कवि- बदरीनारायण चौधरी ’प्रेमघन’

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)___दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कवि समाज के किस वर्ग की आलोचना करता है, और क्यों? (Text Book 2011C, 2012A)
उत्तर- उत्तर भारत में एक ऐसा समाज स्थापित हो गया है जो अंग्रेजी बोलने में शान की बात समझता है। अंग्रेजी रहन-सहन, विदेशी ठाट-बाट, विदेशी बोलचाल को अपनाना विकास मानते हैं।

प्रश्न 2. नेताओं के बारे में कवि की क्या राय है? (पाठ्य पुस्तक, 2016A)
अथवा, नेताओं के बारे में कविवर ’प्रेमघन’ की क्या राय है ? (2014A,2018A)
उत्तर- आज देश के नेता, देश के मार्गदर्शक भी स्वदेशी वेश-भूषा, बोल-चाल से परहेज करने लगे हैं। अपने देश की सभ्यता-संस्कृति को बढ़ावा देने के बजाय पाश्चात्य सभ्यता से स्वयं प्रभावित दिखते हैं।

प्रश्न 3. ’स्वदेशी’ कविता का मूल भाव क्या है? सारांश में लिखिए। (2016A)
उत्तर- स्वदेशी कविता का मूल भाव है कि भारत के लोगों से स्वदेशी भावना लुप्त हो गई है। विदेशी भाषा, रीति-रिवाज से इतना स्नेह हो गया है कि भारतीय लोगों का रुझान स्वदेशी के प्रति बिल्कुल नहीं है। सभी ओर मात्र अंग्रेजी का बोलबाला है।

प्रश्न 4. कवि को भारत में भारतीयता क्यों नहीं दिखाई पड़ती ? (पाठ्य पुस्तक, 2015C, 2017A)
उत्तर- कवि को भारत में स्पष्ट दिखाई पड़ता है कि यहाँ के लोग विदेशी रंग में रंगे हैं। खान-पान, बोल-चाल, हाट-बाजार अर्थात् सम्पूर्ण मानवीय क्रिया-कलाप में अंग्रेजियत ही अंग्रेजियत है। अतः कवि कहते हैं कि भारत में भारतीयता दिखाई नहीं पड़ती है।

प्रश्न 5. स्वदेशी कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- प्रस्तुत पद में स्वदेशी भावना को जागृत करने का पूर्ण प्रयास किया गया है। इसमें मृतप्राय स्वदेशी भाव के प्रति रुझान उत्पन्न करने हेतु प्रेरित किया गया है। अतः स्वदेशी शीर्षक पूर्णतः सार्थक है।

प्रश्न 6. कवि ने ’डफाली’ किसे कहा है और क्या ? (Text Book, 2011A)
उत्तर- जिन लोगों में दास वृत्ति बढ़ रही है, जो लोग पाश्चात्य सभ्यता संस्कृति की दासता के बंधन में बंधकर विदेशी रीति-रिवाज के बने हुए हैं उनको कवि डफाली की संज्ञा देते हैं क्योंकि वे विदेश की पाश्चात्य संस्कृतिक की, विदेशी वस्तुओं की, अंग्रेजी की झूठी प्रशंसा में लगे हुए हैं।

Bharatmata VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 भारतमाता

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ पाँच ‘भारतमाता (Bharatmata VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Bharatmata VVI Subjective Questions

Bharatmata VVI Subjective Questions  हिन्‍दी पाठ 5 भारतमाता
कवि-समित्रानंदन पंत

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय प्रश्न

1. सुमित्रानन्दन पंत का जन्म कब और कहाँ हुआ था? (Text Book, 2018A, 2011C, 2012A)

उत्तर- सुमिनानंदन पंत का जन्म 1900 ई० में कौसानी (अल्मोड़ा) उत्तरांचल हुआ था।

प्रश्न 2. कवि की दृष्टि में आज भारतमाता का तप-संयम क्यों सफल है? (Text Book, 2011C)

उत्तर- किन्तु भारतमाता ने गाँधी जैसे पूत को जन्त दिया और अहिंसा का स्तन्यपान अपने पुत्रों को कराई है । अतः विश्व को अंधकारमुक्त करनेवाली, संपूर्ण संसार को अभय का वरदान देनेवाली भारत माता का तप-संयम आज सफल है।

प्रश्न 3. भारतमाता का हास भी राहुग्रसित क्यों दिखाई पड़ता है? (Text Book ,2016A)

उत्तर- भारतमाता के स्वरूप में ग्राम्य शोभा की झलक है। मुखमंडल पर चन्द्रमा के समान दिव्य प्रकाशस्वरूप हँसी है, मुस्कुराहट है। लेकिन, परतंत्र होने के कारण वह हँसी फीकी पड़ गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि चन्द्रमा को राहु ने ग्रस लिया है।

प्रश्न 4. कवि भारतमाता को गीता-प्रकाशिनी मानकर भी ज्ञानमूढ़ क्यों कहता है ? (पाठ्य पुस्तक, 2013C)

उत्तर- परतंत्र भारत की ऐसी दुर्दशा हुई कि यहाँ के लोग खुद दिशाविहीन हो गये, दासता में बंधकर अपने अस्मिता को खो दिये । आत्म-निर्भरता समाप्त हो गई। इसलिए कवि कहता है कि भारतमाता गीता- प्रकाशिनी है, फिर भी आज ज्ञानमुढ़ बनी हुई है।

प्रश्न 5. कविता में कवि भारतवासियों का कैसा चित्र खींचता है ? (पाठ्य पुस्तक, 2014C) अथवा, “भारतमाता“ शीर्षक कविता में पंत जी ने भारतीयों का कैसा चित्र खींचा है?

उत्तर- प्रस्तुत कविता में कवि ने दर्शाया है कि परतंत्र भारत की स्थिति दयनीय हो गई थी। परतंत्र भारतवासियों को नंगे वदन, भूखे रहना पड़ता था। यहाँ की तीस करोड़ जनता शोषित-पीड़ित, मूढ़, असभ्य, अशिक्षित, निर्धन एवं वृक्षों के नीचे निवास करने वाली थी।

प्रश्न 6. भारतमाता अपने ही घर में प्रवासिनी क्यों बनी हुई है? (पाठ्य पुस्तक, 2017)

उत्तर- भारत को अंग्रेजों ने गुलामी की जंजीर में जकड़ रखा था। परतंत्रता की बेड़ी में जकड़ी, काल के कुचक्र में फंसी विवश, भारतमाता चुपचाप अपने पुत्रों पर किये गये अत्याचार को देख रही थी। इसलिए कवि ने परतंत्रता को दर्शाते हुए मुखरित किया है कि भारतमाता अपने ही घर में प्रवासिनी बनी है।

प्रश्न 7. कविता के प्रथम अनुच्छेद में कवि भारतमाता का कैसा चित्र प्रस्तुत करता है? अथवा, भारतमाता कहाँ निवास करती है? अथवा, ’भारतमाता’ कविता में कवि भारतवासियों का कैसा चित्र खींचता है ? (Text Book, 2011A 2013A, 2012A)

उत्तर- कविता के प्रथम अनुच्छेद में भारतमाता को ग्रामवासिनी मानते हुए तत्कालीन भारत का यथार्थ चित्रण किया गया है कि भारतमाता का फसलरूपी श्यामल शरीर है, धूल-धूसरित मैला-सा आँचल है। गंगा-यमुना के जल अश्रुस्वरूप हैं। ग्राम्य छवि को दर्शाती हुई भारत माँ की प्रतिमा उदासीन है।

Jantantra Ka Janm VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 जनतंत्र का जन्म

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ छ: ‘जनतंत्र का जन्म (Jantantra Ka Janm VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Jantantra Ka Janm VVI Subjective Questions

Jantantra Ka Janm VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 6  जनतंत्र का जन्म
कवि- रामधारी सिंह ‘दिनकर

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कवि की दृष्टि में आज के देवता कौन हैं और वे कहाँ मिलेंगे?(Text Book , 2011A, 2011C, 2016C, 2017A)
उत्तर- कवि ने भारतीय प्रजा, जो खून-पसीना बहाकर देशहित का कार्य करती है, जिसके बल पर देश में सुख संपदा स्थापित होता है, किसान, मजदूर जो स्वयं आहूत होकर देश को सुखी बनाते हैं, को आज का देवता कहा है।

प्रश्न 2. कवि की दृष्टि में समय के रथ का घर्घर-नाद क्या है? स्पष्ट करें।
अथवा, दिनकर की दृष्टि में समय के रथ का घर्घर-नाद क्या है ? स्पष्ट करें।  (Text Book 2016A)
उत्तर- कवि ने सदियों से राजतंत्र से शासित जनता की जागृति को उजागर करते हुए समय के चक्र की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया है। राजसिंहासन पर प्रजा आरूढ़ होने जा रही है। समय की पुकार ही क्रांति की शंखनाद के रूप में रथ का घर्घर-नाद है।

प्रश्न 3, कवि ने जनता को ’दूधमुंही’ क्यों कहा है?(पाठ्य पुस्तक, 2014C)
उत्तर- सिंहासन पर आरूढ़ रहने वाले राजनेताओं की दृष्टि में जनता फूल या दूधमुंही बच्ची की तरह है। रोती हुई दूधमुंही बच्ची को शान्त रखने के लिए उसके सामने खिलौने दे दिये जाते हैं। उसी प्रकार रोती हुई जनता को खुश करने के लिए कुछ प्रलोभन दिए जाते हैं।

प्रश्न 4. कवि जनता के स्वप्न का किस तरह चित्र खींचता है?(पाठ्य पुस्तक, 2017A)
उत्तर- भारत की जनता सदियों से, युगों-युगों से राजा के अधीनस्थ रही है, लेकिन कवि ने कहा है कि चिरकाल से अंधकार में रह रही जनता राजतंत्र को उखाड़ फेंकने के स्वप्न देख रही है। राजतंत्र समाप्त होगा और जनतंत्र कायम होगा। राजा। नहीं बल्कि प्रजा राज करेगी।

प्रश्न 5. “देवता मिलेंगे खेतों में खलिहानों में“ पंक्ति के माध्यम से कवि किस देवता की बात करते हैं और क्यों?    (Text Book 2013A, 2012A)
उत्तर- प्रश्न के पंक्ति के माध्यम से कवि जनतारूपी देवता की बात करते हैं, क्योंकि कवि की दृष्टि में कर्म करता हुआ परिश्रमी व्यक्ति ही देवतास्वरूप है। मंदिरों-मठों में तो केवल मूर्तियाँ रहती हैं, वास्तविक देवता वे ही हैं जो अपने कर्म तथा परिश्रम से समाज को सुख-समृद्धि उपलब्ध कराते हैं।

प्रश्न 6. कवि के अनुसार किन लोगों की दृष्टि में जनता फूल या दुध मुंही बच्ची की तरह है और क्यों ? कवि क्या कहकर उनका प्रतिवाद करता है?(Text Book)
उत्तर- अंग्रेजी सरकार भी भारत की जनता को अबोध समरकर कुछ प्रलोभन देकर राजसुख में लिप्त है। वह समझती है कि जनता फूल या दुधमुंही बच्ची की तरह है लेकिन इसके प्रतिकार में कवि ने कहा है कि जब भोली लगनेवाली जनता जाग जाती है, जब उसे अपने में निहित शक्ति का आभास हो जाता है तब राजतंत्र हिल उठता है।

Hiroshima VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 हिरोशिमा

Hiroshima VVI Subjective Questions

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ सात ‘हिरोशिमा (Hiroshima VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Hiroshima VVI Subjective Questions

Hiroshima VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 7 हिरोशिमा
कवि- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अजेय

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. कविता के प्रथम अनुच्छेद में निकलने वाला सूरज क्या है ? वह कैसे निकलता है? (Text Book)
उत्तर- कविता के प्रथम अनुच्छेद में निकलने वाला सूरज आण्विक बम का प्रचण्ड गोला है। ऐसा प्रतीत होता है कि वह क्षितिज से न निकलकर धरती फाड़कर निकलता है।

प्रश्न 2. मनुष्य की छायाएं कहाँ और क्यों पड़ी हुई है? (Text Book)
उत्तर- मनुष्य की छायाएँ हिरोशिमा की धरती पर सब ओर दिशाहीन होकर पड़ी हुई हैं। जहाँ-तहाँ घर की दीवारों पर मनुष्य छायाएँ मिलती हैं। टूटी-फूटी सड़कों से लेकर पत्थरों पर छायाएँ प्राप्त होती हैं।

प्रश्न 3. हिरोशिमा में मनुष्य की साखी के रूप में क्या है? (Text Book ,2011C, 2012।)
उत्तर- आज भी हिरोशिमा में साक्षी के रूप में अर्थात् प्रमाण के रूप में जहाँ-तहाँ जले हुए पत्थर, दीवारें पड़ी हुई हैं। यहाँ तक कि पत्थरों पर, टूटी-फूटी सडकों पर, घर की दीवारों पर लाश के निशान, छाया के रूप में साक्षी हैं।

प्रश्न 4. प्रज्वलित क्षण की दोपहरी से कवि का आशय क्या है? (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- हिरोशिमा में जब बम का प्रहार हुआ तो प्रचण्ड गोलों से तेज प्रकाश निकला और वह चारों दिशाओं में फैल गया। इस अप्रत्याशित प्रहार से हिरोशिमा के लोग हतप्रभ रह गये। उन्हें ऐसा लगा कि धीरे-धीरे आनेवाला दोपहर आज एक क्षण में ही उपस्थित हो गया ।

प्रश्न 5. ’हिरोशिमा’ कविता से हमें क्या सीख मिलती है? (2018)
उत्तर- हिरोशिमा कविता मानवीय संवेदना स्थापित करते हुए चेतावनी के रूप में प्रस्तुत है। इस कविता में आधुनिक सभ्यता की दुर्दांत मानवीय विभीषिका का चित्रण है जिससे हमें संदेश मिलता है कि हम विकास-क्रम में मानवता को नहीं भूलें एवं हिंसक प्रवृत्ति पर नियंत्रण करें अन्यथा मानव कल्याण की जगह विनाश लीला से धरती तिलमिला उठेगी।

प्रश्न 6. छायाएं दिशाहीन सब ओर क्यों पड़ती हैं? स्पष्ट करें। (Text Book ,2012C, 2015A)
अथवा, छायाएं दिशाहीन सब ओर क्यों पड़ती है? ’हिरोशिमा’ शीर्षक कविता के आधार पर स्पष्ट करें। (2014A)
उत्तर- सूर्य के उगने से जो भी छाया का निर्माण होता है वे सभी निश्चित दिशा में लेकिन बम-विस्फोट से निकले हुए प्रकाश से जो छायाएँ बनती हैं वे दिशाहीन होती हैं। क्योंकि, आण्विक शक्ति से निकले हुए प्रकाश सम्पूर्ण दिशाओं में पड़ता है। उसका कोई निश्चित दिशा नहीं है। बम के प्रहार से मरने वालों की क्षत-विक्षत लाशें विभिन्न दिशाओं में जहाँ-तहाँ पड़ी हुई हैं। ये लाशें छाया-स्वरूप हैं, परन्तु चारों ओर फैली होने के कारण दिशाहीन छाया कही गयी है।

Ek Vriksh Ki Hatya VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 एक वृक्ष की हत्या

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ आठ ‘एक वृक्ष की हत्या (Ek Vriksh Ki Hatya VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Ek Vriksh Ki Hatya VVI Subjective Questions

Ek Vriksh Ki Hatya VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 8 एक वृक्ष की हत्या
कवि- कुँवर नारायण

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय
1. ’एक वृक्ष की हत्या’ कविता में एक रूपक की रचना हई है। रूपक क्या है और यहाँ उसका क्या स्वरूप है? स्पष्ट कीजिए। (Text Book)
उत्तर- रूपक भाव अभिव्यक्ति की एक विधा है। इसमें कवि की कल्पना मूर्तरूप में चित्रित होती है। यहाँ वृक्ष की महत्ता को मूर्त रूप देते हुए उसे एक प्रहरी के रूप में दिखाया गया है।

प्रश्न 2. ’एक वृक्ष की हत्या’ कविता विश्व की किस समस्या को उजागर करती है?                                                         (2018C)
उत्तर- ‘एक वृक्ष की हत्या’ कविता संसार की पर्यावरण समस्या को उजागर कर रही है। वन-विनाश के कारण पर्यावरण दूषित हो रहा है, जो अन्ततः मनुष्य के विनाश का कारण बन सकता है।

प्रश्न 3. घर, शहर और देश के बाद कवि किन चीजों को बचाने की बात करता है और क्यों ?                                             (Text Book)
उत्तर- घर, शहर और देश के बाद, कवि नदियों, हवा, भोजन, जंगल एवं मनुष्य को बचाने की बात करता है क्योंकि नदियाँ, हवा, अन्न, फल, फूल जीवनदायक हैं। इनकी रक्षा नहीं होगी तो मनुष्य के स्वास्थ्य की रक्षा नहीं हो सकती है।

प्रश्न 4. कवि को वृक्ष बूढ़ा चौकीदार क्यों लगता था?(Text Book 2012A, 2012C, 2017A)
उत्तर- कवि एक वृक्ष के बहाने प्राचीन सभ्यता, संस्कति एवं पर्यावरण की रक्षा की चर्चा की है। वृक्ष मनुष्यता, पर्यावरण एवं सभ्यता की प्रहरी है। यह प्राचीनकाल से मानव के लिए वरदानस्वरूप है, इसका पोषक है, रक्षक है। इन्हीं बातों का चिंतन करते हुए कवि को वृक्ष बूढ़ा चौकीदार लगता था।

प्रश्न 5. कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
अथवा, ’एक वृक्ष की हत्या’ शीर्षक कविता का भावार्थ लिखें।(Text Book, 2013C)
उत्तर- प्रस्तुत कविता में कवि एक पुराने वृक्ष की चर्चा करते हैं। वृक्ष प्रहरी के रूप में कवि के घर के निकट था और वह एक दिन काट दिया जाता है। काम के चिंतन का मुख्य केन्द्र-बिन्दु कटा हुआ वृक्ष ही है। उसी को आधार मानव सभ्यता, मनुष्यता एवं पर्यावरण का क्षय होते हुए देखकर दुखी होते हैं।

प्रश्न 6. ’एक वृक्ष की हत्या’ कविता का समापन करते हुए कवि अपने किन अंदेशों का जिक्र करता है और क्यों?        (Text Book, 2016A)
उत्तर- कवि को अंदेशा है कि आज पर्यावरण, हमारी प्राचीन सभ्यता, मानवता तक के जानी दुश्मन समाज में तैयार हैं। अंदेशा इसलिए करता है क्योंकि आज लोगों की प्रवृत्ति वृक्षों की काटने की हो गई। सभ्यता के विपरीत कार्य करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, मानवता का ह्रास हो रहा है।

प्रश्न 7. वृक्ष और कवि में क्या संवाद होता था? (Text Book, 2015A, 2015C)
उत्तर- कवि जब अपने घर कहीं बाहर से लौटता था तो सबसे पहले उसकी नजर घर के आगे स्थिर खड़ा एक पुराना वृक्ष पर पड़ती। कवि को आभास होता मानो वृक्ष उससे पूछ रहा है कि तुम कौन हो ? कवि इसका उत्तर देता-मैं तुम्हारा दोस्त हैं। इसी संवाद के साथ वह उसके निकट बैठकर भविष्य में आने वाले पर्यावरण संबंधी खतरों का अंदेशा करता है।

Hamari Nind VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 हमारी नींद

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ नौ ‘हमारी नींद (Hamari Nind VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Hamari Nind VVI Subjective Questions

पाठ 9 हमारी नींद
कवि- वीरेन डंगवाल

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)___दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. ’हमारी नींद’ कविता किस प्रकार के जीवन का चित्रण करती है? (Text Book)
उत्तर- हमारी नींद कविता सुविधाभोगी, आरामपसंद जीवन अथवा हमारी बेपरवाहियों के बाहर विपरीत परिस्थितियों से लगातार लड़ते हुए बढ़ते जाने वाले जीवन का चित्रण करती है।

प्रश्न 2. कविता के शीर्षक की सार्थकता पर विचार कीजिए। (Text Book)
अथवा, ’हमारी नींद’ कविता के शीर्षक की सार्थकता पर प्रकाश डालें। (2013CA 2014A, 2015A)
उत्तर- यहाँ शीर्षक विषय वस्तु प्रधान हैं। शीर्षक छोटा है और आकर्षक भी है। इसका शीर्षक पूर्णरूप से केन्द्र में चक्कर लगाता है, जहाँ शीर्षक सुनकर ही जानने की इच्छा प्रकट हो जाती है। अतः सब मिलाकर शीर्षक सार्थक है।

प्रश्न 3. मक्खी के जीवन-क्रम का कवि द्वारा उल्लेख किये जाने का क्या आशय है? (Text Book ,2013A)
उत्तर- मक्खी के जीवन-क्रम का कवि द्वारा उल्लेख किये जाने का आशय है निम्न स्तरीय जीवन की संकीर्णता को दर्शाना। सृष्टि में अनेक जीवन-क्रम चलता रहता है । मक्खी का जीवन-क्रम केवल सुविधाभोगी एवं परजीवी जीवन का बोध कराता है।

प्रश्न 4. कवि गरीब बस्तियों का क्यों उल्लेख करता है? (Text Book)

उत्तर- कवि गरीब बस्तियों के उल्लेख के माध्यम से कहना चाहता है कि जहाँ के लोग दो जून रोटी के लिए काफी मसक्कत करने के बाद भी तरसते हैं वहाँ पूजा-पाठ, देवी जागरण जैसा महोत्सव के बहाने कुछ स्वार्थी लोग अपने लाभ के लिए गरीब लोगों का उपयोग करते हैं।

प्रश्न 5. ’हमारी नींद’ शीर्षक कविता में कवि ने किन अत्याचारियों का जिक्र किया है, और क्यों? (Text Book, 2011A, 2015C, 2017A)
उत्तर- कवि यहाँ उन अत्याचारियों का जिक्र करता है जो हमारी सुविधाभोगी, आरामपसंद जीवन से लाभ उठाते हैं। हमारी बेपरवाहियों के बाहर विपरीत परिस्थितियों से लगातार लड़ते हुए बढ़ते जाने वाले जीवित नहीं रह पाते हैं और इस अवस्था में अत्याचारी अत्याचार करने के बाह्य और आंतरिक सभी साधन जुटा लेते हैं।

Lautkar Aaunga Phir VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 लौटकर आऊँगा फिर

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ ग्‍यारह ‘लौटकर आऊँगा फिर (Lautkar Aaunga Phir VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Lautkar Aaunga Phir VVI Subjective Questions

Lautkar Aaunga Phir VVI Subjective Questions Hindi Chapter 11 लौटकर आऊँगा फिर
कवि- जीवनानंद दास
लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)____दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. अगले जन्मों में बंगाल में आने की क्या सिर्फ कवि की इच्छा है? स्पष्ट कीजिए। (Text Book)
उत्तर- अगले जन्मों में बंगाल में आने की प्रबल इच्छा तो कवि की है ही। लेकिन, इसकी अपेक्षा जो बंगालप्रेमी हैं, जिन्हें बंगाल की धरती के प्रति आस्था और विश्वास है, कवि उन लोगों का भी प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। Lautkar Aaunga Phir VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 लौटकर आऊँगा फिर

प्रश्न 2. कवि किनके बीच अंधेरे में होने की बात करता है? आशय स्पष्ट कीजिए। (Text Book)

उत्तर- संध्याकाल जब ब्रह्मांड में अंधेरा का वातावरण उपस्थित होने लगता है उस समय सारस के झुंड अपने घोंसलों की ओर लौटते हैं तो उनकी सुन्दरता मन को मोह लेती है। यह सुन्दरतम दृश्य कवि को भाता है और इस मनोरम छवि को वह अगले जन्म में भी देखते रहने की बात कहता है।

प्रश्न 3. कवि अगले जीवन में क्या-क्या बनने की संभावना व्यक्त करता है, और क्यों? (Text Book)
उत्तर- कवि को अपनी मातृभूमि प्रेम में विह्वल अर्थात् अशांत होकर चिड़ियाँ, कौवा, हंस, उल्लु, सारस बनकर पुनः बंगाल की धरती पर अवतरित होना चाहते हैं।

प्रश्न 4. कवि किस तरह के बंगाल में एक दिन लौटकर आने की बात करता है? (Text Book 2011A, 2012A, 2012C)

उत्तर- बंगाल के घास के मैदान, कपास के पेड़, वनों में पक्षियों की चहचहाहट एवं सारस की शोभा अनुपम छवि निर्मित करते हैं। बंगाल की इस अनुपम, सुशोभित एवं रमणीय धरती पर कवि पुनर्जन्म लेने की बात करते हैं।

प्रश्न
5. ’लौटकर आऊंगा फिर’ कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। (Text Book)

उत्तर- यहाँ उद्देश्य के आधार पर शीर्षक रखा गया है। कवि की उत्कट इच्छा मातृभूमि पर पुनर्जन्म की है। इससे कवि के हृदय में मातृभूमि के प्रति प्रेम दिखाई पड़ता है। ‘शीर्षक‘ कविता के चारों ओर घूमती है। शीर्षक को केन्द्र में रखकर ही कविता की रचना हुई है। अतः इन तथ्यों के आधार पर शीर्षक पूर्ण सार्थक है।

Akshar Jnan VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 अक्षर ज्ञान

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ दस ‘अक्षर ज्ञान (Akshar Jnan VVI Subjective Questions)’ के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Akshar Jnan VVI Subjective Questions

Akshar Jnan VVI Subjective Questions हिन्‍दी पाठ 10 अक्षर ज्ञान

लघु-उत्तरीय प्रश्न (20-30 शब्दों में)_____दो अंक स्तरीय
प्रश्न 1. बेटे के आँसू कब आते हैं, और क्यों ? (Text Book ,2012A, 2018A)
अथवा, कवियित्री के अनुसार बेटे को आँसू कब आता है, और क्यों? (2015A)
उत्तर- सीखने के क्रम में बार-बार प्रयास करने पर भी जब बालक विफल हो जाता है तब पहली विफलता पर आँसू आ जाते हैं। क्योंकि कठिनतम प्रयास के बाद विफल होना कष्टदायी स्थिति उत्पन्न करता है।

प्रश्न 2. कविता में ’क’ का विवरण स्पष्ट कीजिए। (Text Book ,2016A)
उत्तर- प्रस्तुत कविता में कवयित्री छोटे बालक द्वारा प्रारम्भिक अक्षर बोध को साकार रूप में चित्रित करते हुए कहती हैं कि ’क’ को लिखने में अभ्यास-पुस्तिका का चौखट छोटा पड़ जाता है। कर्मपथ भी इसी प्रकार प्रारंभ में फिसलन भरा होता है।

प्रश्न 3. खालिस बेचैनी किसकी है? बेचैनी का क्या अभिप्राय है? (Text Book)
उत्तर- खालिस बेचैनी खरगोश की है। ’क’ सीखकर ’ख’ सीखने के कर्मपथ पर अग्रसर होता हुआ साधक की जिज्ञासा बढ़ती है और वह आगे बढ़ने को बेचैन हो जाता है। बेचैनी का अभिप्राय है आगे बढ़ने की लालसा, जिज्ञासा एवं कर्म में उत्साह।

प्रश्न 4. बेटे के लिए ’ङ’ क्या है, और क्यों ? (Text Book)
उत्तर- बेटे के लिए ’ङ’ उसको गोद में लेकर बैठने वाली माँ है। माँ स्नेह देती है, प्रेम देती है। ’ङ’ भी ’क’ से लेकर ’घ’ तक सीखने के क्रम के बाद आता है। वहाँ स्थिरता आ जाती है, साधनाक्रम रुक जाता है। ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार कर्मरत बालक माँ की गोद में स्थिर हो जाता है।

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