Bihar Board Class 6 Science सजीवों में अनुकूलन (Sajivo Me Anukulan Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers
11. सजीवों में अनुकूलन
पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. रेत में चलना ऊँट के लिए क्यों सुविधाजनक है ?
उत्तर — ऊँट के पैर चौड़े तथा गद्देदार होते हैं, इसलिए पैर नीचे रखते ही फैल जाते हैं और रेत में धँसने से बच जाते हैं । फलतः वह रेत में आसानी से चल सकता है
प्रश्न 2. रेगस्तिानी तूफान से घोड़े की हालत क्यों खराब हो जाती है?
उत्तर—रेगिस्तानी तूफान से घोड़े की आँखों में, कानों में और मुँह में काफी रेत प्रवेश कर जाती हैं, जिससे उसकी हालत खराब हो जाती है ।
प्रश्न 3. ऊँट की नाक में क्या खास बात है ?
उत्तर— ऊँट की नाक में खास बात यह है कि वह अपनी मर्जी से नाक खोल सकता तथा बंद कर सकता है, जिससे रेत के तूफान आने पर वह रेत से अपनी नाक को बचा लेता है ।
प्रश्न 4. ऊँट को उसके कूबड़ से क्या लाभ है ?
उत्तर— ऊँट के कूबड़ में चर्बी के रूप में भोजन जमा रहता है, जिससे बिना भोजन वह महीनों रह सकता है ।
प्रश्न 5. क्या पर्यानुकूलन लम्बे समय तक रहता है या अपने परिवेश में आने पर समाप्त हो जाता हैं।
उत्तर – पर्यानुकूलन लम्बे समय तक नहीं रहता । यह अस्थायी अनुकूलन है, जो अपने परिवेश में आने पर समाप्त हो जाता हैं।
प्रश्न 6. नागफनी, बबुल, घृतकुमारी आदि रेगिस्तानी पौधों में क्या खास बात हैं?
उत्तर – रेगिस्तानी पौधों काँटेदार होते हैं। दस प्रकार के पौधे प्राय: अपने काँटो से वाष्पोत्सर्जन की क्रिया करते हैं।
प्रश्न 7. शेर और हिरण, इस दोनों जन्तुओं की आँखे उनके चेहरे पर किसी प्रकार स्थति हैं? क्या वे चेहरे के सामने हैं अथवा बगल में हैं।
उत्तर – शेर की आँखे चेहरे के सामने रहती हैं, जिससे वह दूर-दुर तक शिकार को खेज लेता हैा हरिण की आँखे बगल में दोनों ओर स्थित रहती है, जिससे वह प्रत्येक दिशा में देखकर खतरा महसूस कर सकता हैं।
प्रश्न 8. पर्वतीय पौधे किस प्रकार अनुकूलित हैं?
उत्तर – पर्वतीय क्षेत्र में सर्दी अधिक पड़ती है। वर्षा और बर्फ सदा गिरते रहते हैं । इनसे बचने के लिए वहाँ के पेड़-पौधे अपने को इस प्रकार अनुकूलित कर लेते हैं ताकि बर्फ इनके ऊपर जमने नहीं पावे । पेड़ के आकार भी शंकु की तरह होते हैं और उनकी पत्तियाँ सूई के आकार की होती हैं। इन अनुकूलनों के कारण ये सर्दी, पानी और बर्फ से अपनी रक्षा कर लेते हैं। पर्वतीय पौधे इसी प्रकार अपने को अनुकूलित किये रहते हैं।
प्रश्न 5. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(क) स्थल पर पाए जाने वाले पौधों एवं जन्तुओं के वास स्थल को …………… आवास कहते हैं ।
(ख) वे बास स्थल जिनमें जल में रहनवाले पौधे एवं जंतु रहते हैं, ………… आवास कहते हैं।
(ग) याक का शरीर लंबे ………………. से ढँका होता है।
(घ) मछली का शरीर ………………. होता है जिससे वह जल में आसानी से तैर, सकती है ।
(ङ) जलीय पौधों का तना ………………. खोखला एवं ……………….. होता है ।
उत्तर : (क) स्थलीय, (ख) जलीय, (ग) बालों, (घ) धारारेखीय, (ङ) लम्बा, हल्का ।
प्रश्न 6. मिलान कीजिए :
(क) मछली (क) कूबड़
(ख) ऊँट (ख) धारा रेखीय शरीर
(ग) नागफनी (ग) मजबूत खूर
(घ) याक (घ) पहाड़ी जानवर
(ङ) घोड़ा (ङ) कम वाष्पोत्सर्जन
उत्तर- (क) (ख), (ख) (क), (ग) (ङ), (घ) (घ), (ङ) (ग)।
प्रश्न 7. सही विकल्प चुनें :
(क) ऊँट निम्न परिवेश में पाया जानेवाला जन्तु है :
(1) जलीय
(2) पर्वतीय
(3) मरुस्थलीय
(4) कोई नहीं
(ख) धारा रेखीय शरीर होता है :
(1) घोड़े का
(2) भालू का
(3) मछली का
(4) मेढ़क का
(ग) हमें श्वास लेने में कठिनाई होती है :
(1) मैदानी क्षेत्र में
(2) जलीय क्षेत्र में
(3) पर्वतीय क्षेत्र में
(4) रेगिस्तानी क्षेत्र में
(घ) घास स्थलीय वनों का शक्तिशाली जन्तु हैं :
(1) हिरण
(2) शेर
(3) घोड़ा
(4) ऊँट
(ङ) जलकुंभी पाया जाता है :
(1) जंगल में
(2) पर्वतों पर
(3) जल में
(4) बर्फ में
उत्तर—(क) → (3), (ख) → (3), (ग)→ (3), (घ) → (2), (ङ)→(3).
कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. नागफनी मरुस्थल में जीवन-यापन हेतु किस प्रकार अनुकूलित हैं?
उत्तर—नागफनी मरुस्थल में जीवन-यापन हेतु अपने को इस प्रकार अनुकूलित कर बराबर लेते हैं ताकि उनके शरीर से कम-से-कम वाष्पोत्सर्जन हो और हो भी तो न के हो । कैक्टस में जो पत्ती जैसी संरचना होती है, वह वास्तव में उनका तना होता है। इसी भाग में वे प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया पूरी करते हैं। इनका तना काफी मोटा और गद्दीदार होता है। उनपर काँटों जैसी जो संरचना होती है, वह उनकी पत्ती होती है।
प्रश्न 2. सजीवों के विशिष्ट लक्षण सूचीबद्ध कीजिए ।
उत्तर – सजीवों के विशिष्ट लक्षण की सूची निम्नलिखित हैं
(i) सजीव भोजन करते हैं । (ii) सजीव वृद्धि करते हैं। (iii) सजीव श्वसन करते हैं। (iv) सजीव उत्सर्जन करते हैं। (v) सजीव अपने जैसे जीव पैदा करते हैं। (vi) सजीव उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया करते हैं। (vii) सजीव गति करते हैं।
प्रश्न 3. घास के मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले जन्तुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए तीव्र गति क्यों आवश्यक है ?
उत्तर—घास के मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले जन्तु यदि अपने में तेजी बनाकर नहीं रखें तो शीघ्र ही किसी शिकारी पशु या मनुष्य द्वारा शिकार कर लिए जाएँगे । हिरण और खरगोश इसी प्रकार के जीव हैं। जरा भी आहट से ये चौकन्ने हो जाते हैं और तेजी से भाग कर अपनी जान बचाने का प्रयास करते हैं। ये अपने में तेजी इसलिए बनाए रखते हैं क्योंकि घास के मैदानों में वृक्षों की कमी होती है, जिससे इन्हें छिपने का स्थान नहीं मिल पाता ।
प्रश्न 4. निम्नलिखित की परिभाषा दें :
(i) अनुकूलन, (ii) जलीय आवास, (iii) उद्दीपन, (iv) उत्सर्जन ।
उत्तर — (i) अनुकूलन – किसी परिवेश के तहत जिन विशिष्ट संरचनाओं अथवा स्वभाव की उपस्थिति किसी जीव को परिवेश विशेष में रहने योग्य बनाती है, अनुकूलन कहलाती है।
(ii) जलीय आवास—जलाशय, दलदल, झील, नदियाँ एवं समुद्र जहाँ पौधे एवं जन्तु (जल में) रहते हैं उसे जलीय आवास कहते हैं।
(iii) उद्दीपन—कोई वातावरण, जहाँ सभी प्रकार के परिवर्तनों के प्रति अनुक्रिया करते हैं, वैसे परिवर्तनों को उद्दीपन कहते हैं।
(iv) उत्सर्जन जैव-प्रक्रमों के फलस्वरूप जीवों के शरीर में अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं, उन अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन की प्रक्रिया को उत्सर्जन कहते हैं।
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