इस पोस्ट में हमलाेेग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्दी वर्णिका के पाठ चार ‘नगर (Nagar class 10 subjective question) को पढेंगें |
Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 4 नगर (तमिल कहानी, कहानीकार-सुजाता)
प्रश्न 1. इस कहानी के माध्यम से लेखक क्या सन्देश देता है?
उत्तर- इस कहानी के माध्यम से लेखक सन्देश देता है कि नारियों को शिक्षित होना आवश्यक है। उसमें विरोधी वातावरण से लड़ने की क्षमता होनी चाहिए।
प्रश्न 2. पाप्पाति कौन थी और वह शहर क्यों लायी गयी थी? (TBQ, 2012A, 2012C, 2013A, 2014A, 2017A)
उत्तर- पाप्पाति वल्लि अम्माल की पुत्री थी और गाँव के प्राइमरी हेल्थ सेन्टर के डॉक्टर के कथनानुसार मदुरै शहर के बड़े अस्पताल में चिकित्सा के लिए लायी गयी थी।
Nagar class 10 subjective question
प्रश्न 3. मदुरै का इतिहास क्या है?
उतर- मदुरै पांड्य लोगों को दूसरी राजधानी थी। प्राचीन मानचित्रों में उसे मदरा लिखा गया है, अंग्रेजों ने उसे मदुरा कहकर पुकारा। यूनानी लोग उसे मदोरा कहते थे। वही आज तमिलनाडू का मदुरै नगर है।
हिंदी कक्षा 10 श्रम विभाजन और जाति-प्रथा का सम्पूर्ण व्याख्या
प्रश्न 4. बड़े डॉक्टर ने अस्पताल के बाबू को क्यों डांटा?
उत्तर- जब बड़े डॉक्टर को कहा गया कि उसे कल साढ़े सात बजे बुलाया गया है तो वह क्रोधित हो गया क्योंकि वह पाप्पाति का परीक्षण कर रोग की गंभीरता जान चुका था। उसने सोचा कि बिना चिकित्सा के तो वह सुबह तक मर जायेगी। अत: अधीनस्थों को डाँटा और रोगी को खोजने के लिए कहा।
प्रश्न 5. बड़े डॉक्टर ने अपने अधीनस्थ डॉक्टरों से पाप्पाति को अस्पताल में भर्ती कर लेने के लिए क्यों कहा? विचार करें।
उत्तर- मदुरै अस्पताल के बड़े डॉक्टर ने पाप्पाति को अच्छी तरह परीक्षा करने के बाद ‘एक्यूट केस ऑफ मेनिनजाइटिस’ रोग निर्णय किया, जो खतरनाक था। अतः उसने अपने अधीनस्थ डॉ० धनशेखरन को तुरंत एडमिट करने को कहा।
प्रश्न 6. बड़े डॉक्टर पाप्पाति के बारे में पूछताछ क्या कर रहे थे? (2018A)
Nagar class 10 subjective question
उत्तर- बड़े डॉक्टर पाप्पाति के बारे में पूछताछ कर रहे थे क्योंकि उसे मेनिनजाइटिस के खतरनाक किस्म का रोग लगा था और यह कल का दिन नहीं देख पाती यदि फौरन इलाज नहीं गया तो इसलिए वह उसका इलाज करने के लिए पूछताछ कर रहे थे।
प्रश्न 7. नगर शीर्षक कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार करें। (2015A)
उत्तर- ‘नगर’ शीर्षक कविता प्रतीक रूप में है। वल्लि आम्माल अपनी पुत्री को लेकर बड़े शहर मदुरै जाती है तो मरनासन हैं। नगर के लोग रुखे व्यवहार को है। उसे एक स्थान पर खड़ा होकर रोने भी नहीं देते। गाँव में एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं। अत: अव्यावहारिक जीवन शैली का प्रतीक ‘नगर’ शोक सार्थक है।
संस्कृत कक्षा 10 प्रथमः पाठः मङ्गलम् का भावार्थ
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. वल्लि अमाल का चरित्र-चित्रण करें। (2016A)
उत्तर- वल्लि अम्माल इस कहानी की प्रधान पात्रा है। वह पूर्ण अशिक्षित और शहरी वातावरण से अपरिचित भी है। देहाती वातावरण में रहने के कारण मुखर भी नहीं थी। वह पुराने देहात की, पुराने रिवाज में पली नारी थी। उसे अस्पताल का बैड और दवाओं का गंध भी असह्य था। उसे गाँव के अधकचरे ‘झोला छाप वैद्य, डॉक्टरों, ओझाओं और देवी-देवताओं पर विश्वास था। वह शहरी वातावरण से अनभिज्ञ अशिक्षित और डरपोक प्राचीन भारतीय नारी थी।
प्रश्न 2. बड़े डॉक्टर के आदेश के बावजूद पाप्पाति-अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं हो पाती? (TBQ, 2018C)
उत्तर- बड़े डॉक्टर ने पाप्पाति का रोग देखा। उसका परीक्षण कर एक्यूट केस ऑफ मेनिनजाइटिस कहा। रुग्ना की माँ अशिक्षित नारी थी। वह न तो अस्पताल की प्रक्रिया जानती थी और न किसी से पूछने की हिम्मत ही कर सकी। अस्पताल में घूसखोरी और पैरवी का वातावरण व्याप्त थी। वल्लि अम्माल का दिन भर का समय इधर-उधर दौड़ने में बीत गया और हारकर वह गाँव लौट गयी। यही कारण है कि बड़े डॉक्टर के आदेश के बावजूद पाप्पाति अस्पताल में भर्ती न हो सकी। प्रश्न 3. लेखक ने कहानी का शीर्षक नगर क्यों रखा ? (TBQ, 2011A,2011C, 2016A)
Nagar class 10 subjective question
उत्तर- ‘नगर’ शीर्षक घटना स्थान का द्योतित करता है, जो लक्षणशास्त्र के अनुसार सटीक कहा जायेगा।
लेखक मदुरै का इतिहास बताकर पुन: हास्य की मुद्रा में कहता है- चप्पल रहित गँवार लोगों की भीड़, मीनाक्षी मन्दिर के स्तब्ध से खड़े अनेक गोपुरम्, सूखी हुई वेग नदी का पुल-यह है मदुरै। इसी नगर में रुग्ना पुत्री को लेकर वल्लि अम्माल चिकित्सा के लिए आती है और अस्पताल को दौड़ लगाकर निष्फल, निराश लौट जाती है। नगर में यही सब तो होता है, जिसका चित्र लेखक ने सही खींचा है। इसलिए इस कहानी का शीर्षक ‘नगर’ रखा गया है, जो सही और सटीक है।