शहरीकरण और शहरी जीवन | Shaharikaran aur Shahri Jeevan Objective

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ 6 ‘शहरीकरण और शहरी जीवन  (Shaharikaran aur Shahri Jeevan Objective)’ के महत्‍वपूर्ण वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों को पढ़ेंगे। जो दसवीं बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है।

Shaharikaran aur Shahri Jeevan Objective

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगायें।

प्रश्न 1.सामंती व्यवस्था से हटकर किस प्रकार की शहरी व्यवस्था की प्रवृत्ति बढ़ी?
(क) प्रगतिशील प्रवृति
(ख) आक्रामक प्रवृति
(ग) रूढ़िवादी प्रवृति
(घ) शोषणकारी प्रवृति

उत्तर- (क) प्रगतिशील प्रवृति

प्रश्न 2. शहर को आधुनिक व्यक्ति का किस प्रकार का क्षेत्र माना जाता है ?
(क) सीमित क्षेत्र
(ख) प्रभाव क्षेत्र
(ग) विस्तृत क्षेत्र ।
(घ) सभी

उत्तर- (ख) प्रभाव क्षेत्र

प्रश्न 3. स्थायी कृषि के प्रभाव से कैसा जमाव संभव हुआ?
(क) संपत्ति

(ख) ज्ञान
(ग) शांति
(घ) बहुमूल्य धातु

उत्तर- (क) संपत्ति

प्रश्न 4. एक प्रतियोगी एवं उद्यमी प्रवृति से प्रेरित किस प्रकार की अर्थव्यवस्था लागू की गई?
(क) जीवन-निर्वाह अर्थव्यवस्था
(ख) मुद्रा प्रधान अर्थव्यवस्था
(ग) शिथिल अर्थव्यवस्था
(घ) सभी

उत्तर- (ख) मृदा प्रधान अर्थव्यवस्था

प्रश्न 5. आधुनिक काल में औद्योगीकरण ने किसके स्वरूप को गहन रूप से प्रभावित किया ?
(क) ग्रामीणीकरण

(ख) शहरीकरण
(ग) कस्बा
(घ) बन्दरगाह

उत्तर- (ख) शहरीकरण

प्रश्न 6. जनसंख्या का घनत्व सबसे अधिक कहाँ होता है ?
(क) ग्राम

(ख) कस्बा
(ग) नगर
(घ) महानगर

उत्तर- (घ) महानगर

प्रश्न 7. 1810 से 1880 ई. तक लंदन की आबादी 10 लाख से बढ़कर कहाँ तक पहुंची ?
(क) 20 लाख

(ख) 30 लाख
(ग) 40 लाख
(घ) 50 लाख

उत्तर- (ग) 40 लाख

प्रश्न 8. लंदन में अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा कब लागू हुई ?
(क) 1850

(ख) 1855
(ग) 1860
(घ) 1870

उत्तर- (घ) 1870

प्रश्न 9. कौन-सा सामाजिक वर्ग बुद्धिजीवी वर्ग के रूप में उभरकर आया?
(क) उद्योगपति वर्ग

(ख) पूँजीपति वर्ग
(ग) श्रमिक वर्ग
(घ) मध्यम वर्ग

उत्तर- (घ) मध्यम वर्ग

प्रश्न 10. पूँजीपति वर्ग के द्वारा किस वर्ग का शोषण हुआ?
(क) श्रमिक वर्ग

(ख) मध्यम वर्ग
(ग) कृषक वर्ग
(घ) सभी

उत्तर- (घ) सभी

प्रश्न 11. गार्डन सिटी की अवधारणा किसने विकसित की थी ?
(क) एबेनेजर हावर्ड

(ख) विलियम
(ग) नेपोलियन तृतीय
(घ) हॉसमन

उत्तर- (क) एबेनेजर हावर्ड

प्रश्न 12. सिटी ऑफ बॉम्‍बे इम्‍प्रूवमेंट ट्रस्‍ट की स्‍थापना कब हुई ?
(क) 1898

(ख) 1899
(ग) 1995
(घ) 1892

उत्तर- (क) 1898

प्रश्न 13. पटना में गोलघर किस उद्देश्‍य से बनाया गया था ?
(क) अस्‍त्र-शस्‍त्र रखने के लिए

(ख) पूजा करने के लिए
(ग) अनाज रखने के लिए
(घ) सैनिक रखने के लिए

उत्तर- (ग) अनाज रखने के लिए

प्रश्न 14. पटना का प्राचीन नाम क्‍या था ?
(क) राजगीर

(ख) पाटलीपुत्र
(ग) पावापुरी
(घ) नालंदा

उत्तर- (ख) पाटलीपुत्र

प्रश्न 15. गोलघर का निर्माण कब हुआ ?
(क) 1757

(ख) 1764
(ग) 1786
(घ) 1857

उत्तर- (ग) 1786

प्रश्न 15. आधुनिक काल से पूर्व शहरों की स्‍थापना का महत्‍वपूर्ण आधार क्‍या था ?
(क) व्‍यापार

(ख) धर्म
(ग) दोनों
(घ) इनमें कोई नहीं

उत्तर- (ग) दोनों

प्रश्न 16. आधुनिक शहर के उदय का इतिहास कितना वर्ष लगभग पुराना है ?
(क) 100 वर्ष
(ख) 200 वर्ष
(ग) 300 वर्ष
(घ) 400 वर्ष

उत्तर- (क) 100 वर्ष

प्रश्न 17. गंज किसे कहा जाता है ?
(क) एक छोटे कस्‍बे को
(ख) एक छोटे स्‍थायी बाजार को
(ग) एक ग्रामीण अंचल को
(घ) इनमें कोई नहीं

उत्तर- (ख) एक छोटे स्‍थायी बाजार को

प्रश्न 18. मैनचेस्‍टर नामक औद्योगिक नगर किस शताब्‍दी के अंत में स्‍थापित हुआ ?
(क) 16वीं

(ख) 17वीं
(ग) 18वीं
(घ) 19वीं

उत्तर- (ग) 18वीं

प्रश्न 19. ‘बगीचों का शहर’ किसे कहा जाता है ?
(क) लंदन

(ख) सिंगापुर
(ग) बम्‍बई
(घ) कलकत्ता

उत्तर- (क) लंदन

प्रश्न 20. लैसेजफेयर क्‍या था ?
(क) आर्थिक उन्‍मुक्‍तवाद का सिद्धांत
(ख) आर्थिक संरक्षण की नीति
(ग) प्रतिबंध की नीति
(घ) इनमें कोई नहीं

उत्तर- (क) आर्थिक उन्‍मुक्‍तवाद का सिद्धांत

प्रश्न 21. बम्‍बई से निम्‍न में किन वस्‍तुओं का निर्यात किया जाता था ?
(क) अफीम
(ख) कपास
(ग) दोनों
(घ) इनमें कोई नहीं

उत्तर- (ग) दोनों

प्रश्न 22. सिटी ऑफ बॉम्‍बे इम्‍प्रूवमेंट ट्रस्‍ट की स्‍थापना कब की गई ?
(क) 1890
(ख) 1885
(ग) 1898
(घ) 1918

उत्तर- (ग) 1898

प्रश्न 23. मेगास्‍थनीज निम्‍न में से किसके दरबार में दूत बनकर आया था ?
(क) चन्‍द्रगुप्‍त मौर्य
(ख) समुद्रगुप्‍त
(ग) श्रीगुप्‍त
(घ) हर्षवर्धन

उत्तर- (क) चन्‍द्रगुप्‍त मौर्य

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अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका | Arthavyavastha Aur Ajivika Objective Question

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ 5 ‘अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका (Arthavyavastha Aur Ajivika Objective Question)’ के महत्‍वपूर्ण वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों को पढ़ेंगे। जो दसवीं बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है।

Arthavyavastha Aur Ajivika Objective Question

Arthavyavastha Aur Ajivika Objective Question इतिहास पाठ 5 अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगायें।

प्रश्न 1. स्पिनिंग जेनी का आविष्कार कब हुआ ?
(क) 1769
(ख) 1770
(ग) 1773
(घ) 1775

उत्तर- (ख) 1770

प्रश्न 2. सेफ्टी लैम्प का आविष्कार किसने किया?
(क) जेम्स हारग्रीब्ज
(ख) जॉन के
(ग) क्राम्पटन
(घ) हम्फ्री डेवी

उत्तर- (घ) हम्फ्री डेवी

प्रश्न 3. बम्बई में सर्वप्रथम सूती कपड़े के मिल की नींव कब डाली गई ?
(क) 1851
(ख) 1885
(ग). 1907
(घ) 1854

उत्तर- (क) 1851

प्रश्न 4. 1917 ई० में भारत में पहली जूट मिल किस शहर में स्थापित हुआ?
(क) कलकत्ता
(ख) दिल्ली
(ग) बम्बई
(घ) पटना

उत्तर- (क) कलकत्ता

प्रश्न 5. भारत में कोयला उद्योग का प्रारम्भ कब हुआ?
(क) 1807
(ख) 1814
(ग) 1816
(घ) 1819

उत्तर- (ख) 1814

प्रश्न 6. जमशेदजी टाटा ने टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी की स्थापना कब की?
(क) 1854
(ख) 1907
(ग) 1915
(घ) 1919

उत्तर- (ख) 1907

प्रश्न 7. वैज्ञानिक समाजवाद का प्रतिपादन किसने किया?
(क) राबर्ट ओवन
(ख) लुई ब्लांक
(ग) कार्ल मार्क्स
(घ) लाला लाजपत राय

उत्तर- (ग) कार्ल मार्क्स

इतिहास पाठ 5 अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका

प्रश्न 8. इंगलैंड में सभी स्त्री एवं पुरुषों को वयस्क मताधिकार कब प्राप्त हुआ?
(क) 1838
(ख) 1881
(ग) 1885
(घ) 1918

उत्तर- (घ) 1918

प्रश्न 9. ‘अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन काँग्रेस’ की स्थापना कब हुई?
(क) 1848
(ख) 1881
(ग) 1885
(घ) 1920

उत्तर- (घ) 1920

प्रश्न 10. भारत के लिए पहला फैक्ट्री एक्ट कब पारित हुआ?
(क) 1838
(ख) 1858
(ग) 1881
(घ) 1911

उत्तर- (ग) 1881

प्रश्न 11. अंतरराष्‍ट्रीय श्रमिक संगठन की स्‍थापना किस वर्ष हुई ?
(क) 1917
(ख) 1919
(ग) 1921
(घ) 1923

उत्तर- (ख) 1919

प्रश्न 12. ‘पावरलूम’ का आविष्‍कार निम्‍न में से किस देश में हुआ ?
(क) ब्रिटेन
(ख) फ्रांस
(ग) जर्मनी
(घ) भारत

उत्तर- (क) ब्रिटेन

प्रश्न 13. बाड़ाबन्‍दी प्रथा की शुरूआत निम्‍न में से किस देश में हुआ ?
(क) इटली
(ख) फ्रांस
(ग) भारत
(घ) ब्रिटेन

उत्तर- (घ) ब्रिटेन

प्रश्न 14. सुती कपड़ा तैयार करने वाले आधुनिक कारखाने के निर्माण में लगे हुए थे ?
(क) पारसी
(ख) गुजराती
(ग) बोहरा मुस्‍लमान
(घ) इनमें सभी

उत्तर- (घ) इनमें सभी

प्रश्न 15. रानीगंज किस खनिज के लिए प्रसिद्ध है ?
(क) कोयला
(ख) लोहा
(ग) एल्‍यु‍मिनियम
(घ) ताँबा

उत्तर- (क) कोयला

इतिहास पाठ 5 अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका

प्रश्न 16. भारत में इंडियन बैंक की स्‍थापना हुई ?
(क) 1900
(ख) 1905
(ग) 1907
(घ) 1935

उत्तर- (ग) 1907

प्रश्न 17. पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना हुई ?
(क) 1800
(ख) 1895
(ग) 2000
(घ) 1985

उत्तर- (ख) 1895

प्रश्न 18. 1838 में चार्चिस्‍ट आंदोलन की शुरूआत कहाँ हुई थी ?
(क) अमेरिका
(ख) जर्मनी
(ग) ब्रिटेन
(घ) रूस

उत्तर- (ग) ब्रिटेन

प्रश्न 19. मजदूर संघ अधिनियम कब पारित हुआ ?
(क) 1905
(ख) 1926
(ग) 1949
(घ) 1878

उत्तर- (ख) 1926

प्रश्न 20. वाष्‍प इंजन की आविष्‍कार किसने किया ?
(क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन
(ख) एडमण्‍ड कार्टराईट
(ग) जेम्‍स वाट
(घ) जॉन के

उत्तर- (ग) जेम्‍स वाट

इतिहास पाठ 5 अर्थव्‍यवस्‍था और आजीविका

प्रश्न 21. फ्लाईंग शटल का आविष्‍कार किसने किया ?
(क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन
(ख) एडमण्‍ड कार्टराईट
(ग) जेम्‍स वाट
(घ) जॉन के

उत्तर- (घ) जॉन के

प्रश्न 22. पावरलूम का आविष्‍कार किसने किया ?
(क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन
(ख) एडमण्‍ड कार्टराईट
(ग) जेम्‍स वाट
(घ) जॉन के

उत्तर- (ख) एडमण्‍ड कार्टराईट

प्रश्न 23. स्पिनिंग जेनी का आविष्‍कार किसने किया ?
(क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन
(ख) एडमण्‍ड कार्टराईट
(ग) जेम्‍स वाट
(घ) जेम्‍स हारग्रीब्‍ज

उत्तर- (घ) जेम्‍स हारग्रीब्‍ज

प्रश्न 24. स्पिनिंग म्‍यूल का आविष्‍कार किसने किया ?
(क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन
(ख) एडमण्‍ड कार्टराईट
(ग) जेम्‍स वाट
(घ) जॉन के

उत्तर- (क) सैम्‍यूएल क्राम्‍पटन

प्रश्न 25. सरकार ने किस वर्ष राजस्‍व आयोग नियुक्‍त किया ?
(क) 1920
(ख) 1921
(ग) 1925
(घ) 1855

उत्तर- (ख) 1921

सामाजिक विज्ञान कक्षा-10 भारत में राष्ट्रवाद | Objective Question Answer

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ 4 ‘भारत में राष्ट्रवाद  (Bharat Me Rashtravad Objective Question)’ के महत्‍वपूर्ण वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों को पढ़ेंगे। जो दसवीं बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है।

Bharat Me Rashtravad Objective Question

Bihar Board Class 10 History पाठ 4 भारत में राष्ट्रवाद

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगायें।

प्रश्न 1. गदर पार्टी की स्थापना किसने और कब की?
(क) गुरदयाल सिंह, 1916
(ख) चन्द्रशेखर आजाद, 1920
(ग) लाला हरदयाल, 1913
(घ) सोहन सिंह भाखना, 1918

उत्तर- (ग) लाला हरदयाल, 1913

प्रश्न 2. जालियाँवाला बाग हत्याकांड किस तिथि को हुआ?
(क) 13 अप्रैल, 1919 ई०
(ख) 14 अप्रैल, 1919 ई.
(ग). 15 अप्रैल, 1919 ई.
(घ) 16 अप्रैल, 1919 ई.

उत्तर- (क) 13 अप्रैल, 1919 ई०

प्रश्न 3. लखनऊ समझौता किस वर्ष हुआ?
(क) 1916
(ख) 1918
(ग) 1920
(घ) 1922

उत्तर- (क) 1916

प्रश्न 4. असहयोग आन्दोलन का प्रस्ताव काँग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ?
(क) सितम्बर 1920, कलकत्ता
(ख) अक्टूबर 1920, अहमदाबाद
(ग) नवम्बर 1920, फैजपुर
(घ) दिसम्बर 1920, नागपुर

उत्तर- (क) सितम्बर 1920, कलकत्ता

प्रश्न 5. भारत में खिलाफत आंदोलन कब और किस देश के शासक के समर्थन में शुरू हुआ ?
(क) 1920 तुर्की
(ख) 1920 अरब
(ग) 1920 फ्रांस
(घ) 1920 जर्मनी

उत्तर- (क) 1920 तुर्की

प्रश्न 6. सविनय अवज्ञा आंदोलन कब और किस यात्रा से शुरू हुआ?
(क) 1920 भुज
(ख) 1930 अहमदाबाद
(ग) 1930 दांडी
(घ) 1930 एल्बा

उत्तर- (ग) 1930 दांडी

प्रश्न 7. पूर्ण स्वराज्य की माँग का प्रस्ताव काँग्रेस के किस वार्षिक अधिवेशन में पारित हुआ?
(क) 1929 लाहौर
(ख) 1931 कराँची
(ग) 1933 कलकत्ता
(घ). 1937 बेलगाँव

उत्तर- (क) 1929 लाहौर

प्रश्न 8. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना कब और किसने की?
(क) 1923 गुरु गोलवलकर
(ख) 1925 के. बी. हेडगेवार
(ग) 1926 चित्तरंजन दास
(घ) 1928 लालचंद

उत्तर- (ख) 1925  के. बी. हेडगेवार

प्रश्न 9. रम्‍पा विद्रोह कब हुआ?
(क) 1916
(ख) 1917
(ग) 1918
(घ) 1919

उत्तर- (क) 1916

प्रश्न 10. बल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि किस किसान आंदोलन के दौरान दी गई ?
(क) बारदोली
(ख) अहमदाबाद
(ग) खेड़ा
(घ) चंपारण

उत्तर- (क) बारदोली

प्रश्न 11. बाल गंगाधर तिलक और किसने मिलकर होमरूल लीग आन्दोलन को शुरू किया?
(क) महात्‍मा गाँधी
(ख) बल्‍लभ भाई पटेल
(ग) मोतिलाल नहेरू
(घ) एनी बेसेन्ट

उत्तर- (घ) एनी बेसेन्ट

प्रश्न 12.भारत में खिलाफत आन्दोलन के नेता कौन थे?
(क) सरदार बल्‍लभ भाई पटेल
(ख) राजेन्‍द्र प्रसाद
(ग) महात्‍मा गाँधी
(घ) मोतिलाल नेहरू

उत्तर- (ग) महात्‍मा गाँधी

प्रश्न 13. किस तिथि को असहयोग आन्दोलन स्थगित हो गया?
(क) 5 फरवरी 1922
(ख) 25 फरवरी 1922
(ग) 12 फरवरी 1922
(घ) 13 अप्रैल 1919

उत्तर- (ग) 12 फरवरी 1922

प्रश्न 14. साइमन कमीशन के अध्यक्ष कौन थे?
(क) महात्‍मा गाँधी
(ख) लार्ड इरविन
(ग) सर जॉन साइमन
(घ) लार्ड कर्जन

उत्तर- (ग) सर जॉन साइमन

प्रश्न 15. गुजरात में कर के विरोध में आंदोलन कब आरंभ हुआ?
(क) 1928
(ख) 1916
(ग) 1920
(घ) 1922

उत्तर- (क)1928

Bihar Board Class 10 History Bharat Me Rashtravad Objective Question पाठ 4 भारत में राष्ट्रवाद

प्रश्न 16. भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के पहले अध्यक्ष कौन थे?
(क) ए०ओ०ह्यूम
(ख) डब्ल्यू सी. बनजी
(ग) चितरंजन दास
(घ) महात्‍मा गाँधी

उत्तर- (ख) डब्ल्यू सी. बनजी

प्रश्न 17. अखिल भारतीय किसान सभा का गठन कब और कहाँ हुआ था?
(क) 11 अप्रैल 1936, लखनऊ
(ख) 12 फरवरी 1922, पटना
(ग) 13 अप्रैल 1919, अमृतसर
(घ) 1 जनवरी 1925, कलकत्ता

उत्तर- (क) 11 अप्रैल 1936, लखनऊ

प्रश्न 18. उड़ीसा में 1914 में कौन-सा विद्रोह हुआ?
(क) संथाल विद्रोह
(ख) खोंड विद्रोह
(ग) हो विद्रोह
(घ) सिपाही विद्रोह

उत्तर- (ख) खोंड विद्रोह

19. डॉ० राजेन्‍द्र प्रसाद का जन्‍म स्‍थान कहाँ है ?
(क) बिहार
(ख) उत्तर प्रदेश
(ग) मध्‍य प्रदेश
(घ) पश्चिम बंगाल

उत्तर- (क) बिहार

20. जालियाँवाला बाग हत्‍याकांड के जाँच के लिए सरकार ने किस समिति का गठन किया था?
(क) हंटर समिति
(ख) चेम्‍सफोर्ड समिति
(ग) डायर समिति
(घ) कालेकर समिति

उत्तर- (क) हंटर समिति

21. तीन कठिया प्रणाली किन पर लागू थी?
(क) मजदूरों पर
(ख) किसानों पर
(ग) नेताओं पर
(घ) जमींदारों पर

उत्तर- (ख) किसानों पर

22. गाँधी ने भारत में सत्‍याग्रह का पहला प्रयोग कहाँ किया था ?
(क) खेड़ा में
(ख) बारदोली में
(ग) मोपला में
(घ) चम्‍पारण में

उत्तर- (घ) चम्‍पारण में

23. ‘वेदों की ओर लौटों’ का नारा किसने दिया था ?
(क) स्‍वामी विवेकानन्‍द
(ख) रामकृष्‍ण परमहंस
(ग) राजा राममोहन राय
(घ) दयानन्‍द सरस्‍वती

उत्तर- (घ) दयानन्‍द सरस्‍वती

24. किस वर्ष साइमन कमीशन भारत आया ?
(क) 1927
(ख) 1928
(ग) 1930
(घ) 1909

उत्तर- (ख) 1928

25. अखिल भारतीय किसान सभा का गठन कब हुआ था ?
(क) 1930
(ख) 1928
(ग) 1920
(घ) 1936

उत्तर- (घ) 1936

26. टिपू सुल्‍तान कहाँ का शासक था ?
(क) बंगलौर
(ख) मद्रास
(ग) मैसुर
(घ) हैदराबाद

उत्तर- (ग) मैसुर

27. सिखों के दसवें और अंतिम गुरू श्री गोविंद सिंह का जन्‍म कहाँ हुआ था ?
(क) बनारस
(ख) तलवंडी
(ग) सारण
(घ) पटना

उत्तर- (घ) पटना

28. ब्रह्म समाज की स्‍थापना किसने की ?
(क) दयानन्‍द सरस्‍वती
(ख) राजा राममोहन राय
(ग) विवेकानन्‍द
(घ) रामकृष्‍ण परमहंस

उत्तर- (ख) राजा राममोहन राय

29. गाँधी जी ने साबरमती आश्रम की स्‍थापना किस वर्ष किये ?
(क)1917
(ख) 1920
(ग) 1915
(घ) 1927
उत्तर- (ग) 1915

30. भारतीय राष्‍ट्रीय काँग्रेस की स्‍थापन कब हुई ?
(क) 1857
(ख) 1764
(ग) 1757
(घ) 1885
उत्तर- (घ) 1885

31. सिपाही विद्रोह कब हुआ था ?
(क) 1857
(ख) 1764
(ग) 1757
(घ) 1885
उत्तर- (क) 1857

32. बंगाल विभाजन कब हुआ ?
(क) 1911
(ख) 1919
(ग) 1909
(घ) 1905
उत्तर- (घ) 1905

33. किस घटन के विरोध में महात्‍मा गाँधी ने अपनी ‘कैसर-ए-हिंद’ की उपाधि त्‍याग दी ?
(क) चौरी-चौरा कांड
(ख) जालियावाला बाग हत्‍याकांड
(ग) बंगाल विभाजन
(घ) रॉलेट एक्‍ट
उत्तर- (ख) जालियावाला बाग हत्‍याकांड

34. चौरी-चौरा कांड के बाद गाँधी जी ने किस आंदोलन को स्‍थगति कर दिया ?
(क) असहयोग आंदोलन
(ख) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(ग) चम्‍पारण आंदोलन
(घ) खेड़ा आंदोलन
उत्तर- (क) असहयोग आंदोलन

35. भारत छोड़ो आंदोलन का प्रसिद्ध नारा कौन था ?
(क) इंकलाब जिंदाबाद
(ख) अंग्रेजों भारत छोड़ों
(ग) करो या मरो
(घ) वन्‍दे मातरम्
उत्तर- (ग) करो या मरो

36. किसे सीमांत गाँधी या बादशाह खान कहा जाता है ?
(क) महात्‍मा गाँधी
(ख) खान अब्‍दुल गफ्फार खान
(ग) सर सैय्यद अहम्‍द खान
(घ) आगा खाँन
उत्तर- (ख) खान अब्‍दुल गफ्फार खान

37. काँग्रेस के किस अधिवेशन में पूर्ण स्‍वराज की माँ की गई थी ?
(क) 1929 लाहौर
(ख) 1920 कलकत्ता
(ग) 1916 लखनऊ
(घ) 1924 बेलगाँव
उत्तर- (क) 1929 लाहौर

38. बारदोली सत्‍याग्रह का नेतृत्व कौन कर रहा था ?
(क) महात्‍मा गाँधी
(ख) सरदार बल्‍लभ भाई पटेल
(ग) सर सैय्यद अहमद खाँ
(घ) आगा खाँ
उत्तर- (ख) सरदार बल्‍लभ भाई पटेल

39. वर्नाक्‍यूलर प्रेस ऐक्‍ट कब पारित हुआ ?
(क) 1858 में
(ख) 1878 में
(ग) 1910 में
(घ) 1883 में

उत्तर- (ख) 1878 में

40. किस विद्रोह का नेतृत्‍व अली मुसालियार ने किया था ?
(क) मोपला
(ख) खोंड
(ग) चम्‍पारण
(घ) खेड़ा

उत्तर- (क) मोपला

हिन्‍द-चीन में राष्‍ट्रवादी आंदोलन | Hind Chin Me Rashtrawadi Andolan Objective

Hind Chin Me Rashtrawadi Andolan Objective

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ तीन ‘हिन्‍द-चीन में राष्‍ट्रवादी आंदोलन (Hind Chin Me Rashtrawadi Andolan Objective)’ के महत्‍वपूर्ण वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों को पढ़ेंगे। जो दसवीं बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ विभिन्‍न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे रेलवे, बैंकिंग, एस. एस. सी. तथा सिविल सेवाओं के लिए भी महत्‍वपूर्ण है।

Hind Chin Me Rashtrawadi Andolan Objective

Hind Chin Me Rashtrawadi Andolan Objective इतिहास पाठ 3 हिन्‍द-चीन में राष्‍ट्रवादी आंदोलन

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगायें।

प्रश्न 1. हिन्द-चीन क्षेत्र में कौन-से देश आते हैं ?
(क) चीन, वियतनाम, लाओस
(ख) हिन्द, चीन, वियतनाम, लाओस
(ग) कम्बोडिया, वियतनाम, लाओस
(घ) कम्बोडिया, वियतनाम, चीन, थाईलैण्ड

उत्तर- (ग) कम्बोडिया, वियतनाम, लाओस

प्रश्न 2. अंकोरवाट का मन्दिर कहाँ स्थित है ?
(क) वियतनाम
(ख) थाईलैण्ड
(ग) लाओस
(घ) कम्बोडिया

उत्तर- (घ) कम्बोडिया

प्रश्न 3. हिन्द-चीन पहुँचने वाले प्रथम व्यापारी कौन थे
(क) इंग्लैण्ड
(ख) फ्रांसीसी
(ग) पुर्तगाली
(घ) डच

उत्तर- (ग) पुर्तगाली

प्रश्न 4. हिन्द चीन में बसने वाले फ्रांसीसी कहे जाते थे ?
(क) फ्रांसीसी
(ख) शासक वर्ग
(ग) कोलोन
(घ) जेनरल

उत्तर- (ग) कोलोन

प्रश्न 5. नरोत्तम सिंहानुक कहाँ के शासक थे ?
(क) वियतनाम
(ख) लाओस
(ग) थाईलैण्ड
(घ) कम्बोडिया

उत्तर- (घ) कम्बोडिया

प्रश्न 6. ‘द हिस्ट्री ऑफ द लॉस ऑफ वियतनाम’ किसने लिखा?
(क) हो-ची-मिन्ह
(ख) फान-वोई-चाऊ
(ग) कुआंग
(घ) त्रियु

उत्तर- (ख) फान-वोई-चाऊ

प्रश्न 7. मार्च 1946 में फ्रांस एवं वियतनाम के बीच होने वाला समझौता किस नाम से जाना जाता है ?
(क) जेनेवा समझौता
(ख) हनोई समझौता
(ग) पेरिस समझौता
(घ) धर्म निरपेक्ष समझौता

उत्तर- (ख) हनोई समझौता

प्रश्न 8. किस प्रसिद्ध दार्शनिक ने एक अदालत लगाकर अमेरिका को वियतनाम युद्ध के लिए दोषी करार दिया?
(क) रसेल
(ख) होची मिन्ह
(ग) नरोत्तम सिंहानुक
(घ) रूसो

उत्तर- (क) रसेल

प्रश्न 9. हिन्द-चीनी क्षेत्र में अंतिम युद्ध समाप्ति के समय में अमेरिकी राष्ट्रपति थे?
(क) वाशिंगटन
(ख) निक्सन
(ग) जार्ज बुश
(घ) रुजवेल्ट

उत्तर- (ख) निक्सन

प्रश्न 10. होआ-होआ आन्दोलन किस प्रकृति का था?
(क) क्रांतिकारी
(ख) धार्मिक
(ग) साम्राज्यवादी समर्थक
(घ) क्रांतिकारी धार्मिक

उत्तर- (घ) क्रांतिकारी धार्मिक

प्रश्न 11. 12वीं शताब्दी में राजा सूर्य वर्मा/द्वितीय ने किसका निर्माण करवाया था?
(क) बौध मंदिर
(ख) महावीर मंदिर
(ग) अंकोरवाट का मंदिर
(घ) शिव मंदिर

उत्तर-(ग) अंकोरवाट मंदिर

प्रश्न 12. किस समझौते ने पूरे वियतनाम को दो हिस्से में बाँट दिया ?
(क) जेनेवा समझौता
(ख) हनोई समझौता
(ग) पेरिस समझौता
(घ) क्रिमीया समझौता

उत्तर- (क) जेनेवा समझौता

प्रश्न 13.हो-ची-मिन्ह का दूसरा नाम क्‍या था?
(क) जोन्‍गुएन आई
(ख) न्‍यूगन आई क्‍वोक
(ग) फान बोई चाउ
(घ) दूई तान होई

उत्तर- (ख) न्यूगन आई क्वोक

प्रश्न 14.दिएन-विएन-फु के युद्ध में कौन बुरी तरह हार गए?
(क) अमेरिकी
(ख) चीनी
(ग) जापानी
(घ) फ्रांसीसाी

उत्तर- (घ) फ्रांसीसाी

प्रश्न 15. अनामी दल का संस्थापक कौन था?
(क) जोन्‍गुएन आई
(ख) न्‍यूगन आई क्‍वोक
(ग) फान बोई चाउ
(घ) दूई तान होई

उत्तर- (क) जोन्गुएन आइ

प्रश्‍न 16. वियतनाम में ‘टोकिन फ्री स्‍कूल’ की स्‍थापना कब हुई ?
(क) 1907
(ख) 1908
(ग)1909
(घ) 1910

उत्तर- (क) 1907

प्रश्‍न 17. जेनेवा समझौता कब हुआ था ?
(क) 1946
(ख) 1919
(ग) 1954
(घ) 1975

उत्तर- (ग) 1954

प्रश्‍न 18. वियतनाम का एकीकरण कब पूर्ण हुआ ?
(क) 1946
(ख) 1919
(ग) 1954
(घ) 1975

उत्तर- (घ) 1975

प्रश्‍न 19. मार्च 1946 मे फ्रांस और वियतनाम के बीच होने वाले समझैता को किस नाम से जाना जाता है ?
(क) जेनेवा
(ख) हनोई
(ग) वियतनाम
(घ) पेरिस

उत्तर- (ख) हनोई

समाजवाद एवं साम्यवाद | Samajwad Evam Samyavad Objective Question

Samajwad Evam Samyavad Objective Question

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ दो समाजवाद एवं साम्‍यवाद  Samajwad Evam Samyavad Objective Question के महत्‍वपूर्ण ऑब्‍जेक्टिव प्रश्‍नों को पढ़ेंगे।  

Bihar Board Class 10 History Objective Chapter 2 समाजवाद एवं साम्यवाद Samajwad Evam Samyavad Objective Question

Samajwad Evam Samyavad Objective Question

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगायें।

प्रश्न 1. रूस में कृषक दास प्रथा का अंत कब हुआ?
(क) 1861
(ख) 1862
(ग) 1863
(घ) 1864
उत्तर-
(क) 1861

प्रश्न 2. रूस में जार का अर्थ क्या होता था ?
(क) पीने का बर्तन
(ख) पानी रखने का मिट्टी का पात्र
(ग) रूस का सामन्त
(घ) रूस का सम्राट
उत्तर-

(घ) रूस का सम्राट

प्रश्न 3. कार्ल मार्क्स का जन्म कहाँ हुआ था?
(क) इंगलैंड
(ख) जर्मनी
(ग) इटली
(घ) रूस
उत्तर-
(ख) जर्मनी

प्रश्न 4. साम्यवादी शासन का पहला प्रयोग कहाँ हुआ?
(क) रूस
(ख) जापान
(ग) चीन
(घ) क्यूबा
उत्तर-
(क) रूस

प्रश्न 5.
यूटोपियन समाजवादी कौन नहीं था?
(क) लुई ब्लां
(ख) सेंट साइमन
(ग) कार्ल मार्क्स
(घ) रॉबर्ट ओवन
उत्तर-
(ग) कार्ल मार्क्स

प्रश्न 6. ‘वार एंड पीस’ किसकी रचना है ?
(क) कार्ल मार्क्स
(ख) टॉलस्टाय
(ग) दोस्तोवस्की
(घ) ऐंजल्स
उत्तर-
(ख) टॉलस्टाय

प्रश्न 7. बोल्शेविक क्रांति कब हुई ?
(क) फरवरी 1947
(ख) नवंबर 1917
(ग) अप्रैल 1917
(घ) अक्टूबर 1905
उत्तर-
(ख) नवंबर 1917

प्रश्न 8. लाल सेना का गठन किसने किया था ?
(क) कार्ल मार्क्स
(ख) स्टालिन
(ग) ट्रॉटस्‍की
(घ) करेंसकी
उत्तर-
(ग) ट्रॉटस्‍की

प्रश्न 9.
लेनिन की मृत्यु कब हुई थी?
(क) 1921
(ख) 1922
(ग) 1923
(घ) 1924
उत्तर-
(घ) 1924

प्रश्न 10. ब्रेस्टलिटोवस्क की संधि किन देशों के बीच हुआ था ?
(क) रूस और इटली
(ख) रूस और फ्रांस
(ग) रूस और इंगलैंड
(घ) रूस और जर्मनी
उत्तर-
(घ) रूस और जर्मनी

प्रश्न 11. रूसी क्रांति के समय रूस का शासक कौन था?
(क) लेनिन
(ख) ट्राटस्‍की
(ग) स्‍टालिन
(घ) जार निकालेस II

उत्तर- (घ) जार निकालेस II

प्रश्न 12. बोल्शेविक क्रांति का नेतृत्व किसने किया था?
(क) लेनिन
(ख) स्‍टालिन
(ग) जार निकोलस II
(घ) कार्ल मार्क्‍स

उत्तर-(क) लेनिन

प्रश्न 13. नई आर्थिक नीति किस सन् में लागू हुआ था?
(क) 1924
(ख) 1931
(ग) 1953
(घ) 9121

उत्तर- 1921

प्रश्न 14. राबर्ट ओवन कहाँ का निवासी था?
(क) रूस
(ख) फ्रांस
(ग) जर्मनी
(घ) ब्रिटेन

उत्तर- (घ) ब्रिटेन

प्रश्न 15. वैज्ञानिक समाजवाद का जनक किसे माना जाता है?
(क) रॉबर्ट ओवन
(ख) लुई ब्‍लाँ
(ग) कार्ल मार्क्‍स
(घ) करेंसकी

उत्तर-
(ग) कार्ल मार्क्‍स

प्रश्‍न 16 दास कैपिटल किसकी रचना है ?
(क) कार्ल मार्क्‍स
(ख) लुई ब्‍लाँ
(ग) लेनिन
(घ) सेंट साइमन

उत्तर- (क) कार्ल मार्क्‍स

प्रश्‍न17. चेका क्‍या था?
(क) किताब
(ख) दल
(ग) नेता
(घ) गुप्‍त पुलिस संगठन

उत्तर- (घ) गुप्‍त पुलिस संगठन

प्रश्‍न 18. नई आर्थिक नीति की घोषण कब हुई थी ?
(क) 1924
(ख) 1953
(ग) 1905
(घ) 1921

उत्तर- (घ) 1921

प्रश्‍न 20. कार्ल मार्क्‍स की मृत्‍यु कब हुई थी?
(क) 1953
(ख) 1924
(ग) 1883
(घ) 1921

उत्तर- (ग) 1883

प्रश्‍न 22. मजदूर दिवस कब मनाया जाता है ?
(क) 5 जून
(ख) 22 मार्च
(ग) 21 जून
(घ) 1 मई

उत्तर- (घ) 1 मई

 

प्रश्‍न 23. अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस कब मनाया जाता है ?
(क) 1 अप्रैल
(ख) 1 मई
(ग) 8 मार्च
(घ) 22 मार्च

उत्तर- (ग) 8 मार्च

 

प्रश्‍न 24. साम्‍यवादी घोषण पत्र के लेखक कौन है ?
(क) लियो टॉल्‍सटॉय
(ख) ट्रॉटस्की
(ग) कार्ल मार्क्स और ऐंगेल्‍स
(घ) लेनिन

उत्तर- (ग) कार्ल मार्क्स और ऐंगेल्‍स

यूरोप में राष्ट्रवाद ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन | Europe Me Rashtravad Objective Question

Europe Me Rashtravad Objective Question

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 इतिहास के पाठ एक ‘यूरोप में राष्‍ट्रवाद (Europe Me Rashtravad Objective Question)’ के महत्‍वपूर्ण वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नों को पढ़ेंगे। जो दसवीं बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ विभिन्‍न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे रेलवे, बैंकिंग, एस. एस. सी. तथा सिविल सेवाओं के लिए भी महत्‍वपूर्ण है।

Europe Me Rashtravad Objective Question

Europe Me Rashtravad Objective Question इतिहास पाठ  1 यूरोप में राष्‍ट्रवाद

वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर

नीचे दिये गए प्रश्नों के उत्तर के रूप में चार विकल्प दिये गये हैं। जो आपको सर्वाधिक उपयुक्त लगे उनमें सही का चिह्न लगावें।

प्रश्न 1. इटली एवं जर्मनी वर्तमान में किस महादेश के अंतर्गत आते हैं ?
(क) उत्तरी अमेरिका
(ख) दक्षिणी अमेरिका
(ग) यूरोप
(घ) पश्चिमी एशिया

उत्तर- (ग) यूरोप

प्रश्न 2. फ्रांस में किस शासक वंश की पुनर्स्थापना वियना कांग्रेस द्वारा की गई थी?
(क) हैब्सवर्ग
(ख) आर्लिया वंश
(ग) बूर्वो वंश
(घ) जार शाही

उत्तर- (ग) बूर्वो वंश

प्रश्न 3. मेजनी का संबंध किस संगठन से था ?
(क) लाल सेना
(ख) कर्बोनरी
(ग) हितेरिया फिलाइक
(घ) डायट

उत्तर- (ख) कर्बोनरी

प्रश्न 4. इटली एवं जर्मनी के एकीकरण के विरुद्ध निम्न में कौन था ?
(क) इंगलैंड
(ख) रूस
(ग) आस्ट्रिया
(घ) प्रशा

उत्तर- (ग) आस्ट्रिया

प्रश्न 5. ‘काउंट काबूर’ को विक्टर इमैनुएल ने किस पद पर नियुक्त किया ?
(क) सेनापति
(ख) फ्रांस में राजदूत
(ग) प्रधानमंत्री
(घ) गृहमंत्री

उत्तर- (ग) प्रधानमंत्री

प्रश्न 6. गैरीबाल्डी पेशे से क्या था ?
(क) सिपाही
(ख) किसान
(ग) जमींदार
(घ). नाविक

उत्तर- (घ) नाविक

प्रश्न 7. जर्मन राईन राज्य का निर्माण किसने किया था ?
(क) लुई 18वाँ
(ख) नेपोलियन बोनापार्ट
(ग) नेपोलियन III
(घ) बिस्मार्क

उत्तर- (ख) नेपोलियन बोनापार्ट

प्रश्न 8. “जालवेरिन” एक संस्था थी?
(क) क्रांतिकारियों की
(ख) व्यापारियों की
(ग) विद्वानों की
(घ) पादरी सामंतों का

उत्तर- (ख) व्यापारियों की

प्रश्न 9. “रक्त एवं लौह” की नीति का अवलम्बन किसने किया था?
(क) मेजनी
(ख) हिटलर
(ग) बिस्मार्क
(घ) विलियम I

उत्तर- (ग) बिस्मार्क

Note: अवलंबन का अर्थ ‘सहारा लेना या अपनाना’ होता है।

प्रश्न 10. फ्रैंकफर्ट की संधि कब हुई?
(क) 1864
(ख) 1866
(ग) 1870
(घ) 1871

उत्तर- (घ) 1871

प्रश्न 11. यूरोपवासियों के लिए किस देश का साहित्य एवं ज्ञान-विज्ञान प्रेरणास्रोत रहा?
(क) जर्मनी
(ख) यूनान
(ग) तुर्की
(घ) इंग्लैंड

उत्तर- (ख) यूनान

प्रश्न 12. 1829 ई. की एड्रियानोपुल की संधि किस देश के साथ हुई ?
(क) तुर्की
(ख) यूनान
(ग) हंगरी
(घ) पोलैंड

उत्तर- (क) तुर्की

प्रश्‍न 13. किस युद्ध में एक महाशक्ति के पतन पर दूसरी यूरोपीय महाशक्ति जर्मनी का जन्‍म हुआ था
(क) सेडोवा
(ख) सेडॉन
(ग) प्रथम विश्‍व युद्ध
(घ) इनमें कोई नहीं

उत्तर- (ख) सेडॉन

प्रश्न 14. सेडोवा का युद्ध किन दो देशों के बीच हुआ था?
(क) फ्रांस-प्रशा
(ख) जर्मनी-इटली
(ग) जर्मनी-पोलैंड
(घ) ऑस्‍ट्रीया-प्रशा

उत्तर- (घ) ऑस्‍ट्रीया-प्रशा

प्रश्न 14. सेडॉन का युद्ध किन दो देशों के बीच हुआ था?
(क) फ्रांस-प्रशा
(ख) जर्मनी-इटली
(ग) जर्मनी-पोलैंड
(घ) ऑस्‍ट्रि‍या-प्रशा

उत्तर- (क) फ्रांस-प्रशा

प्रश्न 15. 1848 ई० के फ्रांसीसी क्रांति ने किस युग का अंत कर दिया ?
(क) नेपोलियन युग
(ख) विस्‍मार्क युग
(ग) नवयुग
(घ) मेटरनिख युग

उत्तर- (घ) मेटरनिख युग

प्रश्न 16. यूनान को स्‍वतंत्र राष्‍ट्र की घोषणा कब किया गया ?
(क) 1829
(ख) 1832
(ग) 1871
(घ) 1815

उत्तर- (ख) 1832

प्रश्न 17. यूनान को एक स्‍वतंत्र राष्‍ट्र घोषित करने के बाद बबेरिया के किस शासक को वहाँ का राजा घोषित किया गया ?
(क) नेपोलियन
(ख) ऑटो
(ग) बिस्‍मार्क
(घ) मेजिनी

उत्तर- (ख) ऑटो

प्रश्न 18. हंगरी की राजधानी कहाँ है ?
(क) बर्न
(ख) वर्सा
(ग) बर्लिन
(घ) बुडापेस्‍ट

उत्तर- (घ) बुडापेस्‍ट

प्रश्न 19. मेजिनी का संबंध किस देश से था ?
(क) जर्मनी
(ख) पोलैंड
(ग) इटली
(घ) फ्रांस

उत्तर- (ग) इटली

प्रश्न 20. हीगेल क्‍या था ?
(क) जर्मनी का चांसलर
(ख) ऑस्ट्रिया का राजकुमार
(ग) दार्शनिक
(घ) राजनीतिज्ञ

उत्तर- (ग) दार्शनिक

प्रश्न 21. बिस्‍मार्क कहाँ का चांसलर था ?
(क) इटली
(ख) जर्मनी
(ग) फ्रांस
(घ) पोलैंड

उत्तर- (ख) जर्मनी

प्रश्न 22. विक्‍टर इमैनुएल क्‍या था ?
(क) दार्शनिक
(ख) चांसलर
(ग) राजनीतिज्ञ
(घ) तानाशाह

उत्तर- (ग) राजनीतिज्ञ

प्रश्न 23. वियना सम्‍मेलन कब हुआ था ?
(क) 1871
(ख) 1870
(ग) 1815
(घ) 1830

उत्तर- (ग) 1815

प्रश्न 24. मेटरनिख का पतन कब हुआ ?
(क) 1871
(ख) 1830
(ग) 1848
(घ) 1815

उत्तर- (ग) 1848

प्रश्न 25. इटली कर एकीकरण कब संपन्‍न हुआ ?
(क) 1870
(ख) 1871
(ग) 1848
(घ) 1905

उत्तर- (ख) 1871

प्रश्न 26. सेडॉन का युद्ध कब हुआ था ?
(क) 1870
(ख) 1848
(ग) 1815
(घ) 1866

उत्तर- (क) 1870

प्रश्न 27. कोसुथ किस देश का राष्‍ट्रवादी नेता था ?
(क) पोलैंड
(ख) इटली
(ग) जमर्नी
(घ) हंगरी

उत्तर- (घ) हंगरी

प्रश्न 28. एड्रियानोपल की संधि कब हुई थी ?
(क) 1832
(ख) 1829
(ग) 1871
(घ) 1863

उत्तर- (ख) 1829

प्रश्न 29. 1870 ई० में फ्रांस और प्रशा के बीच कहाँ युद्ध हुआ था ?
(क) सेडोवा
(ख) सेडॉन
(ग) क्रिमीया
(घ) फ्रैंकफर्ट

उत्तर- (ख) सेडॉन

प्रश्न 30. पोलैंड का राष्‍ट्रवादी आंदोलन कब हुआ था ?
(क) 1871
(ख) 1866
(ग) 1815
(घ) 1863

उत्तर- (घ) 1863

शहरीकरण और शहरी जीवन – Shahrikaran aur Shahri Jeevan

Shahrikaran aur Shahri Jeevan

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड के वर्ग 10 के इतिहास (History) के पाठ 5 ( Shahrikaran aur Shahri Jeevan ) “शहरीकरण और शहरी जीवन” के बारे में जानेंगे । इस पाठ में भारत के शहरों के विकास के बारे में बताया गया है ।

Shahrikaran aur Shahri Jeevan
Shahrikaran aur Shahri Jeevan

5. शहरीकरण और शहरी जीवन ( Shahrikaran aur Shahri Jeevan )

शहरीकरण का अर्थ: किसी गाँव का शहर या कस्बे के रूप में विकसित होने की प्रक्रिया।

गाँव और शहर में अंतर-

गाँव-

  • गाँव की आबादी कम होती है।
  • गाँव में खेती और पशुपालन मुख्य आजीविका है।
  • गाँव की वातावरण स्वच्छ होती है।
  • गाँव में शिक्षा, यातायात, स्वास्थ्य सुविधाओं का आभाव होता है।

शहर-

  • शहर की आबादी अधिक होती है।
  • शहर में व्यापार और उत्पादन मुख्य आजीविका होती है।
  • शहर की वातावरण प्रदुषित होती है।
  • शहर में शिक्षा, यातायात, स्वास्थ्य सुविधाएँ उन्नत अवस्था में होती है।
  • गाँव से शहरों का विकास एक वृहत प्रक्रिया है जो कई शताब्दीयों पर फैली है।
  • शहरीकरण की प्रक्रिया बहुत लम्बी रही है लेकिन आधुनिक शहर के उदय का इतिहास लगभग 200 वर्ष पुराना है।

कस्बा- कस्बा ग्रामीण अंचल में एक छोटे नगर को माना जाता है जो आधिकाशतः स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति का केन्द्र होता है।

गंज- एक छोटे स्थायी बाजार को कहा जाता है। कस्बा और गंज दोनों कपड़ा, फल, शब्जी तथा दूध उत्पादों से संबंद्ध थे।

महानगर- किसी प्रांत या देश का विशाल और घनी आबादी वाला शहर जो प्रायः वहाँ की राजधानी भी होता है।

टेनेमेंट्स- कामचलाऊ और अक्सर बेहिसाब भीड़ वाले अपार्टमेंट मकान। ऐसे मकान बड़े शहरों के गरीब इलाके में अधिक पाए जाते हैं।

सामाजिक बदलाव और शहरी जीवन

व्यक्तिवाद- वह सिद्धांत जिससे समुदाय की नहीं बल्कि व्यक्ति की स्वतंत्रता और अधिकार को स्वीकार किया जाता है।

  • सभी वर्ग के लोग बड़े शहरों की ओर बढ़ने लगे।
  • शहरी सभ्यता ने पुरूषों के साथ महिलाओं में भी व्यक्तिवाद की भावना को उत्पन्न किया एवं परिवार की उपादेयता और स्वरूप को पूरी तरह बदल दिया।
  • महिलाओं के मताधिकार आंदोलन या विवाहित महिलाओं के लिए संपिŸा में अधिकार आदि के लिए आंदोलन चलाए गए।
  • 1870 के बाद से महिलाओं ने राजनीतिक गतिविधियों में हिस्सा ले पाई।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के समय पश्चिमी देशों में महिलाओं ने कारखानों में काम करना प्रारंभ किया।

लैसेज फेयर- आर्थिक उन्मुक्तवाद था जिसमें सरकार का किसी रूप में हस्तक्षेप नहीं था एवं पूँजीपतियों को पूरी स्वतंत्रता थी।

मध्यम वर्ग- शहरों के उद्भव ने मध्यमवर्ग को भी शक्तिशाली बनाया। इस वर्ग में शिक्षक, वकील, चिकित्सक, इंजीनियर, क्लर्क, एकाउंटेट्स आते थे।

औपनिवेशिक भारतीय शहर- मुम्बई

  • भारत में 20वीं शताब्दी के शुरूआत में केवल 11 प्रतिशत लोग शहरों में रहते थे।
  • बम्बई भारत का एक प्रमुख शहर था।
  • शुरुआत में बम्बई सात टापुओं का इलाका था। जैसे-जैसे आबादी बढ़ी, इन टापुओं को एक-दूसरे से जोड़ दिया गया ताकि ज्यादा जगह पैदा की जा सके।
  • बम्बई औपनिवेशिक भारत की वाणिज्यिक राजधानी थी। एक प्रमुख बंदरगाह होने के नाते अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र था जहाँ से कपास और अफीम जैसे कच्चे माल बड़ी तादाद में रवाना किए जाते थे।
  • शहर के अनियोजित विस्तार के कारण 1850 ई. तक शहर में आवास और जलापूर्ति की समस्या बढ़ चूकी थी।
  • चॉल- बम्बई की बहुमंजिला इमारत।
  • 1918 में बम्बई के मकानों के महंगे किराए को सीमित करने के लिए किराया कानून पारित किया गया।
  • भूमि-विकासः दलदली अथवा डूबी हुई जमीन कोरहने या खेती करने या किसी अन्य काम के योग्य बनाना।
  • 20वीं शताब्दी के आने तक जिस प्रकार आबादी तेजी से बढ़ी, अधिक से अधिक जमीन को घेर लिया गया और समुद्री जमीन को विकसित किया जाने लगा।
  • एक सफल भूमि विकास परियोजना बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट के अन्तर्गत शुरु की गई। ट्रस्ट 1914 से 1918 के बीच एक सूखी गोदी का निर्माण किया और उसकी खुदाई से जो मिट्टी निकली उसका इस्तेमाल करके 22 एकड़ का बालार्ड एस्टेट बना डाला।
  • इसके बाद मशहूर मरीन ड्राइव बनाया गया।
  • बम्बई में आने वाले अप्रवासियों और उनके दैनिक जीवन में कठिनाई जिसका सामना आम आदमी को करना पड़ता है।
  • निष्कर्षतः शहर के अन्तर्विरोध के बावजूद शहर ऐसे लोगों को हमे आकर्षित करती है जो स्वतंत्रता और नए अवसर की तलाश करते हैं जिससे उन शहरों को सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता मिलती है।

पाटलिपुत्र (पटना)

  • प्राचीनकाल में पाटलीपुत्र के नाम से विख्यात पटना एक महानगर था जिसकी तुलना विश्व के समकालीन सुप्रसिद्ध नगरों से की जाती थी।
  • इसकी स्‍थापना 6ठी शताब्दी ई.पू. में मगध के शासक अजातशत्रु के द्वारा एक सैनिक शिविर के रूप में की गई थी। कालान्तर में यह मगध साम्राज्य की राजधानी बना।
  • इस नगर की आबादी उस समय चार लाख थी।
  • गुप्त काल में भी इस नगर का वैभव बना रहा। इसके विशाल भवनों के वैभव और सौन्दर्य की चर्चा चीनी यात्री फाहियान द्वारा गई है।
  • मध्य युग में इस नगर के गौरव को सुप्रसिद्ध अफगान शासक शेरशाह सूरी ने पुनर्स्थापित किया। उसने 1541 ई. के लगभग गंगा और गंडक नदी के संगम के पास एक दूर्ग बनवाया क्योंकि उस स्िान के सैनिक महत्व को उसे आभास था।
  • अकबर के शासनकाल तक यह नगर एक प्रमुख व्यापारिक केन्द्र बन चुका था।
  • 1666 ई. में सिखों के दसवें और अन्तिम गुरु श्री गोविन्द सिंह जी का जन्म हुआ जिस कारण यह नगर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी माना जाता है।
  • 18वीं शताब्दी के प्रारंभ में मुगल राजकुमार अजीमुशान ने इस नगर का नव निर्माण किराया और इसे अजीमाबाद नाम दिया।
  • 1911 ई. के दिल्ली दरबार में बिहार को पृथक राज्य का रूप दिया गया।
  • 1912 ई. में बिहार एवं उड़िसा को बंगाल से पृथक राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ।
  • वर्तमान पटना की आबादी 12 लाख से अधिक है और इसका क्षेत्र 250 वर्ग किमी है।
  • कोलकाता के बाद यह पूर्वी भारत का सबसे बड़ा नगर है और आबादी के घनत्व के दृष्टिकोण से यह भारत का 14वाँ सर्वाधिक आबादी वाला नगर है। वर्तमान में यह शिक्षा और व्यापार का महत्वपूर्ण केन्द्र है।
  • शहरीकरण की प्रक्रिया लंबी रही है।

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अर्थ-व्यवस्था और आजीविका कक्षा 10 इतिहास – Arthvyavastha aur Ajivika

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इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड के वर्ग 10 के इतिहास (History ) के पाठ 6 (Arthvyavastha aur Ajivika) “अर्थ-व्यवस्था और आजीविका ” के बारे में जानेंगे । इस पाठ में अर्थ-व्यवस्था और आजीविका के बारे में बताया गया है ।

Arthvyavastha aur Ajivika
Arthvyavastha aur Ajivika

5.अर्थ-व्यवस्था और आजीविका (Arthvyavastha aur Ajivika)

अर्थ-व्यवस्था : यह उत्पादन, वितरण और खपत की एक सामाजिक व्यवस्था है।

आजीविका : कोई व्यक्ति जीवन के विभिन्न कालावधियों में जिस क्षेत्र में काम करता है या जो काम करता है, उसी को उसकी आजीविका या वृति या रोजगार कहते हैं।

औद्योगीकरण : औद्योगीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें उत्पादन मशीनों द्वारा कारखानों में होता है।

औद्योगीकरण के कारण

  • आवश्यकता आविष्कार की जननी
  • नये-नये मशीनों का आविष्कार
  • कोयले एवं लोहे की प्रचुरता
  • फैक्ट्री प्रणाली की शुरूआत
  • सस्ते श्रम की उपलब्धता
  • विशाल औपनिवेशक स्थिति

    1969 में रिचर्ड आर्कराइट ने सूत कातने की स्पिनिंग फ्रेम नामक एक मशीन बनाई जो जलशक्ति से चलती थी।  1770 में स्टैंडहील निवासी जेम्स हारग्रीब्ज ने सूत काटने की एक अलग मशीन ’स्पिनिंग जेनी’ बनाई। 1773 में लंकाशायर के जॉन के ने ’फ्लाइंग शट्ल’ का आविष्कार किया, जिसके कारण तेजी से जुलाहे काम करने लगे और धागे की माँग बढ़ गई। 1779 में सैम्यूल काम्पटन ने ’स्पिनिंग म्यूल’ बनाया, जिससे बारीक सूत काता जा सकता था। 1785 में एडमंड कार्टराइट ने वाष्प से चलने वाला ‘पावरलुम’ नामक करघा तैयार किया।1769 में जेम्स वॉट ने वाष्प इंजन बनाया। 1815 में हम्फ्रीडेवी ने खानों में काम करने के लिए ’सेफ्टी लैम्प’ का आविष्कार किया।

मजदूरों की आजीविका

औद्योगीकरण ने मजदूरों को शोषण किया। महिलाओं और बच्चों से भी 18-18 घंटे काम लिए जाते थे। . कारखानों ने मजदूरों को बेरोजगार बना दिया। औद्योगीकरण ने मजदूरों की आजीविका को इस तरह नष्ट-भ्रष्ट कर दिया था कि उनके पास दैनिक उपभोग के पदार्थों को खरीदने के लिए धन नहीं था। अतः मजदूरों ने आंदोलन का रूख किया। भारत में मजदूरों की स्थिति को सुधारने के लिए 1881 में पहला ’फैक्ट्री एक्ट’ पारित हुआ। इसके द्वारा 7 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कारखाने में कार्य करने पर प्रतिबंध लगाया गया, 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के काम का घंटा तय किया गया तथा महिलाओं के भी काम के घंटे तथा मजदूरी को निश्चित किया गया।

औद्योगीकरण का प्रभाव

1. नगरों का विकास। 2. कुटीर उद्योगों का पतन। 3. साम्राज्यवाद का विकास। 4. समाज में वर्ग विभाजन एवं बुजुआ वर्ग का उदय। 5. फैक्ट्री मजदूर वर्ग का जन्म। 6. स्लम पद्धति की शुरूआत।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद मजदूरों की आजीविका

  • स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद मजदूरों की आजीविका एवं उनके अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सन् 1948 ई. में न्यूनतम मजदूरी कानून पारित किया, जिसके द्वारा
  • कुछ उद्योगों में मजदूरी की दरें निश्चित की गई। ऽ मजदूरों की स्थिति में सुधार हेतु 1962 में केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय श्रम आयोग
  • स्थापित किया। इसके द्वारा मजदूरों को रोजगार उपब्ध कराया गया तथा उनकी मजदूरी को सुधारने का प्रयास किया गया। इस तरह स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने उद्योग में लगे मजदूरों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कई कदम उठाये हैं, चूँकि औद्योगीकरण के दौर में पूँजीपतियों द्वारा उनका शोषण किया जाता था।
  • औद्योगीकरण ने उपनिवेशवाद को जन्म दिया।

भारत में फैक्ट्रीयों की स्थापना

  • औद्योगीक उत्पादन से भारत में कुटीर उद्योग बन्द हो गये, लेकिन वस्त्र उद्योग के लिए बड़ी-बड़ी फैक्ट्रीयाँ देशी एवं विदेशी पूँजी लगाकर खोली।
  • सर्वप्रथम सूती कपड़े की मिल की नींव 1851 ई. में बम्बई में डाली गई। – 1854 से 1880 तक तीस कारखानों का निर्माण हुआ। – 1895 तक सूती कपड़ों के मिलों की संख्या उनचालिस हो गई। . 1914 तक 144 हो गई।

भारत में फैक्ट्रीयों की स्थापना

  • 1917 में कलकत्ता में देश की पहली जूट मिल हुकुम चंद ने स्‍थापित किया।
  • 1907 में जमशेद जी टाटा ने बिहार के साकची नामक स्थान पर टाटा आयरन एण्ड स्टील की स्थापना की।
  • भारत में कोयला उद्योग का प्रारंभ 1814 में हुआ।

कुटीर उद्योग का महत्व एवं उसकी उपयोगिता

    यद्यपि औद्योगीकरण की प्रक्रिया ने भारत के कुटीर उद्योग को काफी क्षति पहुंचाई, मजदूरों की आजीविका को प्रभावित किया, परन्तु इस विषम एवं विपरीत परिस्थिति में भी गाँवों एवं कस्बों में यह उद्योग पुष्पित एवं पल्लवित होता रहा तथा जन साधारण को लाभ पहुंचाता रहा । राष्ट्रीय आन्दोलन, विशेषकर स्वदेशी आन्दोलन के समय इस उद्योग की अग्रणी भूमिका रही। अतः इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता । महात्मा गाँधी ने कहा था कि लघु एवं कुटीर उद्योग भारतीय सामाजिक दशा के अनुकूल है। ये राष्ट्रीय अर्थ-व्यवस्था में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाहित करते हैं । कुटीर उद्योग उपभोक्ता वस्तुओं, अत्यधिक संख्या को रोजगार तथा राष्ट्रीय आय का अत्यधिक समान वितरण सुनिश्चित करते हैं । तीव्र औद्योगीकरण के प्रक्रिया में लघु उद्योगों ने सिद्ध किया कि वे बहुत तरीके से फायदेमन्द होते हैं।

    ब्रिटेन में उच्च वर्ग के लोग भारत में हाथों से बनी हुई वस्तुओं को ज्यादा तरजीह देते । हाथों से बने महीन धागों के कपड़े, तसर सिल्क, बनारसी तथा बालुचेरी साड़ियाँ तथा बुने हुए बॉडर वाली साड़ियाँ एवं मद्रास की प्रसिद्ध लुगियों की मांग ब्रिटेन के उच्च वर्गों में अधिक थी । मशीनों द्वारा इसकी नकल नहीं की जा सकती थी और विशेष बात तो यह थी कि इस पर अकाल और बेरोजगारी का भी असर नहीं होता था क्योंकि यह महंगी होती थी और सिर्फ उच्च वर्ग के द्वारा विदेशों में उपयोग में लायी जाती थीं।

    सन् 1947 ई० में स्वंतत्रता प्राप्ति के बाद कुटीर उद्योग की उपयोगिता और उसके विकास हेतु भारत सरकार की नीतियों में परिवर्तन हुआ ।। 6 अप्रैल 1948 की औद्योगिक नीति के द्वारा लघु एवं कुटीर उद्योग को प्रोत्साहन दिया गया । सन् 1952-53 ई. में पाँच बोर्ड बनाये गए, जी हथकरघा, सिल्क, खादी. नारियल की जटा तथा ग्रामीण उद्योग हेतु थे । सन् 1956 एवं 1977 ई० के औद्योगिक नीति में इनके प्रोत्साहन की बात कही गई । आगे चलकर 23 जुलाई 1980 को औद्योगिक नीति घोषणापत्र जारी किया गया, जिसमें कृषि आधारित उद्योगों की बात कही गयी एवं लघु उद्योगों की सीमा भी बढ़ायी गई ।

    इस तरह हम देखते हैं कि स्वंत्रता प्राप्ति के बाद भारत सरकार ने जहाँ एक तरफ कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया वही दूसरी तरफ औद्योगीकरण की प्रक्रिया भी आगे बढ़ने लगी। औद्योगीकरण ने, जिसकी शुरुआत एक आर्थिक प्रक्रिया के तहत हुई थी, भारत में राजनैतिक एवं सामाजिक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया । सन् 1950 के बाद सम्पूर्ण विश्व में अग्रणी औद्योगिक शक्ति समझा जाने वाला ब्रिटेन अपने प्रथम स्थान से वंचित हो गया और अमेरिका एवं जर्मनी जैसे देश औद्योगिक विकास की दृष्टि से काफी आगे निकल गए।

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व्यापार और भूमंडलीकरण 10 इतिहास – Vyapar aur Bhumandalikaran

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इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड के वर्ग 10 के इतिहास (History) के पाठ 7 (Vyapar aur Bhumandalikaran) “व्यापार और भूमंडलीकरण” के बारे में जानेंगे । इस पाठ में व्‍यापार और भूमंडलीकरण के प्रभाव के बारे में बताया गया है ।

Vyapar aur Bhumandalikaran
Vyapar aur Bhumandalikaran

7. व्‍यापार और भूमंडलीकरण (Vyapar aur Bhumandalikaran)

विश्व बाजार- उस तरह के बाजारों को हम विश्व बाजार कहेंगे जहाँ विश्व के सभी देशों की वस्तुएँ आमलोगों को खरीदने के लिए उपलब्ध हो। जैसे- भारत की आर्थिक राजधानी मुम्बई।

वाणिज्यिक क्रांति- व्यापार के क्षेत्र में होने वाला अभूतपूर्व विकास और विस्तार जो जल और स्थल दोनों मार्ग से सम्पूर्ण विश्व तक पहुँचा। इसका केन्द्र यूरोप ( इंगलैंड ) था।

औद्योगिक क्रांति- वाष्प शक्ति से संचालित मशीनों द्वारा बड़े-बड़े कारखानों में व्यापक पैमाने पर वस्तुओं का उत्पादन। इसका केन्द्र इंग्लैण्ड था वह 1750 के बाद आरंभ हुआ।

साम्राज्यवाद- यूरोपीय देशों द्वारा एशिया और अफ्रीका के क्षेत्रों पर सैनिक शक्ति द्वारा विजय प्राप्त कर उसे अपने प्रत्यक्ष अधीन में रखना।

आर्थिक मंदी- अर्थतंत्र में आनेवाली ऐसी स्थिति जब उसके तीनों आधार कृषि, उद्योग, और व्यापार का विकास अवरूद्ध हो जाए। लाखों लोग बेरोजगार हो जाए, बैंकों और कंपनियों का दिवाला निकल जाए तथा वस्तु और मुद्रा दोनों की कीमत नहीं रहे।

शेयर बाजार- वैसा स्‍थान जहाँ व्यापारिक और औद्योगिक कंपनियों के बाजार मूल्य का निर्धारण होता है।

सट्टेबाजी- कंपनियों में पूँजी लगा कर उसका हिस्सा खरीदना ताकि उसका मूल्य बढ़े और पुनः उसे बेच देना।

संरक्षणवाद- अपने वस्तुओं को विदेशी वस्तुओं के आमद से होने वाले नुकसान से उसे बचाने के लिए विदेशी वस्तु पर ऊँची आयात शुल्क लगाना।

न्यू-डील- जनकल्याण की एक बड़ी योजना से संबंधित नई नीति जिसमें आर्थिक क्षेत्र के अलावा राजनीतिक और प्रशासनिक नीतियों को भी नियमित किया गया।

अधिनायकवाद- वैसी राजनैतिक प्रशासनिक व्यवस्था जिसमें एक व्यक्ति के हाथ सारी शक्तियाँ केन्द्रित होती है। वह व्यक्ति परिस्थितियों का लाभ उठाकर जनता के बीच नायक की छवि बनाता है।

भूमंडलीकरण- जीवन के सभी क्षेत्रों का एक अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप, जिसने दुनिया के सभी भागों को आपस में जोड़ दिया है- सम्पूर्ण विश्व एक बड़े गाँव के रूप में परिवर्तित हो गया है।

पूँजीवाद- पूँजी पर आधारित एक व्यवस्था जो बाजार और मुनाफा के उपर टिका है।

शीत युद्ध- राज्य नियंत्रित और बाजार नियंत्रित अर्थव्यवस्था वाले देशों के नेतृत्वकर्ता देशों सोवियत रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सामरिक तनाव।

बहुराष्ट्रीय कंपनी- कई देशों में एक ही साथ व्यापार और व्यवसाय करने वाले कंपनियों को बहुराष्ट्रीय कंपनी कहा जाता है। 1920 के बाद से इस तरह की कंपनियों का उत्कर्ष हुआ जो द्वितीय महायुद्ध के बाद काफी बढ़ा।

उपनिवेशवाद- उपनिवेशवाद एक ऐसी राजनैतिक आर्थिक प्रणाली जो प्रत्यक्ष रूप से एशिया और अविकसित अफ्रीका तथा दक्षिण अमेरिका में यूरोपीय देशों द्वारा त्याग किया गया। इसका एक मात्र उद्देश्य था इन देशों का आर्थिक शोषण करना।

गिरमिटिया मजदूर- औपनिवेशिक देशों के ऐसे श्रमिक जिन्हें एक निश्चित समझौता द्वारा निश्चित समय के लिए अपने शासित क्षेत्रों में ले जाते थे, इन्हें मुख्यतः नकदी फसलों-जैसे गन्ना के उत्पादन में लगाया जाता था। भारत के भोजपुरी भाषी क्षेत्रों (पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बिहार) पंजाब, हरियाणा से गन्ना की खेती के लिए जमैका, फिजी, त्रिनिदाड एवं टोवैको, मॉरिशस आदि देशों में ले जाया गया।

प्राचीन विश्व बाजार का स्वरूप और स्पष्ट प्रमाण अलेक्जेण्ड्रीया नामक बड़ा व्यापारिक केन्द्र की चर्चा के क्रम में मिलता है।

यह शहर तीन महादेशों अफ्रीका, यूरोप और एशियाके व्यापारियों का केन्द्र था।

विश्वबाजार का स्वरूप और विस्तार

  • औद्योगिक क्रांति के फेलाव के साथ-साथ बाजार का स्वरूप विश्वव्यापी होता गया।
  • किसानों को अपने उपज का अच्दा रिटर्न मिलता था, क्योंकि बाजार ज्यादा प्रतिस्पर्धी होता है।
  • रोजगार के नए अवसर सृजित होते है।
  • आधुनिक विचार और चेतना का भी प्रसार होता है।

विश्वबाजार के लाभ

  • आधुनिकीकरण
  • औपनिवेशिक देशों में रेलमार्ग-सड़क, बन्दरगाह, खनन, बागवानी जैसे संरचनात्मक क्षेत्र का विकास हुआ।
  • नवीन तकनिक को सृजित किया।
  • रेलवे, वाष्प इंजन, भाप का जहाज, टेलीग्राफ, बड़े जलपोत महत्वपूर्ण रहा।
  • शहरीकरण का विकास

विश्वबाजार के हानि

  • साम्राज्यवाद का उदय
  • कृषि, लघु तथा कुटिर उद्योगों का पतन
  • औपनिवेशिक देशों में अकाल और भुखमरी
  • यूरापीय देशों के बीच साम्राज्यवादी प्रतिस्पर्धा

आज जीविकोपार्जन और भूमंडलीकरण का अन्तर्साम्य संबंध

  • शीतयुद्ध की समाप्ति के बाद से सैनिक शक्ति को आर्थिक शक्ति द्वारा पीछे छोड़ दिया गया।
  • 1991 के बाद सम्पूर्ण विश्व में सेवा क्षेत्र का विस्तार काफी तीव्र गति से हुआ है, जिससे जीवीकोपार्जन के कई नए क्षेत्र खुल गए हैं।
  • यातायात की सुविधा ( बस, टैक्सी, हवाई जहाज ), बैंक, और बीमा क्षेत्र में दी जानेवाली सुविधा, दूरसंचार, और सूचना तकनिक ( मोबाइल, फोन, कम्प्यूटर, इंटरनेट ) होटल और रेस्टोरेंट, बड़े शहरों में शॉपिंग मॉल, कॉल सेंटर आदि काफी तेजी से फैला है।
  • पर्यटक स्थल का विकास हो रहा है।
  • लाखों लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है।

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प्रेस संस्कृति और राष्ट्रवाद कक्षा 10 इतिहास – Press Sanskriti aur Rastravad

Press sanskriti aur rastravad

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड के वर्ग 10 के इतिहास (History ) के पाठ 8 (Press Sanskriti aur Rastravad) “प्रेस संस्कृति और राष्ट्रवाद” के बारे में जानेंगे । इस पाठ में प्रेस का विकास, मुद्रण क्रांति और भारतिय राष्‍ट्रीय आंदाेलन में प्रेस की भूमिका के बारे में बताया गया है ।

Press sanskriti aur rastravad

 

8. प्रेस संस्कृति और राष्ट्रवाद
(Press Sanskriti aur Rastravad)

  • आज के वर्तमान युग में हम प्रेस के बिना आधुनिक विश्व की कल्पना नहीं कर सकते हैं।
  • चाहे ज्ञान का क्षेत्र हो या सूचना का, मनोरंजन का हो या रोजगार का, इससे प्रत्यक्ष रूप से दुनिया संचालित हो रहा है।
  • छापाखाना का आविष्कार का महत्व इस भौतिक संसार में आग, पहिया और लिपि की तरह है जिसने अपनी उपस्थिति से पूरे विश्व की जीवन शैली को एक नया आयाम प्रदान किया।

ब्लॉक प्रिंटिंग- स्याही से लगे काठ के ब्लॉक या तख्ती पर काजग को रखकर छपाई करने की विधि को ब्लॉक प्रिंटिंग कहते हैं।

मुद्रण का इतिहास गुटेनवर्ग तक :

  • मानव सभ्यता के आदिकाल में मनुष्य जो देखता था उसे अपनी स्वाभाविक बुद्धि तथा अनुभव के अनुसार विभिन्न प्रकार से अंकित करने का प्रयास करता था।
  • बाद में अपने ज्ञान को विभिन्न पत्रकों पर करने लगा। 105  ई० में टस्-प्लाई-लून ( चीनी नागरिक ) ने कपास एवं मलमल की पट्टियों से कागज बनाया।
  • मुद्रण की सबसे पहली तकनीक चीन, जापान और कोरिया में विकसित हुई। 712 ई० तक यह चीन के सीमित क्षेत्रों में फैल गया।
  • 760 ई० तक इसकी लोकप्रियता चीन और जापान में काफी बढ़ गई।
  • ब्लॉक प्रिंटिक का उपयोग अब पुस्तकों के पृष्ठ बनाने में होने लगा।
  • मुद्रण कला के आविष्कार और विकास का श्रेय चीन को जाता है।
  • 1041 ई० में एक चीनी व्यक्ति पि-शेंग ने मिट्टी के मुद्रा बनाए।
  • 16 वीं सदी तक परीक्षा देने वालों की तादात बढ़ने से छपी किताबों की मात्रा में भी उसी अनुपात में वृद्धि हुई।
  • 19 वीं सदी तक आते-आते मांग को पूरा करने हेतु शंघाई प्रिंट-संस्कृति का नया केन्द्र बन गया और हाथ की छपाई की जगह यांत्रिक छपाई ने ले ली।

योहानेस गुटेनबर्ग – टाइप के माध्यम से मुद्रण विद्या का आविष्कारक। वे जर्मनी के मेंज के रहने वाले थे।। इन्होनें सन 1439 में प्रिंटिंग प्रेस की रचना की जिसे एक महान आविष्कार माना जाता है। इनके द्वारा छापी गयी बाइबल गुटेनबर्ग बाइबिल के नाम से प्रसिद्ध है।

गुटेनवर्ग और प्रिंटिग प्रेस :

  • जर्मनी के मेंजनगर में गुटेनवर्ग के कृषक-जमींदार-व्यापारी में जन्म लिया था। वह बचपन से ही तेल और जैतून पेरनेवाली मशीनों से परिचित था। गुटेनवर्ग ने अपने ज्ञान एवं अनुभव से टुकड़ों में विखरी मुद्रण कला के ऐतिहासिक शोध को संगठित एवं एकत्रित किया तथा टाइपों के लिए पंच, मेट्रिक्स, मोल्ड आदि बनाने पर योजनाबद्ध तरीके से कार्यारंभ किया।
  • मुद्रा बनाने हेतु उसने सीसा, टिन और विसमथ धातुओं से उचित मिश्र-धातु बनाने का तरीका ढूंढ निकाला।
  • एक सुस्पष्ट, सस्ता एवं शीघ्र कार्य करनेवाला गुटेनवर्ग का ऐतिहासिक मुद्रण शोध 1440 वें वर्ष में शुरू हुआ, जब गुटेनवर्ग को फस्ट नामक सुनार से बाइबिल छापने का ठेका प्राप्त हुआ।

मुद्रण क्रांति का बहुआयामी प्रभाव

  • छापखाने की संख्या में वृद्धि के फलस्वरूप पुस्तक निर्माण में अप्रत्यासित वृद्धि हुई। 15वीं शताब्दी के उŸारार्द्ध तक यूरोपीय बाजार में लगभग 2 करोड़ मुद्रित किताबें आई। जिसकी संख्या 16वीं शताब्दी तक 20 करोड़ हो गई।
  • मुद्रण क्रांति के फलस्वरूप किताबें समाज के सभी तबकों तक पहुँच गई।
  • साक्षरता बढ़ाने हेतु पुस्तकों को रोचक तस्वीरों, लोकगीत और लोक कथाओं से सजाया जाने लगा। पहले जो लोग सुनकर ज्ञानार्जन करते थे अब पढ़कर भी कर सकते थे। पढ़ने से उनके अंदर तार्किक क्षमता का विकास हुआ।
  • प्रिंट के प्रति कृतज्ञ लूथर ने कहा- ‘मुद्रण ईश्वर की दी हुई महानतम देन है सबसे बड़ा तोहफा
  • मुद्रण क्रांति से कम पढ़े-लिखे लोग धर्म की अलग-अलग व्याख्याओं से परिचित हुए।
  • अलग-अलग सम्प्रदाय के चर्चों ने स्कूल स्थापित कर गरीब तबके के लोगों को शिक्षित करना शुरु किया।
  • क्रांतिकारी दार्शनिकों के लेखन ने परंपरा, अंधविश्वास और निरंकुशवाद की आलोचना पेश की।
  • परंपरा पर आधारित सामाजिक व्यवस्था को दुर्बल किया गया।
  • छपाई ने वाद-विवाद की नई संस्कृति को जन्म दिया।

तकनीकी विकास

  • 18वीं शदी के अंत तक प्रेस धातु के बनने लगे थे। 19वीं शदी के मध्य तक न्यूयार्क के रिचर्ड एम. हो. ने शक्ति चालित बेलनाकार प्रेस को कारगर बना लिया था। इससे प्रतिघंटे 8000 ताव छापे जा सकते थे।
  • शदी के अंत तक ऑफसेट प्रेस आ गया था, जिससे छः रंगों में छपाई एक साथ संभव थी।
  • 20वीं शताब्दी के प्रारंभ से बिजली से चलनेवाले छापेखाने ने तेजी से काम करना शुरु कर दिया।
  • पुस्तकें सस्ती और रोचक कवर तथा पृष्ठ के साथ पाठकों तक पहुँचने लगी।

भारत में प्रेस का विकास

  • भारत में छापखाना के विकास के पहले हाथ से लिखकर पाण्डुलिपियों को तैयार करने की पुरानी एवं समृद्ध परम्परा थी। यहाँ संस्कृत, अरबी और फारसी साहित्य की अनेकानेक तस्वीर युक्त सुलेखन कला से परिपूर्ण साहित्यों की रचनाएँ होती रहती थी।
  • प्रिंटिंग प्रेस सबसे पहले भारत में पुर्तगाली धर्मप्रचारकों द्वारा 16वीं शदी में लाया गया।

समाचार पत्रों की स्थापना

  • आधुनिक भारतीय प्रेस का प्रारंभ 1766 में विलियम बोल्टस द्वारा एक समाचार पत्र के प्रकाशन से हुआ।
  • 1780 में जे. के. हिक्की ने ‘बंगाल गजट‘ नामक समाचार पत्र प्रकाशित करना प्रारंभ किया।
  • नवम्बर 1780 में प्रकाशित ‘इंडिया गजट‘ दूसरा भारतीय पत्र था।
  • 18वीं सदी के अंत तक बंगाल में ‘कलकत्ता कैरियर‘, एशियाटिक मिरर तथा ओरियंटल स्टार, बम्बई गजट तथा हैराल्ड और मद्रास कैरियर, मद्रास गजट आदि समाचार पत्र प्रकाशित होने लगे।
  • 1821 में बंगला में ‘संवाद कौमुदी‘ तथा 1822 में फारसी में प्रकाशित ‘मिरातुल‘ अखबार का प्रकाशन प्रारंभ हुआ। इन समाचार पत्रों का संस्थापक राजा राम मोहन राय थे जिन्होंने इन्हें सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन का हथियार भी बनाया।
  • 1822 में बम्बई से गुजराती भाषा में ‘दैनिक बम्बई‘ समाचार निकलने लगे।
  • द्वारकानाथ टैगोर, प्रसन्न कुमार टैगोर तथा राम मोहन राय के प्रयास से 1830 में बंगदत की स्थापना हुई।
  • 1831 में ‘जामे जमशेद‘ 1851 में ‘गोफ्तार‘ तथा ‘अखबारे सौदागर‘ का प्रकाशन प्रारंभ हुआ।

प्रेस की विशेषताएँ- समयानुसार बदलते परिप्रेक्ष्य में

  • भारत में दो प्रकार के प्रेस थे- एंग्लो इंडियन प्रेस और भारतीय प्रेस
  • एंग्लो इंडियन प्रेस की प्रकृति और आकार विदेशी था। यह भारतीयों में ‘फुट डालो और शासन करो‘ का पक्षधर था। यह दो सम्प्रदायों के बीच एकता के प्रयास का घोर आलोचक था।
  • एंग्लो इंडियन प्रेस को विशेषाधिकार प्राप्त था। सरकारी खबरें और विज्ञापन इसी को दिया जाता था। सरकार के साथ इसका घनिष्ठ संबंध था।
  • भारतीय प्रेस अंग्रेजी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होते थे।
  • 19वीं तथा 20वीं सदी में राममोहन राय, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी, बाल गंगाधर तिलक, दादा भाई नौरोजी, जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गाँधी, मुहम्मद अली, मौलाना आजाद आदि ने भारतीय प्रेस को शक्तिशाली और प्रभावकारी बनाया।

भारतीयों द्वारा प्रकाशित एवं संपादित पत्र

  • 1858 में ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने ‘सोम प्रकाश‘ का प्रकाशन साप्ताहिक के रूप में बंगला में प्रारंभ किया। इसने नीलहे किसानों के हितों का जोरदार समर्थन किया।
  • केशवचन्द्र सेन ने ‘सुलभ समाचार‘ का बंगला में दैनिक प्रकाशन किया।
  • मोतिलाल घोष के संपादन में 1868 में अंग्रेजी-बंगला साप्ताहिक के रूप में अमृत बाजार पत्रिका का प्रेस के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है।
  • 1878 में लिटन के वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट से बचने के लिए यह रातों-रात अंगेजी में प्रकाशित होने लगा।
  • बंगाल में उग्र राष्ट्रवाद को फेलाने का काम अरविंद घोष और वारींद्र घोष ने जुगांतर तथा वंदेमातरम् के माध्यम से किया।
  • मोतिलाल नेहरू ने 1919 में इंडिपेंडेंस, शिव प्रसाद गुप्त ने हिन्दी दैनिक आज, के. एम. पन्निकर ने 1922 में हिन्दुस्तान टाइम्स का संपादन किया।

प्रेस का राष्ट्रीय आंदोलन में भूमिका तथा प्रभाव

  • प्रेस के माध्यम से राष्ट्रीय नेताओं ने अंग्रेजी राज की शोषणकारी नीतियों का पर्दाफाश करते हुए जनजागरण फैलाने का कार्य किया।
  • विभिन्न प्रकार के अंग्रजी नीतियों के प्रति व्यापक असंतोष को सरकार के समक्ष पहुँचाने का कार्य प्रेस ने ही किया।
  • अंग्रेजों के द्वारा भारत का जो आर्थिक शोषण हो रहा था इसके विरुद्ध प्रेस ने आवाज उठाई।
  • सामाजिक सुधार के क्षेत्र में, प्रेस ने सामाजिक रूढ़ियों, रीति-रिवाजों, अंधविश्वास तथा अंग्रेजी सभ्यता के प्रभाव को लेकर लगातार आलोचनात्मक लेख प्रेकाशित हुए।
  • दक्षिण अफ्रिका में गाँधी के प्रयासों का भारतीय प्रेस में उल्लेख किया।
  • देश के राष्ट्रीय आंदोलन को नई दिशा देने एवं राष्ट्र निमार्ण में भी प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
  • सम्पूर्ण देश के लोगों के बीच सामाजिक कुरीतियां को दूर करने, राजनितिक एवं सांस्कृतिक एकता स्थापित  करने का कार्य भी किया गया।

प्रेस के विरूद्ध प्रतिबंध

समाचार पत्रों को नियंत्रित करने के लिए कई अधिनियम बनाए गए।

  • 1799 का समाचार पत्रां का पत्रेक्षण अधिनियम- लार्ड वेल्जली ने फ्रांस के आक्रमण के भय से समाचार पत्रों पर सेन्सर बैठा दिया। इस अधिनियम के अनुसार समाचार पत्र को संपादक, मुद्रक एवं स्वामी का नाम स्पष्ट रूप से छापना था।
  • 1823 का अनुज्ञप्ति अधिनियम- 1823 में जॉन एडम्स जनरल बनते ही अपने प्रतिक्रियावादी विचारों को इस अधिनियम में व्यक्त किया।
  • भारतीय समाचार पत्रों की स्वतंत्रता 1835- 1823 के नियम को रद्द कर चार्ल्स मेटकॉफ ने भारतीय समाचार पत्रों के ‘मुक्ति दाता‘ के रूप में विकसित हुए। 1856 तक यह कानुन चलता रहा।
  • 1908 का समाचार पत्र अधिनियम- लार्ड कर्जन के नीतियों के विरूद्ध उग्र राष्ट्रवाद की भावनाएँ भड़क रही थी। इन्हें दबाने के लिए 1908 का न्युज पेपर एक्ट पास किया गया। इसके अनुसार किसी समाचार पत्र की ऐसी सामग्री जिससे हिंसा अथवा हत्या की प्रेरणा मिले, उसकी संपत्ति सरकार जब्त कर सकती थी।
  • 1951 का समाचार पत्र अधिनियम- 1951 में सरकार की संविधान के अनुच्छेद 19 (2) के संसोधन और समाचार पत्र अधिनियम पारित कर अब तक के सभी अधिनियमों को रद्द कर दिया गया। नए कानुन के माध्यम से सरकार मुद्रणालय को आपिŸाजनक विषय प्रकाशित करने पर जब्त कर सकती थी। प्रकाशतों की जुरी द्वारा परीक्षा मांगने का अधिकार दे दिया गया। यह अधिनियम 1956 तक लागु रहा।
  • कई पत्रकार संगठनों द्वारा इसका विरोध करने पर सरकार ने न्यायाधीश जी. एस. राजाध्यक्ष की अध्यक्षता में एक प्रेस कमीशन नियुक्त किया। इसने 1954 में अखिल भारतीय समाचार परिषद् के गठन सहित कई सुझाव दिए जो सरकार द्वारा मान लिए गये।

स्वातंत्र्योत्तर भारत में प्रेस की भूमिका

  • आधुनिक दौर में प्रेस, साहित्य और समाज की समृद्ध चेतना की धरोहर है और पत्र-पत्रिकाएँ दैनिक गतिशीलता की लेखा है।
  • प्रेस ने समाज में नवचेतना पैदा कर सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक एवं दैनिक जीवन में क्रांति का सूत्रपात किया।
  • प्रेस ने सामाजिक बुराइयों दहेज प्रथा, विधवा विवाह, बालिका वध, बाल-विवाह जैसे मुद्दों को उठाकर समाज के कुप्रथाओं को दूर करने का प्रयास किया।
  • यह समाज को वैज्ञानिक अनुसंधानों, वैज्ञानिक उपकरणों एवं साधनों से परिचित करता है। पत्रकार विज्ञान के वरदान और अभिशाप को घटनाओं के माध्यम से समाज के सामने लाते हैं। ताकि सामान्य लोग भी विश्व कल्याण के संदर्भ में सोच सके।
  • आज प्रेस लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने हेतु सजग प्रहरी के रूप में हमारे सामने खड़ा है।

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